'राहुल गांधी सुरक्षा प्रोटोकॉल का नहीं कर रहे पालन', CRPF का दावा, विदेश यात्राओं का दिया हवाला
Rahul Gandhi Security News: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी को लेकर सीआरपीएफ ने दावा किया है कि उन्होंने कई बार सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं. सुरक्षा एजेंसी ने विदेश यात्राओं और कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी का हवाला दिया है.
 
  Rahul Gandhi Security CRPF: कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा में हैं. इस बार सीआरपीएफ ने अपने बयान में कहा है कि राहुल गांधी बार-बार सुरक्षा नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. सीआरपीएफ ने उनकी विदेश यात्राओं समेत कई मौकों पर सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी का अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है. इससे पहले भी राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर कई बार विवाद खड़ा हो चुका है?.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को उनके विदेश दौरों के दौरान कथित तौर पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन न करने के लिए एक चिट्ठी लिखी है. इस मामले पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे या कांग्रेस पार्टी की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है. बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी लिखे अपने पत्र में सीआरपीएफ के वीवीआईपी सुरक्षा प्रमुख सुनील जून ने आरोप लगाया था कि गांधी अपने सुरक्षा कवर को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. वह ज्यादातर बिना किसी को बताए विदेश यात्रा कर रहे हैं.
सीआरपीएफ अधिकारी ने गांधी के इटली (30 दिसंबर से 9 जनवरी), वियतनाम (12 से 17 मार्च), दुबई (17 से 23 अप्रैल), कतर (11 से 18 जून), लंदन (25 जून से 6 जुलाई) और मलेशिया (4 से 8 सितंबर) जैसे देशों के विदेश दौरों का हवाला दिया. पत्र में कहा गया है कि रायबरेली के सांसद सीआरपीएफ की येलो बुक में शामिल प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं.
राहुल गांधी को हासिल है जेड प्लस सुरक्षा
कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी को वर्तमान में उन्नत सुरक्षा संपर्क (एएसएल) के साथ जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है. जेड प्लस एएसएल, गंभीर खतरे की आशंका वाले व्यक्तियों को प्रदान की जाने वाली उच्चतम सुरक्षा में से एक है और इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड कमांडो सहित लगभग 55 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं. एएसएल के तहत सुरक्षाकर्मी स्थानीय पुलिस और खुफिया इकाइयों के साथ समन्वय में अपने वीआईपी के दौरे वाले स्थान की पूर्व-जांच करते हैं.
कांग्रेस ने लगाया था सुरक्षा में चूक का आरोप
यह पहली बार नहीं है कि सीआरपीएफ ने राहुल गांधी को उनके सुरक्षा कवर के बारे में पत्र लिखा है. साल 2022 में सीआरपीएफ ने कहा था कि कांग्रेस नेता ने 2020 से 113 मौकों पर सुरक्षा नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. इसमें पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा का दिल्ली चरण भी शामिल है.
साल 2023 में कांग्रेस ने यात्रा के कश्मीर चरण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में चूक का आरोप लगाया था, जब श्री गांधी के घाटी में प्रवेश करने पर एक बड़ी अप्रत्याशित भीड़ ने उनका स्वागत किया था. उनके पार्टी सहयोगियों ने बताया कि श्री गांधी भीड़ के बीच फँस गए थे और लगभग 30 मिनट तक मिल नहीं पाए.
वोटर अधिकार यात्रा में भी हुई अनदेखी
हाल ही में कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर 24 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने वाली भारत जोड़ो यात्रा में 'सुरक्षा उल्लंघन' का आरोप लगाया था. पिछले महीने एक सुरक्षा उल्लंघन में गांधी बिहार में एक दोपहिया वाहन पर 'मतदाता अधिकार यात्रा' में भाग ले रहे थे, जब एक अज्ञात व्यक्ति ने अचानक उन्हें कसकर गले लगा लिया और उनके कंधे पर चुंबन ले लिया. जैसे ही कांग्रेस नेता अपने दोपहिया वाहन को संतुलित रखने के लिए संघर्ष कर रहे थे, सुरक्षाकर्मी उस घुसपैठिए पर टूट पड़े, जिसे थप्पड़ मारकर किनारे कर दिया गया.
साल 2019 में केंद्र सरकार ने लगभग तीन दशकों के बाद, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और उनके बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को दी गई विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) सुरक्षा वापस ले ली. इस सुरक्षा कवर को सीआरपीएफ द्वारा बदल दिया गया.







