पाकिस्तान को बेनकाब करने विदेश जाएंगे ओवैसी, तुर्की पर भड़के; कहा- पाक का इस्लाम से कोई वास्ता नहीं
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को भारत की सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और ऑपरेशन सिंदूर के तहत यूरोप के प्रमुख देशों के दौरे पर जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया है. इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने पर ओवैसी ने कहा कि यह कार्य किसी पार्टी का नहीं बल्कि राष्ट्रीय जिम्मेदारी है और वह इसे पूरी निष्ठा से निभाएंगे. उन्होंने तुर्की को पाकिस्तान का समर्थन छोड़ने और भारत के मुस्लिम समुदाय को समझने की सलाह भी दी.

Asaduddin Owaisi Operation Sindoor: भारत की सीमापार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और ऑपरेशन सिंदूर को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने के लिए प्रमुख साझेदार देशों की यात्रा पर जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में नामित किए जाने पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा मामला नहीं है. हम रवाना होने से पहले एक विस्तृत बैठक करेंगे. यह एक अहम ज़िम्मेदारी है और मैं इसे पूरी निष्ठा से निभाने की कोशिश करूंगा.
ओवैसी ने कहा, "फिलहाल मेरी जानकारी के अनुसार, जिस प्रतिनिधिमंडल का मैं हिस्सा हूं, उसका नेतृत्व मेरे अच्छे मित्र बैजयंत जय पांडा करेंगे. इस दल में निशिकांत दुबे, फंगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा, सतनाम सिंह संधू और ग़ुलाम नबी आज़ाद भी शामिल हो सकते हैं." उन्होंने कहा कि हम जिन देशों की यात्रा पर जा सकते हैं, उनमें यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, बेल्जियम, जर्मनी, इटली और डेनमार्क शामिल हैं.
"तुर्की और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं"
तुर्की को लेकर AIMIM प्रमुख ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, "तुर्की को पाकिस्तान का समर्थन करने के अपने रुख पर पुनर्विचार करना चाहिए. हमें तुर्की को यह याद दिलाना चाहिए कि वहां एक बैंक है, जिसका नाम ईशबैंक (İşbank) है, जिसमें कभी भारत के लोगों की जमा पूंजी हुआ करती थी. तुर्की और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं, जिन्हें बार-बार याद दिलाना जरूरी है."
'भारत में 20 करोड़ से अधिक मुसलमान'
ओवैसी ने कहा कि भारत में 20 करोड़ से अधिक सम्मानित मुसलमान रहते हैं, जो संख्या में पाकिस्तान से भी अधिक हैं. पाकिस्तान का अब तक का आचरण ऐसा रहा है, जिसका इस्लाम से कोई वास्ता नहीं है.
"हम हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ रहे"
AIMIM प्रमुख ओवैसी ने कहा, "पहलगाम की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद हमारी सरकार ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया... पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा हमारे देश में आतंकी घटनाएं हुई हैं. इसे देखते हुए यह बहुत जरूरी है कि हम दूसरे देशों के सामने भारत का पक्ष रखें... भारत का हमेशा से यही रुख रहा है कि हम आतंकवाद के खिलाफ हैं, हम हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ रहे हैं. मैं इस जिम्मेदारी को निभाने की पूरी कोशिश करूंगा."
"भारत के सभी लोग आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं"
ओवैसी ने कहा, "जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब भी एक प्रतिनिधिमंडल गया था, 2008 में भी एक प्रतिनिधिमंडल गया था... लोगों ने हमें सिर्फ अपने निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए नहीं चुना है, हमें अपने देश का भी प्रतिनिधित्व करना है... भारत के सभी लोग आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं."
सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल खोलेगा पाकिस्तान की पोल
इससे पहले, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस बात की जानकारी दी कि सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे, जो आतंकवाद के प्रति सहिष्णुता के हमारे साझा संदेश को लेकर जाएंगे. उन्होंने कहा कि राजनीति और मतभेदों से परे राष्ट्रीय एकता का यह एक शक्तिशाली प्रतिबिंब है. जिन सात लोगों को प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया है, उनमें कांग्रेस शशि थरूर (कांग्रेस), रवि शंकर प्रसाद (बीजेपी), संजय कुमार झा (जेडीयू), बैजयंत पांडा (बीजेपी), कनिमोझी करुणानिधि (डीएमके), सुप्रिया सुले (एनसीपी-एससीपी) और श्रीकांत शिंदे (शिवसेना) शामिल हैं.