पुरी रथयात्रा भगदड़ को लेकर एसपी और डीएम सस्पेंड, CM ने माफी मांगी; व्यवस्था को लेकर विपक्षी दलों ने क्या कहा?
पुरी की रथयात्रा में भगदड़ से तीन श्रद्धालुओं की मौत पर मुख्यमंत्री मोहन माझी ने इसे "अक्षम्य लापरवाही" बताते हुए माफी मांगी. विपक्षी नेताओं जैसे मल्लिकार्जुन खरगे और नवीन पटनायक ने सरकार की विफलता पर तीखे सवाल उठाए. कानून मंत्री से लेकर डीजीपी तक जांच और कार्रवाई के आश्वासन दे रहे हैं, पर सवाल उठता है क्या ये कदम काफी होंगे?

पुरी की विश्वप्रसिद्ध जगन्नाथ रथयात्रा इस बार श्रद्धा से नहीं, एक दर्दनाक हादसे से सुर्खियों में आ गई. रविवार सुबह श्रीगुंडिचा मंदिर के पास भारी भीड़ के बीच भगदड़ मचने से तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए. हादसे के बाद राज्य सरकार से लेकर विपक्ष तक सभी नेताओं ने इसे प्रशासन की विफलता करार देते हुए नाराजगी जताई है. वहीं, जांच की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है. वहीं, हादसे की कार्रवाई को लेकर एसपी और डीएम को सस्पेंड कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हादसे पर दुख जताते हुए इसे "अक्षम्य लापरवाही" बताया और कहा कि वे राज्य की जनता और श्रद्धालुओं से माफी मांगते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर भगवान जगन्नाथ से पीड़ितों के परिवारों को शक्ति देने की प्रार्थना की और चेतावनी दी कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी. उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और बताया कि डीजीपी स्वयं पुरी पहुंच चुके हैं. वहीं, हादसे की कार्रवाई को लेकर एसपी और डीएम को सस्पेंड कर दिया गया है. उनके स्थान पर चंचल राणा को नया डीएम और पिनाक मिश्रा को नया एसपी नियुक्त किया गया है.
दोषियों पर होगी कार्रवाई: कानून मंत्री
ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने स्पष्ट किया कि इस हादसे की निष्पक्ष जांच की जा रही है और कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा. उन्होंने कहा कि डीजीपी मौके पर हैं और जांच में मिले हर तथ्य पर कार्रवाई होगी. उन्होंने दोहराया कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सरकार गंभीर कदम उठाएगी.
भीड़ नियंत्रण बड़ी चुनौती: ओडिशा DGP
राज्य के पुलिस महानिदेशक वाईबी खुरानिया ने कहा कि इस वर्ष रथयात्रा में भीड़ का आंकड़ा पिछले सभी वर्षों से ज्यादा था. उन्होंने माना कि इसी वजह से नियंत्रण मुश्किल हुआ और हादसा हुआ. डीजीपी ने बताया कि प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है और हादसे की जांच जारी है.
पोस्टमॉर्टम से खुलेगा राज: डीएम पुरी
पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ स्वैन ने बताया कि सुबह के समय घायल हुए 15 श्रद्धालुओं में से 12 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. उन्होंने कहा कि मृतकों के पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया चल रही है और मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि रिपोर्ट आने के बाद ही की जा सकेगी. साथ ही प्रशासन हरसंभव मदद में जुटा है.
खरगे का हमला: यह लापरवाही अक्षम्य
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रथयात्रा हादसे को लेकर ओडिशा सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी धार्मिक यात्रा में व्यवस्थागत चूक अस्वीकार्य है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह हादसा शुक्रवार को ही 500 श्रद्धालुओं के घायल होने की रिपोर्ट के बाद हुआ है, फिर भी सरकार सजग नहीं हुई. यह दुखद और अक्षम्य है.
सरकार नाकाम साबित हुई: नवीन पटनायक
बीजेडी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रथयात्रा हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि यह सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सरकार की व्यवस्था पर गहरा सवाल है. उन्होंने ट्वीट किया कि एक दिन पहले ही भीड़ प्रबंधन की विफलता उजागर हुई थी, फिर भी कोई सबक नहीं लिया गया. यह सरकार की गंभीर अक्षमता को दर्शाता है.