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'मैं तेरे बाप का भी दोस्त था', संसद में क्यों फूटा कांग्रेस चीफ खरगे का गुस्सा?

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस जारी थी. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सदन को संबोधित कर रहे थे. वहीं इसी दौरान उन्हें भाजपा सांसद पर बिफरते हुए देखा गया. खरगे ने सख्त लहजे में कहा कि 'तेरे बाप का मैं ऐसा दोस्त था' उनके इस बयान पर सदन में हंगामा देखने को मिला. हालांकि सभापति ने दोनों पक्षों को शांत करवाने की भी कोशिश की.

मैं तेरे बाप का भी दोस्त था, संसद में क्यों फूटा कांग्रेस चीफ खरगे का गुस्सा?
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( Image Source:  ANI )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 5 Feb 2025 5:17 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में भाषण देते हुए अपना आपा खो दिया और भाजपा सांसद नीरज शेखर को खरी खोटी सुना डाली. दरअसल खरगे जब राज्यसभा में बयान दे रहे थे उसी दौरान भाजपा सांसद भाषण के बीच में उन्हें टोकने लगे. जिस पर खरगे ने आपा खो दिया और कहा कि 'तेरे बाप का भी मैं ऐसा साथी था.

आपको बता दें कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान खरगे ने सदन को संबोधित किया. इस दौरान वह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपयों में गिरवाट पर चर्चा कर रहे थे. लेकिन इस पर भाजपा सासंद शेखर उन्हें बार-बार टोकते नजर आए. अब इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने ऐसा कहा.

तेरे बाप का मैं ऐसा साथी

अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि 'तुझको बचपन से मैंने देखा है तुझको लेकर घूमा, तू क्या बात करता है तेरे बाप का भी मैं ऐसा साथी था. चुप-चुप-चुप बैठ'. उनके इस लहजे पर सदन में फिर हंगामा भड़का. हालांकि सभापति जगदीप धनखड़ ने दोनों ही पक्षों को शांत करवाने की कोशिश भी की थी. सभापति ने इस दौरान कहा कि चंद्रशेखर नीरज देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं. उनका सम्मान अतुलनीय है. हालांकि उन्होंने पूर्व पीएम के बारे में उनके बयान को वापस लेने का अनुरोध किया.

भाजपा की अपमान करने की आदत

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमारी किसी भी पार्टी का अपमान करने की आदत नहीं है. ऐसा सिर्फ भाजपा ही करती है. उन्होंने सदन में मनमोहन सिंह का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा कि किसी ने कहा कि वह रेनकोट पहनकर नहाते हैं, तो किसी ने कहा वे बोलते और बात नहीं करते, कोई कहता है कि वे सरकार नहीं चला सकते. इस तरह की अपमानजनक बातें उनके खिलाफ में की गई. लेकिन उन्होंने सभी बातों को सहन किया और देशहित के लिए चुप रहे. खरगे बोले कि कुछ लोग उन्हें मौनी बाबा कहते थे. लोगों का अपमान करने की आदत भाजपा की है. हमारी आदत अपमान सहने की है.

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