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ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ेगा रक्षा बजट, सेना को मिलेगा ₹50,000 करोड़ का 'ब्रह्मास्त्र'

ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी के बाद भारत ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है. मोदी सरकार रक्षा बजट में ₹50,000 करोड़ का अतिरिक्त आवंटन करने जा रही है. इससे सेना को अत्याधुनिक हथियार, रिसर्च और युद्ध प्रणाली में नई ताकत मिलेगी. यह फैसला पाकिस्तान के लिए सैन्य और मनोवैज्ञानिक दोनों मोर्चों पर झटका साबित हो सकता है.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ेगा रक्षा बजट, सेना को मिलेगा ₹50,000 करोड़ का ब्रह्मास्त्र
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 16 May 2025 11:34 AM IST

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की रणनीतिक मुद्रा और आक्रामक होने जा रही है. अब बात केवल एक सैन्य कार्रवाई तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसका असर रक्षा नीति और बजट पर भी साफ दिखाई देगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता से उत्साहित होकर रक्षा बजट में ₹50,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आवंटन करने जा रही है. इससे भारत की सैन्य क्षमता और तेजी से सशक्त होगी और पाकिस्तान पर मनोवैज्ञानिक दबाव और गहराएगा.

यदि यह बजट संशोधन की मंजूरी मिल जाती है, तो यह भारत के इतिहास में सबसे बड़ा रक्षा निवेश बन सकता है. वर्तमान वित्त वर्ष के लिए घोषित ₹6.81 लाख करोड़ के रक्षा बजट में यह अतिरिक्त धन जोड़ने पर कुल आंकड़ा ₹7.3 लाख करोड़ से अधिक हो जाएगा. यह न सिर्फ देश की सैन्य तैयारी को बढ़ावा देगा, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की सैन्य हैसियत को भी नई ऊंचाई देगा.

संसद के आगामी सत्र में होगा पारित

इस अतिरिक्त बजट का उद्देश्य स्पष्ट है भारतीय सेना को अत्याधुनिक तकनीक और घातक हथियारों से लैस करना. सूत्रों के अनुसार, यह रकम रक्षा अनुसंधान, हथियारों, गोला-बारूद, निगरानी उपकरण और उच्च स्तरीय युद्ध प्रणाली पर खर्च की जाएगी. साथ ही, फ्रंटलाइन फोर्सेज़ की तत्परता और लॉजिस्टिक सपोर्ट को भी सुदृढ़ किया जाएगा. संसद के आगामी सत्र में इस प्रस्ताव को विधिवत पारित किया जा सकता है.

2014 से अबतक रक्षा बजट हुआ तीन गुना

मोदी सरकार के लिए रक्षा अब सिर्फ एक बजटीय मद नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की प्राथमिक नीति बन गई है. 2014 में सत्ता में आने के बाद से भारत का रक्षा बजट लगभग तीन गुना हो गया है. 2.29 लाख करोड़ से शुरू होकर यह आज ₹7 लाख करोड़ के पार पहुंचने वाला है. यह न केवल पड़ोसी देशों के लिए संदेश है, बल्कि भारत की आंतरिक तैयारियों का संकेत भी.

ऑपरेशन सिंदूर ने तोड़ दी आतंकियों की कमर

ऑपरेशन सिंदूर इस नई सोच की दिशा बनकर उभरी है. इस ऑपरेशन में भारत ने नियंत्रण रेखा पार कर पीओके और पाकिस्तानी सीमा के भीतर आतंकी ठिकानों पर प्रहार किया. यह कार्रवाई न सिर्फ सामरिक रूप से अहम थी, बल्कि राजनीतिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण से भी भारत की नई सैन्य नीति का ऐलान थी जहां जवाब तुरंत और तीखा होगा.

पाकिस्तान का सूख रहा गला

पाकिस्तान के लिए यह संकेत काफी है कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, आक्रामक रणनीति अपना रहा है. ऑपरेशन सिंदूर का असर अभी बाकी है, और आने वाले महीनों में भारत के हथियार भंडार, मिसाइल क्षमता और सीमा पर उपस्थिति में भारी बदलाव देखा जा सकता है. पाकिस्तान की चिंता अब महज़ सैन्य कार्रवाई नहीं, भारत की दीर्घकालिक सैन्य योजना बन गई है.

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