सिखों को बिना पगड़ी के भेजा भारत, महिलाओं-बच्चों को पहनाई हथकड़ी... भारत के आरोपों पर क्या बोला अमेरिका?
भारत सरकार ने अमेरिका से उन भारतीय नागरिकों की धार्मिक मान्यताओं और खान-पान की प्राथमिकताओं का सम्मान करने को कहा है, जिन्हें अमेरिका से भारत वापस भेजा जा रहा है. इस पर अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि 5, 15 और 16 फरवरी को भारत पहुंचे चार्टर्ड विमानों में किसी भी यात्री को उनके धार्मिक परिधान, जैसे पगड़ी, हटाने के लिए नहीं कहा गया था. यह जानकारी राज्यसभा में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने सांसद हरभजन सिंह की तरफ से पूछे गए सवाल के जवाब में दी.

Deportation of Indians from the US Turban Controversy: हाल ही में, अमेरिका से भारत लौटाए गए कुछ भारतीय नागरिकों के साथ हुई घटनाओं को लेकर भारत सरकार ने चिंता जताई है. विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में बताया कि भारत सरकार ने अमेरिकी प्रशासन से अनुरोध किया है कि निर्वासित भारतीय नागरिकों की धार्मिक मान्यताओं और खान-पान की प्राथमिकताओं का सम्मान किया जाए. उन्होंने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि 5, 15 और 16 फरवरी को भारत पहुंचे चार्टर्ड विमानों में किसी भी यात्री को उनके धार्मिक परिधान, जैसे पगड़ी, हटाने के लिए नहीं कहा गया था. उन्होंने केवल शाकाहारी भोजन की मांग की थी. अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (CBP) ने यह भी बताया कि कुछ यात्री पहले से ही बिना पगड़ी के अमेरिकी सीमा पर पहुंचे थे.
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में सांसद हरभजन सिंह की तरफ से पूछे गए सवाल के जवाब में यह जानकारी दी. हरभजन सिंह ने सवाल पूछा था कि क्या मंत्रालय इस बात से अवगत है कि हाल ही में पंजाब के सिखों को अमेरिका से बिना पगड़ी के भारत वापस भेजा गया? यदि हां, तो क्या इस मुद्दे को अमेरिका के अधिकारियों के सामने उठाया गया है? क्या निर्वासन के दौरान मानवाधिकारों और धार्मिक भावनाओं के उल्लंघन का मामला अमेरिका के अधिकारियों के साथ चर्चा में आया? यदि हां, तो क्या इसके विस्तृत विवरण उपलब्ध हैं?
"कुछ यात्री पहले से ही बिना पगड़ी के अमेरिकी सीमा पर पहुंचे थे'
हरभजन के सवाल का जवाब देते हुए कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया कि अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (CBP) ने बताया कि कुछ यात्री पहले से ही बिना पगड़ी के अमेरिकी सीमा पर पहुंचे थे. हालांकि, विदेश मंत्रालय ने विशेष रूप से 5 फरवरी को आए विमान में यात्रियों के साथ किए गए व्यवहार, खासकर महिलाओं को हथकड़ी पहनाने को लेकर, अमेरिकी अधिकारियों के सामने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है.
'किसी भी महिला या बच्चे को हथकड़ी नहीं पहनाई गई थी'
विदेश राज्य मंत्री ने कहा, अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि 15 और 16 फरवरी को भारत पहुंचे उड़ानों में किसी भी महिला या बच्चे को हथकड़ी नहीं पहनाई गई थी. भारत में उतरने के बाद हमारी एजेंसियों ने इन यात्रियों से बातचीत कर इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका के साथ लगातार संपर्क में है कि भविष्य में इस तरह की निर्वासन प्रक्रिया के दौरान भारतीय नागरिकों के साथ मानवीय व्यवहार किया जाए.
अमेरिका में अवैध रूप से घुसे भारतीयों को भेजा जा रहा वापस
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका में अवैध तरीके से घुसे भारतीयों को वापस भारत भेजा जा रहा है. इसी कड़ी में 5, 15 और 16 फरवरी को चार्टर्ड विमानों से भारतीयों को भारत भेजा गया है. इस दौरान 5 फरवरी को जो वीडियो सामने आया था, उसमें लोगों के हाथ में हथकड़ी लगी हुई नजर आई थी, जिसे लेकर विपक्ष ने सरकार पर जमकर निशाना साधा था.