INDIA Block के सदस्यों ने क्यों पहनी 124 Not Out लिखी हुई टी-शर्ट? कांग्रेस बोली- बीजेपी का विभाग है चुनाव आयोग
बिहार में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची संशोधन के खिलाफ मंगलवार को संसद भवन परिसर में INDIA ब्लॉक के सांसदों ने जोरदार प्रदर्शन किया. प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कई सांसद सफेद टी-शर्ट पहने दिखे, जिन पर लिखा था- 124 NOT OUT. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, टीएमसी के डेरेक ओ’ब्रायन, डीएमके के टीआर बालू और एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले समेत कई विपक्षी नेता इसमें शामिल हुए.

INDIA Bloc 124 Not Out T-shirt Protest: बिहार में वोटर लिस्ट संशोधन को लेकर विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक के सांसदों ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, टीएमसी के डेरेक ओ’ब्रायन, डीएमके के टीआर बालू और एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले सहित कई बड़े नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए. इस दौरान कई सांसद सफेद टी-शर्ट पहने दिखे, जिन पर लिखा था- 124 NOT OUT.
इसके साथ ही, कई सांसद बैनर के साथ विरोध करते हुए नजर आए, इन बैनरों पर लिखा था- Our Vote. Our Right. Our Fight और SIR- Silent Invisible Rigging. विपक्ष का आरोप है कि यह संशोधन प्रक्रिया बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को वोट देने के अधिकार से वंचित करने की कोशिश है.
124 NOT OUT का मतलब
विपक्षी सांसदों का दावा है कि बिहार की मतदाता सूची में मिंता देवी नाम की महिला को 124 साल की उम्र में पहली बार वोटर बताया गया है. कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग 'बीजेपी का विभाग' बन चुका है. वोटर लिस्ट में ऐसे कई फर्जी नाम हैं, जो 'वोट चोरी' का हिस्सा है.
मणिकम टैगोर ने कहा, “बिहार की वोटर लिस्ट में मिंता देवी का नाम पहली बार जोड़ा गया है, जबकि उनकी उम्र 124 साल है. यह चुनाव आयोग अब बीजेपी का विभाग बन चुका है. हमें इस मुद्दे पर संसद में चर्चा चाहिए.”
“अभी पिक्चर बाकी है”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी मिंता देवी के मामले का जिक्र करते हुए कहा, “ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं. अभी पिक्चर बाकी है.” हालांकि, चुनाव आयोग ने अब तक इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
"भाजपा चुनाव आयोग के लिए फील्डिंग और बैटिंग क्यों कर रही है"
कांग्रेस नेता सचिन पायलट आज एआईसीसी महासचिवों, प्रभारियों और फ्रंटल संगठनों के प्रमुखों की बैठक में शामिल हुए, जिसकी अध्यक्षता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने की. इस बैठक के बाद उन्होंने कहा, "मुझे समझ में नहीं आता कि भाजपा चुनाव आयोग के लिए फील्डिंग और बैटिंग क्यों कर रही है. भाजपा सत्ता में है, लेकिन चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है. यह काफी सक्षम है."
पायलट ने कहा, "सबसे पहले, मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन की प्रक्रिया में संशोधन किया गया. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अब सीईसी का चयन कर रहे हैं. सीजेआई को (पैनल से) हटा दिया गया... हम बस इतना कह रहे हैं कि (चुनाव आयोग पर राहुल गांधी के आरोपों की) पुष्टि होनी चाहिए. हमें संदेह है कि मतदाता सूची में विसंगतियां हैं और वोट चोरी हुई है."