फेंगल चक्रवात का लैंडफॉल हुआ शुरू, चेन्नई में रडार से की जा रही निगरानी; पढ़ें अब तक के अपडेट
फेंगल तूफान के कारण आम जन जीवन व्यस्त हो चुका है. फेंगल का पुडुचेरी के पास लैंडफॉल हुआ है. इससे सावधानी बरतते हुए सरकार ने कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया है. साथ ही स्कूल-कॉलेज बंद रखने का फैसला किया. इस दौरान सरकार ने स्थानिय लोगों से घरों के अंदर रहने की भी अपील की है.

फेंगल तूफान का लैंडफॉल शुरू हो गया है. अगले 3 से 4 घंटों में यह उत्तर तमिलनाडु और पुदुचेरी के तटों को कराईकल और महाबलीपुरम के बीच, लगभग 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पार कर सकता है. चेन्नई में डॉपलर वेदर रडार के जरिए इस प्रणाली की लगातार निगरानी की जा रही है.
चेन्नई के कई इलाकों में भयंकर चक्रवाती तूफान फेंगल ने अपने प्रभाव से लोगों पर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार इसका सबसे अधिक प्रभाव तमिलनाडु और पुडुचेरी में देखने को मिल रहा है. भारी बरसात के साथ तेज और ठंडी हवाएं चल रही हैं. वहीं मौसम विभाग ने आज मौसम एक्टिव होने का अनुमान जताया है.
मौसम विभाग और सरकार ने तूफान से बचने के लिए कई सावधानियां बरती हैं. इनमें कई राज्यों में रेड अलर्ट से लेकर स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है. इतना ही नहीं अधिकारियों ने लोगों से घर के अंदर रहने की भी अपील की है. वहीं इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने उदयनिधि स्टालिन ने ग्राउंड पर काम करने वाले वॉलंटियर्स का आभार जताया है.
लैंडफॉल की कैसी तैयारी
वहीं पुडुचेर के डीएम ए कुलोतुंगन वे ने तूफान को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि आज शाम 7 बजे फेंगल का लैंडफॉल होने वाला है. इस लैंडफॉल के मद्येनजर प्रशासन की ओर से हमने चक्रवात फेंगल के लिए इंतजाम किए हैं. उन्होंने बताया कि लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कई शिविर लगवाएं गए हैं. कई व्यवस्थाएं की गई हैं. लोगों को चेतावनी दी गई. इस संबंध में 4 हजार से अधिक अधिकारियों को भी जरूरी दिशानिर्देश दिए गए हैं.
कई जिलों में रेड अलर्ट घोषित
तूफान से सावधानी और स्थिति को देखते हुए कई सरकारी अस्पताल कई इलाकों में जलभराव की स्थिति देखने को मिली. कुछ जगहों पर पेड़ उखड़ गए. इतना ही नहीं भारी बारिश के कारण तमिलनाडु के कई इलाकें जैसे चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, विलुप्पुरम, कल्लाकुरिची और कुड्डालोर जिलों में रेड अलर्ट की घोषणा की गई है.
वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चक्रवात फेंगल के प्रभाव से लगातार बारिश के चलते कई सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है. वहीं इस स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने तूफान से प्रभावित जिलों में स्कूल बंद रखने का एलान किया है. इसी क्रम में तिरुवरुर, कुड्डालोर, नागपट्टिनम और मयिलादुथुराई में स्कूल बंद हुए. लेकिन इस बीच चेन्नई और कांचीपुरम जैसे क्षेत्र जिनमें तूफान का कम प्रभाव रहा. वहां स्कूल सामान्य रूप से चलने वाले हैं.
सरकार ने लोगों को दिया आश्वासन
कई इलाकों की खराब स्थिति को देखते हुए तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालीन की इसपर प्रतिक्रिया सामने आई है. डिप्टी सीएम ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सरकार संभव प्रयास और एहतियाती कदम उठा रही है. इस दौरान उन्होंने ग्राउंड पर काम करने वाले वॉलंटियर्स का भी शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगो को पूरा करेगी.
लोकल ट्रेनें हुईं प्रभावित
इस बीच भारी तूफान के कारण लोकल ट्रेनें काफी प्रभावित हुई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चेन्नई बीच और वोलाचेरी के बीच चलने वाली ट्रेनों को कुछ समय के लिए स्थगित (सस्पेंड) कर दिया गया है. मद्रास यूनिवर्सिटी ने भी तूफान को लेकड़ कड़े कदम उठाए और डिस्टेंस मोड परीक्षाओं को टाल दिया है. अब परिक्षाएं 15 दिसबंर से होने वाली हैं.
एयरपोर्ट बंद, उड़ाने हुई प्रभावित
स्थिती की गंभीरता को देखते हुए चेन्नई एयरपोर्ट को शनिवार दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक बंद रखने का फैसाल किया है. मीडिया रिपोर्ट के कारण भारी बारिश के कारण काफी प्रभाव पड़ा. जिसके कारण उड़ानों में दिक्कत हुईं. एयरलाइंस की ओर से भी अपने ट्रैवल को लेकर पहले से प्लानिंग करने की एडवाइजरी जारी की जा रही है.
इन इलाकों में हुई तेज बारिश
फेंगल चक्रवात तूफान के कारण कई इलाकें चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची, कडलूर जिलों और पुडुचेरी में शनिवार को भारी बारिश देखने को मिली. जिसके कारण इन इलाकों में IMD ने रेड अलर्ट जारी किया. वहीं कई इलाके जैसे रानीपेट, तिरुवन्नामलाई, वेल्लोर, पेरम्बलूर, अरियालूर, तंजावुर, तिरुवरुर, मयिलादुथुरै, नागपट्टिनम जिलों और कराईकल क्षेत्र में भी तेज बारिश का अनुमान लगाया है.
तमिलानडु पर सबसे ज्यादा असर
इस तूफान का सबसे ज्यादा असर तमिलनाडु पर पड़ा है. जानकारी सामने आई कि बारिश के कारण राज्य में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. करीब 800 एकड़ से भी ज्यादा की फसलों पर जलभराव हो गया है. राज्य के अंद्रूनी इलाकों में तीन दिसंबर तक भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है.
लोगों से की गई अपील
वहीं अधिकारियों ने लोगों से इस तूफान से सावधानी बरतने के लिए स्थानिय लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी है. साथ ही ये जानकारी दी कि सभी स्कूल कॉलेज बंद रहने वाले हैं. लेकिन इश बीच स्थानिय लोगों की भी सहायता की आवश्यकता होगी.
राहत शिविर में लोगों को भेजा गया
प्रभावित क्षेत्रों वाले इलाकों में लोगों को शनिवार को चेंगलपट्टू जिले के कलपक्कम के पास राहत शिविरों में भेजा जा रहा है. आईएमडी की ओर से कहा गया कि इस तूफान के कारण लैंडस्लाइड का खतरा है. इसके कारण तेज हवाएं और छोटे पेड़ उखाड़ सकती हैं. इससे घरों, टेलीफोन लाइनों और बिजली लाइनों को नुकसान पहुंचा सकती हैं.