X से लेकर Chat GPT तक कई वेबसाइटें ठप, Cloudflare में आई दिक्कत से मचा इंटरनेट पर हंगामा- आपको भी दिख रहा ये एरर
इंटरनेट दुनिया में अचानक हलचल मच गई. X से लेकर ChatGPT तक कई बड़ी वेबसाइटें अचानक ठप पड़ गईं, और यूजर्स को हर जगह सिर्फ एक ही एरर मैसेज दिखाई देने लगा. सोशल मीडिया पर शिकायतों की बाढ़ आ गई, लोग समझ ही नहीं पा रहे थे कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर आउटेज क्यों हो रहा है.
मंगलवार की शाम दुनिया भर में लाखों यूजर्स ने एक ऐसी डिजिटल अफरातफरी देखी, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी. अचानक कई बड़ी वेबसाइट्स खुलना बंद हो गईं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जवाब देने लगे और पेमेंट गेटवे भी ठप पड़ गए. एक्स (पहले ट्विटर) और ChatGPT जैसे ग्लोबल प्लेटफॉर्म्स के साथ अनगिनत सेवाएं आउटेज का शिकार हो गईं.
थोड़ी ही देर में सोशल मीडिया पर शिकायतों का सैलाब उमड़ पड़ा और लोग एक-दूसरे से पूछने लगे कि 'आखिर हो क्या रहा है? दरअसल Cloudflare में आई तकनीकी खामी की वजह से सेकड़ों वेबसाइट बंद हो गई.
जब डाउनडिटेक्टर भी हो गया डाउन
सबसे दिलचस्प यह रहा कि आउटेज को ट्रैक करने वाली लोकप्रिय वेबसाइट डाउनडिटेक्टर डॉट कॉम ही खुद बंद हो गई. यूजर्स पहले तो समझ ही नहीं पाए कि इतनी बड़ी संख्या में वेबसाइट्स एक साथ कैसे ठप हो सकती हैं. कुछ मिनटों बाद एक्सपर्ट ने बताया कि असली परेशानी इंटरनेट के बैकएंड में छुपी है और उसका नाम है क्लाउडफेयर
क्या है क्लाउडफ्लेयर?
जानकारों ने खुलासा किया कि यह समस्या कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (CDN) प्रोवाइडर क्लाउडफ्लेयर के सर्वरों में आई गड़बड़ी के कारण हुई. क्लाउडफ्लेयर दुनिया की लाखों वेबसाइट्स के लिए सुरक्षा, स्पीड और होस्टिंग का काम करता है. यानी इंटरनेट की एक बड़ी सड़क ही अचानक बंद हो गई हो, और उस सड़क पर चलने वाले सभी वाहन एक साथ रुक गए हों. जब यूजर्स प्रभावित वेबसाइट्स को खोलने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें एक ही एरर मैसेज दिखाई दे रहा था, जिसमें 'प्लीज अनब्लॉक चैलेंजेस क्लाउडफ्येर . डॉट काम टू प्रोसीड' लिखा था.
इंटरनेट की ‘बैकस्टेज’ दुनिया कैसे काम करती है?
आप इंटरनेट पर जो भी देखते हैं, फोटो, वीडियो, कंटेंट या फाइलें, वह सब सीधे वेबसाइट्स से नहीं, बल्कि CDN नेटवर्क्स के सर्वर से लोड होता है. AWS, Akamai और Cloudflare जैसी सर्विस दुनिया भर में फैले सर्वरों से कंटेंट को तेज़ी से यूजर्स तक पहुंचाती हैं. क्लाउडफ्लेयर का हिस्सा बेहद बड़ा है. लाखों वेबसाइट्स का टेक्स्ट, इमेजेज, वीडियो और फाइलें उसके सर्वरों पर सेव रहती हैं. जब इसके सिस्टम में गड़बड़ी आई, तो उससे जुड़ी लगभग हर सर्विस चरमरा गई. कुछ ही मिनटों में पूरा इंटरनेट एक ग्लोबल ट्रैफिक जाम की तरह दिखाई देने लगा. आम यूजर्स से लेकर कंपनियां तक, सबने इस डिजिटल ठहराव का असर महसूस किया.





