इतना ताकतवर था Cyclone Helene कि ऊपरी वायुमंडल में पैदा हो गई लहरें, NASA ने शेयर की तस्वीरें
नासा ने सितंबर में फ्लोरिडा के खाड़ी तट पर तूफान हेलेन आया था. यह बहुत ही शक्तिशाली था कि इसने पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में बहुत ही बड़ी लहरें पैदा कर दीं, जिन्हें वायुमंडलीय गुरुत्वाकर्षण तरंगें कहा जाता है. इस तूफान के कारण 230 से अधिक लोग मारे गए, जबकि अरबों डॉलर की संपत्ति का नुकसान हुआ.

Cyclone Helene: अमेरिका में इस साल सितंबर के महीने में भयानक तूफान हेलेन का कहर देखने मिला. इससे आप लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. इस प्राकृतिक आपदा में सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई थी. इस बीच नासा ने तूफान की नई तस्वीरें शेयर की हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नासा ने सितंबर में फ्लोरिडा के खाड़ी तट पर तूफान हेलेन आया था. यह बहुत ही शक्तिशाली था कि इसने पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में बहुत ही बड़ी लहरें पैदा कर दीं, जिन्हें वायुमंडलीय गुरुत्वाकर्षण तरंगें कहा जाता है.
नासा ने रिकॉर्ड की तस्वीरें
नासा के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर लगा हुआ वायुमंडलीय तरंग प्रयोग ने जमीन से लगभग 90 किलोमीटर ऊपर लहरों को रिकॉर्ड किया, जो अंतरिक्ष के मौसम पर स्थलीय मौसम के प्रभाव को दर्शाता है. AWE उपकरण इन तरंगों का पता एयरग्लो को मापकर लगाता है - जो कि मेसोस्फीयर में गैसों द्वारा दी जाने वाली एक धीमी रोशनी है.
तूफान में इतने लोगों ने गवाई जान
साइक्लोन हेलेन ने अमेरिका में काफी तबाही मचाई थी. जिसकी स्पीड 225 किमी/घंटा तक थी जब यह फ्लोरिडा तट पर पहुंचा. अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, तूफान के कारण 230 से अधिक लोग मारे गए, जबकि अरबों डॉलर की संपत्ति का नुकसान हुआ. तूफान हेलेन के कुछ सप्ताह बाद अमेरिकी राज्य को मिल्टन नामक एक और शक्तिशाली तूफान का सामना करना पड़ा.
क्या होती हैं वायुमंडलीय गुरुत्व तरंगें?
जानकारी के अनुसार समुद्र में लहरें जब हवा में गड़बड़ी होती है तो हवा में कंपन होती है, तब वायुमंडल में वायुमंडलीय गुरुत्व तरंगें उठती हैं. यह वैसा ही होता है जब आप किसी शांत तालाब में पत्थर गिराते हैं, लेकिन वे पानी के बजाय हवा और बादलों के ऊपर से लुढ़कते हैं. जिस तरह पानी में गड़बड़ी होने पर समुद्र या झील में लहरें बनती हैं, उसी तरह हवा में गड़बड़ी होने पर वायुमंडल में भी लहरें बनती हैं. वे तब बनते हैं जब पहाड़ियों या पहाड़ों द्वारा हवा को वायुमंडल में स्थिर हवा की परत में ऊपर की ओर धकेला जाता है. वहीं नासा का कहना है कि वायुमंडलीय गुरुत्वाकर्षण तरंगें तूफान, बड़े तूफान, हवा के झोंके, बवंडर और यहां तक कि सुनामी से भी पैदा हो सकती हैं.