राहुल गांधी पर क्यों भड़के देवेंद्र फडणवीस? बोले- बहाना नहीं, हार पर करें मंथन
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि 5 साल में जितने मतदाता महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट में जोड़े गए, उससे ज्यादा मतदाता सिर्फ 5 महीने में जोड़ दिए गए हैं. उनके इस बयान पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार किया है.
Maharashtra Politics: लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने 7 फरवरी को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का दावा किया. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2019 और लोकसभा 2024 के बीच 5 साल में 32 लाख मतदाता जोड़े गए, लेकिन 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच 5 महीने की अवधि में 39 लाख नए मतदाता जोड़ गए. सवाल यह है कि ये 39 लाख मतदाता कौन हैं? यह हिमाचल प्रदेश के कुल मतदाताओं के बराबर है. दूसरा मुद्दा यह है कि महाराष्ट्र में राज्य की कुल मतदाता आबादी से ज़्यादा मतदाता क्यों हैं? महाराष्ट्र में अचानक मतदाता कैसे बढ़ गए.
राहुल गांधी के इन आरोपों पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि राहुल हार का बहाना न ढूंढ़ें, बल्कि इस पर मंथन करें. फडणवीस ने कहा कि राहुल को पता है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की करारी हार होने जा रही है. इसलिए उन्होंने कवर फायरिंग के लिए महाराष्ट्र का मुद्दा उठाया है. उन्होंने राहुल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने सभी शिकायतों का समाधान किया है.
महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि चुनाव आयोग ने इस बात का जवाब दिया है कि मतदाता कहां से आए और किसका नाम काटा गया. इसलिए इनका अलग से जवाब देने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि राहुल जब तक मंथन नहीं करेंगे, उनकी पार्टी पुनजीर्वित नहीं होगी. उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए.
'चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट में किया हेरफेर'
इससे पहले, राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट में हेरफेर किया है. अब आयोग की जिम्मेदारी है कि वह जो कुछ हुआ है, उसके बारे में बताए. उन्होंने कहा कि अगर आपको डेटा देने में कोई समस्या नहीं है, तो हमें अभी लिस्ट दें, क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो यह हमारे लोकतंत्र पर गंभीर सवाल उठाता है. इसका मतलब है कि हम संविधान के पूर्ण विनाश की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन हम रुकेंगे नहीं. हम संविधान के लिए लड़ते रहेंगे, क्योंकि यह हमारा काम है और बाबासाहेब आंबेडकर हमारी प्रेरणा हैं.
राहुल ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं के जितने लोग जोड़े गए हैं. जहां ये नए मतदाता जोड़े गए हैं, वहां पर बीजेपी को ज्यादा वोट मिले हैं. आयोग ने खुद बताया है कि महाराष्ट्र में जनसंख्या से ज्यादा मतदाता हैं.
नेता विपक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग ही अंतिम प्राधिकरण है. वे हमें यह नहीं समझा पाएंगे कि महाराष्ट्र में राज्य की वयस्क आबादी से ज़्यादा मतदाता कैसे हैं. इसलिए उन्हें हमें वोटर लिस्ट देनी होगी, ताकि हम इस विसंगति को समझा सकें... और मुझे यकीन है कि अगर वे हमें मतदाता सूची देते हैं, तो एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, जिसमें इन ज़रूरी सवालों के जवाब दिए जाएंगे. अगर फिर भी हमारी बात नहीं सुनी जाती है, तो अगला कदम न्यायपालिका से संपर्क करना होगा.
राहुल ने कहा कि हमें नहीं पता कि कितने मतदाता हटाए गए हैं या कहां हटाए गए हैं. हमें सिर्फ़ इतना पता है कि कितने जोड़े गए हैं. हमें संदेह है कि हटाए गए मतदाताओं की संख्या, जोड़े गए मतदाताओं की संख्या से कहीं ज़्यादा है.
'आयोग हमें नहीं दे रहा सेंट्रलाइज्ड और फाइनल लिस्ट'
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हमें महाराष्ट्र चुनाव से जुड़ी सेंट्रलाइज्ड और फाइनल लिस्ट चाहिए, जिस पर लोक सभा और विधानसभा में वोटिंग हुई है।, लेकिन हमें यह लिस्ट नहीं मिलती है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग हमें ये लिस्ट तुरंत दे सकता है, पर नहीं दे रहा है.
मल्लिकार्जुन खरगे ने भी उठाए सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि महाराष्ट्र में 2024 लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव की वोटर लिस्ट में भारी अंतर उजागर हुआ है. इसको देखते हुए चुनाव आयोग को Excel Format में एक सम्मिलित फ़ोटो वोटर लिस्ट, जिसका इस्तेमाल मतदान के लिए हुआ है, वो हमें उपलब्ध करानी चाहिए. खरगे ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता में विश्वास एवं लोकतंत्र में आस्था के लिए ये बेहद ज़रूरी है. हम 'मदर ऑफ़ डेमोक्रेसी' को 'मैनीप्युलेटेड डेमोक्रेसी' नहीं बनने देंगे.





