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श्रीनगर में छाए एकनाथ शिंदे के पोस्टर: उमर अब्दुल्ला-महबूबा मुफ्ती को भी पीछे छोड़ा, 100 से ज्यादा होर्डिंग्स में दिखे शिंदे

श्रीनगर की गलियों में इन दिनों एक अनोखा नजारा देखने को मिल रहा है. जहां अब तक मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला या विपक्ष की नेता महबूबा मुफ्ती के होर्डिंग्स कम ही दिखाई देते थे, वहीं अचानक महाराष्ट्र के नेता और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बड़े-बड़े पोस्टरों ने शहर की दीवारों और सड़कों को घेर लिया है.

श्रीनगर में छाए एकनाथ शिंदे के पोस्टर: उमर अब्दुल्ला-महबूबा मुफ्ती को भी पीछे छोड़ा, 100 से ज्यादा होर्डिंग्स में दिखे शिंदे
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 30 Aug 2025 6:45 AM

श्रीनगर की गलियों में इन दिनों एक अनोखा नजारा देखने को मिल रहा है. जहां अब तक मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला या विपक्ष की नेता महबूबा मुफ्ती के होर्डिंग्स कम ही दिखाई देते थे, वहीं अचानक महाराष्ट्र के नेता और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बड़े-बड़े पोस्टरों ने शहर की दीवारों और सड़कों को घेर लिया है.

ये पोस्टर न सिर्फ मुख्य सड़कों, फ्लाईओवर, एयरपोर्ट रोड और एमए रोड पर लगाए गए हैं, बल्कि सीएमओ गुपकर रोड के बाहर भी नजर आ रहे हैं. इससे लोगों के मन में यह सवाल उठने लगा है कि आखिर घाटी में शिंदे को इतनी प्रमुखता किसने और क्यों दी है?

100 से ज्यादा होर्डिंग्स लगाए गए

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना (शिंदे गुट) के कश्मीर उपाध्यक्ष उमर याकूब ने बताया कि पार्टी ने इस महीने श्रीनगर में 100 से ज्यादा होर्डिंग्स लगाए हैं. इनमें से कुछ आम पार्टी प्रचार वाले हैं, जबकि कई "देश के लिए रक्तदान" कार्यक्रम को प्रमोट करने वाले. होर्डिंग्स पर बाला साहेब ठाकरे और एकनाथ शिंदे की तस्वीरें बाईं ओर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह की तस्वीरें दाईं ओर लगी हैं. बीच में शिंदे की पूरी कद-काठी वाली फोटो है.

इन पोस्टरों में लिखा है, “स्वतंत्र भारत की पहली पहल” और यह घोषणा की गई है कि सांगली जिले के 1,000 पहलवान जम्मू-कश्मीर में सैनिकों के लिए रक्तदान करेंगे. याकूब ने बताया कि रक्तदान कार्यक्रम के बाद श्रीनगर एयरपोर्ट के पास एक होटल में बैठक हुई, जिसमें करीब 700 लोग शामिल हुए और शिंदे ने खुद अध्यक्षता की. उन्होंने कहा कि 'हमने सोचा, ज्यादा पोस्टर लगाने से लोग जानेंगे कि हम कश्मीर में आ चुके हैं। इन्हें जानबूझकर नहीं हटाया गया ताकि लोग चर्चा करते रहें.

कश्मीर में सक्रिय हो रही शिवसेना

30 वर्षीय याकूब कुलगाम के रहने वाले हैं और पहले पीडीपी से जुड़े थे। उन्होंने 2002 में पार्टी छोड़कर शिवसेना जॉइन की. उन्होंने कहा “कश्मीर में शिवसेना को लेकर कई गलतफहमियां थीं, लेकिन एकनाथ शिंदे की लगातार यात्राओं से माहौल बदल रहा है और लोग पार्टी को सकारात्मक नजरिए से देख रहे हैं.”

जून 2023 में शिंदे ने बतौर महाराष्ट्र सीएम श्रीनगर में शिवसेना के 15 राज्यों के प्रभारियों के साथ बैठक की थी। यह महाराष्ट्र से बाहर पार्टी की पहली बड़ी बैठक थी. इसके अलावा नवंबर 2023 में शिंदे ने एलओसी पर स्थित कुपवाड़ा में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया था.

अगले महीने फिर घाटी आएंगे शिंदे

शिवसेना कश्मीर अध्यक्ष मोहम्मद शफी ने बताया कि शिंदे अगले महीने घाटी का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा कि 'आदिल शाह के परिवार का घर अब पूरा होने वाला है. शिंदे-जी खुद जाकर इसे देखना चाहेंगे. गौरतलब है कि आदिल शाह पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए थे.

एकनाथ शिंदे के इन पोस्टरों ने श्रीनगर में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। जहां स्थानीय नेताओं के पोस्टर मुश्किल से नजर आते हैं, वहीं शिंदे का यह आक्रामक प्रचार शिवसेना की कश्मीर में नई रणनीति और उपस्थिति का संकेत माना जा रहा है।

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