क्या भारत ने पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने को भी बनाया निशाना? सामने आया ऑपरेशन सिंदूर का सच
भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कराची स्थित मलिर कैंट पर सटीक हमला किया, लेकिन चर्चित किराना हिल्स के परमाणु ठिकाने को जानबूझकर छोड़ा गया. वायुसेना ने यह कदम सर्जिकल स्ट्राइक की तरह उठाया, जिसमें दुश्मन को रणनीतिक रूप से झटका दिया गया लेकिन परमाणु युद्ध की दहलीज़ पार नहीं की गई.

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर अब बड़ा खुलासा हुआ है. भारतीय वायुसेना ने कराची के बेहद संवेदनशील मलिर कैंट पर एयरस्ट्राइक कर वहां के एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया. यह हमला एक सटीक रणनीति का हिस्सा था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को गहराई में घुसकर जवाब दिया, लेकिन परमाणु ठिकानों को जानबूझकर निशाना नहीं बनाया. ऐसी खबरें आ रही थीं कि भारत ने पाकिस्तान के एक परमाणु ठिकाने को भी निशाना बनाया था. लेकिन भारतीय वायुसेना ने इसका खंडन किया है.
वायुसेना के संचालन महानिदेशक एयर मार्शल ए.के. भारती ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा, “किराना हिल्स को हमने नहीं छुआ. हमें नहीं पता था कि वहां क्या है. आप बता रहे हैं कि वहां कोई न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन है.” ये बयान उन्होंने उस अफवाह के जवाब में दिया जिसमें कहा जा रहा था कि भारत ने सरगोधा स्थित मुशाफ एयरबेस और उसके पास स्थित किराना हिल्स पर हमला किया था.
किराना हिल्स पाकिस्तान के सबसे रहस्यमयी मिलिट्री ज़ोन में गिना जाता है, जिसे लेकर अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का मानना है कि यहां भूमिगत परमाणु हथियार भंडार मौजूद हैं. सोशल मीडिया पर ऐसी चर्चाएं गर्म थीं कि भारत ने यहां ‘लॉइटरिंग म्यूनिशन’ और डीप पेनिट्रेटिंग वेपन्स से हमला किया, लेकिन एयर मार्शल भारती ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया.
कराची के मलिर कैंट पर सर्जिकल स्ट्राइक जैसा हमला
भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत कराची से करीब 35 किमी दूर स्थित मलिर कैंट में मौजूद सर्फेस-टू-एयर मिसाइल (SAM) साइट को ध्वस्त कर दिया. यह हमला उस वक्त किया गया जब पाकिस्तान ने 9–10 मई की रात उधमपुर, पठानकोट और आदमपुर जैसे 26 भारतीय ठिकानों को टारगेट करने की कोशिश की थी. जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को आक्रामक लेकिन नियंत्रित कार्रवाई शुरू की.
भारतीय हमलों में पाकिस्तान के एयरबेस, एयर डिफेंस रडार, टेरर कैंप्स और मिसाइल लॉन्च साइट्स को निशाना बनाया गया. इस दौरान DRDO द्वारा विकसित स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम 'आकाश' ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.
9 टेरर कैंप तबाह, POK में भी घुसी वायुसेना
ऑपरेशन सिंदूर के हिस्से के रूप में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और POK में स्थित कुल 9 आतंकवादी ठिकानों पर रात में सटीक हमले किए. बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के ‘मरकज सुब्हान अल्लाह’, कोटली में ‘मरकज अब्बास’, मुजफ्फराबाद के ‘सैयदना बिलाल कैंप’, मुरिदके में लश्कर का ‘मरकज तैयबा’, और बर्नाला में ‘मरकज अहले हदीस’ जैसे ठिकानों को नष्ट कर दिया गया.
रणनीति: परमाणु सीमा से दो कदम पहले रुकना
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि उसकी कार्रवाई आक्रामक जरूर थी, लेकिन असंयमित नहीं. किराना हिल्स जैसे परमाणु संवेदनशील इलाकों को छोड़ना इसी रणनीति का हिस्सा था ताकि जवाबी कार्रवाई में नियंत्रण बना रहे और युद्ध परमाणु मोड़ न ले.
अब शांति, लेकिन भारत तैयार
भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता से युद्धविराम की घोषणा कर दी गई है. लेकिन एयर मार्शल भारती ने दो टूक कहा, “हमारी सभी मिलिट्री बेस पूरी तरह ऑपरेशनल हैं और किसी भी मिशन के लिए तैयार हैं.”