Begin typing your search...

महिला पुलिसकर्मियों के कपड़े उतारने की कोशिश, अश्लील इशारे; नागपुर हिंसा मामले में अब तक क्‍या-क्‍या हुए खुलासे

महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को भड़की हिंसा के दौरान दंगाइयों ने पुलिस पर हमला किया, कई घरों और वाहनों में तोड़फोड़ की, और ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी के साथ शर्मनाक हरकत की. गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में बताया गया कि दंगाइयों के एक समूह ने मौके पर तैनात महिला पुलिसकर्मी के कपड़े उतारने की कोशिश की.

महिला पुलिसकर्मियों के कपड़े उतारने की कोशिश, अश्लील इशारे; नागपुर हिंसा मामले में अब तक क्‍या-क्‍या हुए खुलासे
X
सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 20 March 2025 9:10 PM IST

महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को भड़की हिंसा के दौरान दंगाइयों ने पुलिस पर हमला किया, कई घरों और वाहनों में तोड़फोड़ की, और ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी के साथ शर्मनाक हरकत की. गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में बताया गया कि दंगाइयों के एक समूह ने मौके पर तैनात महिला पुलिसकर्मी के कपड़े उतारने की कोशिश की. आरोपी ने उसकी वर्दी खींची और अनुचित तरीके से छूने का प्रयास किया. महिला अधिकारी रैपिड कंट्रोल पुलिस (RCP) दस्ते की सदस्य थीं और हालात संभालने के लिए वहां तैनात की गई थीं.

भीड़ ने अन्य महिला पुलिसकर्मियों के साथ भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, अश्लील इशारे किए और उन पर हमला करने की कोशिश की. पुलिस ने इस घटना के बाद कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. शाम करीब साढ़े सात बजे अफवाह फैली कि दक्षिणपंथी संगठन के प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय की पवित्र पुस्तक जला दी गई है. इसके बाद, दो पक्षों के बीच झड़प शुरू हो गई और रात 10.30 से 11.30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में हिंसा बढ़ गई.

50 से अधिक हिरासत में, कर्फ्यू लागू

दंगाइयों ने चिटनीस पार्क से शुक्रवारी तालाब तक जमकर उत्पात मचाया. कई चारपहिया और दोपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. हंसपुरी इलाके में कई घरों को निशाना बनाया गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उग्र भीड़ ने घरों की खिड़कियां तोड़ दीं, पानी के कूलर नष्ट कर दिए और वाहनों को जला दिया. पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंघल ने बताया कि इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें तीन डीसीपी स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं. अब तक 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और जांच जारी है.

सीएम फडणवीस का बयान: हिंसा पूर्व नियोजित साजिश

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि हिंसा के दौरान भीड़ ने कुछ खास घरों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया, जिससे यह घटना सुनियोजित साजिश लगती है. उन्होंने बताया कि हिंसा में एक वरिष्ठ अधिकारी पर कुल्हाड़ी से हमला भी किया गया.उन्होंने फिल्म छावा का जिक्र करते हुए कहा कि इसने औरंगजेब के प्रति जनता में गुस्सा भड़काया, लेकिन सभी को शांति बनाए रखनी चाहिए.

शहरवासियों ने भयावह मंजर का जिक्र करते हुए बताया कि रात के समय उग्र भीड़ ने घरों पर पत्थरबाजी की, वाहनों में आग लगा दी और क्लिनिक तक को नहीं बख्शा. हंसपुरी के निवासी शरद गुप्ता ने बताया कि उनके चार दोपहिया वाहन जला दिए गए और उन पर पत्थर फेंके गए, जिससे वे घायल हो गए.

औरंगजेब
अगला लेख