मॉस्को में पहली बार मिले थे मोदी और पुतिन, अब 2001 की तस्वीरें क्यों हो रही हैं वायरल?
साल 2001 में मॉस्को में हुई Narendra Modi और Vladimir Putin की पहली मुलाकात का पुराना वीडियो 2025 में फिर सोशल-मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वायरल होना इसीलिए खास है क्योंकि अब जब दोनों देश एक बड़े शिखर सम्मेलन (India–Russia Summit) के लिए फिर साथ आ रहे हैं. पुरानी यादों और पुराने विश्वास को नए सन्दर्भ में देखना लोग चाहते हैं.
जब 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी पहली बार मॉस्को गए थे, तब उन्होंने उस समय के प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee के साथ रूस का दौरा किया था. उस यात्रा में उनकी मुलाकात रूस के राष्ट्रपति पुतिन से हुई थी. उसी पहली मुलाकात को अब, 24 साल बाद एक नए दौर में फिर से देखने ताजा हो गई है. अब दोनों नेता एक बार फिर से बड़े कूटनीतिक एजेंडे के साथ आमने-सामने हैं. इसके साथ ही वो पुरानी तस्वीरें और वीडियो एक तरह की “throwback nostalgia व diplomatic history के रूप में सोशल-मीडिया पर वायरल हो रहा है.
मोदी और पुतिन की यह तस्वीर उस समय वायरल हो रही है जब राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे पर हैं. सोशल मीडिया पर 2001 की प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी पुरानी तस्वीरें फिर से सामने आई हैं. तब गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी, पीएम वाजपेयी के साथ मॉस्को गए थे, जो उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा और शुरुआती डिप्लोमैटिक बातचीत थी. उस समय तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी, तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ पुतिन से मुलाकात करने मास्को गए थे.
तस्वीर में वाजपेयी के साथ दिखाई दे रहे मोदी
साल 2001 में मॉस्को में ली गई इन तस्वीरों में मोदी जो उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे, एक आधिकारिक दौरे के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ दिख रहे हैं. ये तस्वीरें, जो एक डॉक्यूमेंट साइनिंग सेरेमनी के दौरान ली गई थीं. पिछले साल पहली बार वायरल हुई थीं, जब मोदी रूस गए थे और पुतिन के भारत दौरे के साथ ही सोशल मीडिया पर फिर से सामने आई हैं.
इन क्षेत्रों में सहयोग के लिए किया था समझौता
मोदी ने बाद में याद किया कि कैसे पुतिन ने राज्य स्तर के पद पर होने के बावजूद उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था और राज्यों, शौक और वैश्विक मामलों पर खुलकर बातचीत की थी. 2001 की यात्रा के दौरान, उन्होंने पेट्रोकेमिकल्स, हाइड्रोकार्बन, व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, पर्यटन और संस्कृति में सहयोग बढ़ाने के लिए गुजरात और रूस के अस्त्राखान क्षेत्र के बीच एक प्रोटोकॉल समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
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इस्कॉन मंदिर मॉस्को का किया था दौरा
उन्होंने वाजपेयी की खराब सेहत के कारण उनकी ओर से प्रार्थना करने के लिए मॉस्को के इस्कॉन मंदिर का भी दौरा किया था और भक्तों के साथ काफी समय बिताया था. यह दौरा मुख्यमंत्री के तौर पर मोदी की पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा और पुतिन के साथ उनकी शुरुआती डिप्लोमैटिक बातचीत थी.
मोदी 2006 में गवर्नर अलेक्जेंडर ज़िल्किन के साथ समझौते को और पांच साल के लिए बढ़ाने के लिए अस्त्राखान लौटे, जिससे ऊर्जा और व्यापार में गुजरात-रूस संबंध मजबूत हुए. बाद में प्रधानमंत्री के रूप में मोदी के कार्यकाल के दौरान ये उप-राष्ट्रीय पहल रक्षा, ऊर्जा और वाणिज्य में व्यापक द्विपक्षीय सहयोग में बदल गईं. मोदी ने अक्सर 2001 की बैठक को याद किया है, जिसमें 2024 में मॉस्को में अपनी बातचीत के दौरान इस्कॉन यात्रा से एक फ्रेम की हुई तस्वीर को एक सरप्राइज गिफ्ट के रूप में मिलना भी शामिल है.





