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Assembly Election Results 2024: हरियाणा में लगातार तीसरी बार BJP का बजा डंका, जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर अब्दुल्ला राज

Election Results 2024: हरियाणा में भाजपा लगातार तीसरी बार सरकार बनाने को तैयार है. वहीं जम्मू-कश्मीर में एनसी-कांग्रेस बहुमत की ओर बढ़ रही है. एनसी चीफ फारूक अब्दुल्ला ने ऐलान किया है उनके बेटे और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ही राज्य ने नए सीएम को तौर पर शपथ लेंगे.

Assembly Election Results 2024: हरियाणा में लगातार तीसरी बार BJP का बजा डंका, जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर अब्दुल्ला राज
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Assembly Election Results 2024
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 8 Oct 2024 8:00 PM IST

Assembly Election Results 2024: हरियाणा में भाजपा लगातार तीसरी बार तो जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन सरकार बनाने जा रही है. एग्जिट पोल को नकारते हुए एक बार फिर से विधानसभा चुनाव के नतीजे कुछ चौंकाने वाले साबित हुए. भाजपा की हरियाणा चुनावों में सबसे बड़ी जीत के साथ ही हिंदी पट्टी का यह राज्य भाजपा का गढ़ बनता दिख रहा है. यहां हैट्रिक लगाते हुए बीजेपी राज्य में चुनावी इतिहास रचने को तैयार है. वहीं जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने करीब एक दशक बाद हुए चुनाव में जीत हासिल कर ली है.

चुनाव आयोग के मुताबिक, हरियाणा में बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की है और कांग्रेस को 37 सीटों पर विजय मिली. इंडियन नेशनल लोकदल के खाते में 2 सीटें आई तो निर्दलीय 3 सीटों पर जीत दर्ज की है. हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं. हरियाणा चुनाव में कांग्रेस फिर से लड़खड़ा गई, जिसे सत्ता विरोधी लहर का लाभ मिलता दिख रहा था और इस लड़ाई में आगे दिख रही थी. कांग्रेस बीजेपी को हटाने में कामयाब नहीं हो पाई. वहीं अपनी जीत पर बीजेपी नेताओं ने कहा कि पिछले 10 सालों में किए गए कामों के आधार पर हरियाणा में उनकी सरकार पर लोगों ने भरोसा जताया है.

जम्मू और कश्मीर में, नेशनल कॉन्फ्रेंस 42 सीटें, बीजेपी 29 सीटें, कांग्रेस ने 6 सीटें, पीडीपी ने 3 सीटें, जेके पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने 1, आप ने 1 और निर्दलीय ने 7 सीटें जीती हैं. जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला ने नतीजों पर खुशी जताई और कहा कि उमर अब्दुल्ला राज्य के मुख्यमंत्री होंगे. श्रीनगर में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'लोगों ने अपना जनादेश दिया है, उन्होंने साबित कर दिया है कि वे 5 अगस्त को लिए गए फैसले को स्वीकार नहीं करते हैं. उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री होंगे.'

हरियाणा में पार्टियों की बढ़ा वोट प्रतिशत

कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में हरियाणा में अपने वोट शेयर में सुधार किया. हालांकि, बीजेपी के भी वोट प्रतिशत में सुधार हुई है. दोनों पार्टियों के पास लगभग 39 फीसदी वोट हैं. वोटों की गिनती के दौरान कांग्रेस ने दावा किया कि चुनाव आयोग अपनी वेबसाइट को वास्तविक समय के आधार पर अपडेट नहीं कर रहा है.

कम सैनी की नायाब जीत

लाडवा से जीतने वाले हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चुनावों में पार्टी के प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद कुरुक्षेत्र में अपने आवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई दी. उन्होंने कहा, 'मैं हरियाणा के 2.80 करोड़ लोगों को तीसरी बार बीजेपी के कामों पर मुहर लगाने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. यह सब केवल पीएम मोदी की वजह से है. उनके नेतृत्व में हम आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने मुझसे बात की और अपना आशीर्वाद दिया. मुझे विश्वास था कि हरियाणा के गरीब, किसान और युवा मुझे आशीर्वाद देंगे.'

'लोगों ने कांग्रेस को नकारा' -पूर्व CM खट्टर

केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि लोगों ने कांग्रेस को नकार दिया है. उन्होंने कहा, 'लोगों ने यह संदेश दिया है कि पीएम मोदी की नीतियों का राज्य के लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. यह हरियाणा में एक रिकॉर्ड है कि कोई पार्टी तीसरी बार सत्ता में आई है.' उन्होंने आगे कहा, 'चुनाव का मुद्दा यह था कि हमने हरियाणा के पहलवानों, किसानों, युवाओं के लिए जो काम किया है, कांग्रेस कभी ऐसा नहीं कर सकती है.लहमारे सीएम ने पहले ही कहा है. एक दिन आएगा जब जनता देगी जवाब और ये (कांग्रेस) एक ही बात कहेंगे कि ईवीएम खराब है.'

इन नए चेहरों ने पहली बार की जीत हासिल

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जलवा बरकरार रहा. उन्होंने गढ़ी सांपला-किलोई से 71,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की है. उन्हें कांग्रेस अभियान का चेहरा माना जाता है. वहीं पूर्व पहलवान विनेश फोगट ने जुलाना से 5,761 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है. अपनी जीत पर फोगट ने कहा, 'यह हर लड़की और हर महिला की लड़ाई है जो लड़ने का रास्ता चुनती है. यह हर संघर्ष, सच्चाई की जीत है. मैं इस देश से मिले प्यार और भरोसे को बनाए रखूंगी.' कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य ने कैथल से अपना पहला चुनाव जीता.

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर उमर अब्दुल्ला बनेंगे सीएम

आर्टिकल 370 के निरस्त होने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनावों में जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों के लिए मतदान हुआ. इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'हम बेरोजगारी, महंगाई और अन्य मुद्दों से निपटना चाहते हैं. मैं वोट देने के लिए सभी का आभारी हूं.' वहीं बडगाम और गंदेरबल से जीतने वाले उमर अब्दुल्ला ने मतदाताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, 'मैं वास्तव में खुश हूं कि एनसी को जीत मिली है और हम मतदाताओं के आभारी हैं. लोगों ने हमारी अपेक्षा से कहीं अधिक समर्थन दिया है. अब हमारा प्रयास यह साबित करना होगा कि हम इन वोटों के लायक हैं.'

महबूबा मुफ्ती को नहीं मिली जीत

पीडीपी चीफ और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस और एनसी को उनके पक्ष में जनादेश के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा, 'मैं कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई देती हूं' मैं स्थिर सरकार के लिए मतदान करने के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी बधाई देती हूं. अगर यह स्पष्ट जनादेश नहीं होता तो कोई सोच सकता था कि कुछ गड़बड़ हो सकती है.'

बेटी इल्तिजा भी हारी

महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा महबूबा मुफ्ती श्रीगुफवारा-बिजबेहरा से चुनाव हार गईं. इसे लेकर उन्होंने कहा, 'मैं लोगों के फ़ैसले को स्वीकार करती हूं. बिजबेहरा में सभी से मुझे जो प्यार और स्नेह मिला है, वह हमेशा मेरे साथ रहेगा. इस अभियान के दौरान कड़ी मेहनत करने वाले मेरे पीडीपी कार्यकर्ताओं का आभार भी व्यक्त करती हूं.

जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में और हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान हुआ था, जिसे लेकर आज वोटों की गिनती हुई और इसके साथ ही आर्टिकल 370 हटाए जाने से पहले भी अब्दुल्ला राज था और राज्य में हुए कई ऐतिहासिक बदलाव के बाद एक बार फिर से अब्दुल्ला राज आने वाला है. आखिरी चुनाव के बाद उमर अब्दुल्ला सीएम थे, जो दोबारा सत्ता पर काबिज होने के लिए तैयार हैं.

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