रुला देगी शख्स की दरियादिली, 15 साल की उम्र से सेक्स रैकेट में फंसी महिला को परिवार से मिलवाया, फिर जो हुआ...
कंटेंट क्रिएटर अनीश भगत द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो के कैप्शन में लिखा, 'मैं अभी भी शब्दों के बिना नहीं रह सकता. यह मेरे लिए सबसे दर्दनाक घटना थी. पंद्रह साल अलग होने के बाद भी, न्याय की जीत हुई.

भारत में वेश्यावृत्ति में शामिल महिलाओं की सही संख्या का अनुमान लगाना चुनौतीपूर्ण है क्योंकि यह काम गुप्त प्रकृति का है और अध्ययनों में अलग-अलग तरीके अपनाए गए हैं. 2007 में, महिला और बाल विकास मंत्रालय ने भारत में 3 मिलियन से अधिक महिला यौनकर्मियों की रिपोर्ट की. ये संख्याएं एक महत्वपूर्ण आबादी को दर्शाती हैं, मुख्य रूप से कमज़ोर सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि की महिलाएं, जो इस गतिविधियों में लगी हुई हैं, अक्सर अपनी पसंद के बजाय ज़रूरत के कारण लिप्त होती हैं. वहीं अधिकांश महिलाएं जो अपने ही परिचितों द्वारा किशोरावस्था में बेची गई होती हैं.
वह ऐसी जगहों पर अपनी उम्र काट देती हैं और उन्हें समाज के भय से अपने परिवार में जाने का अवसर भी नहीं मिलता. एक ऐसी ही दिल छू लेनी वाली कहानी इंस्टाग्राम से मिली जो किसी को भावुक कर सकती है. यह कहानी है एक ऐसी महिला की है जिसे उसके चाचा ने 16 साल की उम्र में देह व्यापार में बेच दिया था. हालांकि एक दशक संघर्ष के बाद आखिरकार उसे अपने परिवार से मिलने का मौका मिला. इस कहानी को एक इंस्टाग्राम यूजर अनीश भगत ने शेयर किया है. जिसे 6 मिलियन से ज्यादा वियुज मिल चुके हैं.
सच्चाई से ज्यादा समाज का डर
कंटेंट क्रिएटर अनीश भगत द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो के कैप्शन में लिखा, 'मैं अभी भी शब्दों के बिना नहीं रह सकता. यह मेरे लिए सबसे दर्दनाक घटना थी. पंद्रह साल अलग होने के बाद भी, न्याय की जीत हुई. रॉक्सी घर लौटी, उसे परिवार द्वारा अपनाए जाने की उम्मीद थी, लेकिन उसे अस्वीकार कर दिया गया और एक ऐसे परिवार ने उसे दूर कर दिया जो उसकी सच्चाई से ज़्यादा समाज से डरता था. भले ही उसे उसकी इच्छा के खिलाफ सेक्स रैकेट में लाया गया था, लेकिन उसके दर्द को अनदेखा कर दिया गया, इस डर के पीछे छिपा दिया गया कि दूसरे क्या कहेंगे?. कुछ कहानियां गर्मजोशी से गले मिलने के साथ खत्म नहीं होती हैं.'
गांव लौटने की तैयारी
अतीत की यादें हालांकि यह कहानी अनीश के कैप्शन के साथ ख़त्म नहीं होती यह उस सफर दर्शाती है कि 15 साल के अलगाव के बाद रॉक्सी अपने गांव लौटने की तैयारी कर रही थी. उसने अपनी मां के लिए साड़ी खरीदी और भाई के घड़ी ली, उसे यह तक नहीं पता कि बड़े होने के बाद उसका भाई कुछ काम भी करता है या नहीं. उसके पिता जो बहुत पहले इस दुनिया से जा चुके हैं. अपने अतीत की यादों को समेटे हंसी ख़ुशी रॉक्सी अपने घर के नजदीक पहुंची. अपने घर से कुछ दूरी पर उतरना तय किया. वह अनीश को अपना घर दिखाते हुए कहती है- वो देखो मेरा घर तुम यहीं खड़े रहे रहो मैं मिलकर आती हूं.'
जो हुआ उम्मीद से परे था
रॉक्सी जो अपने घर तक तो पहुंची लेकिन यहां दृश्य ठीक 'उमराव जान' की उस फिल्म में तब्दील हो जाता है. जब रसीदन को उसकी मां और भाई कहते हैं यहां दोबारा मुड़कर मत देखना. रॉक्सी जिसे उम्मीद थी सालों पहले जिस परिवार से वह बिछड़ी थी. आज वह उसे देखकर गले लगा लेंगे लेकिन शायद उसे यह नसीब नहीं हुआ. वीडियो में देखा जा सकता है कि वह कोने में रोती हुई पाई गई. उसके आंखों से आंसू बहते रहे उसे उस घर का पानी तो दूर उसके खरीदी हुए तोहफे तक नहीं लिए गए. लेकिन बेटियां तो बेटियां होती हैं.यह जानते हुए कि जिन अपनों के बीच अब उसका कोई अस्तिव्त नहीं रहा फिर भी शायद अपने दिल में परिवार का प्यार बसाएं हुए उसने उन गिफ्ट्स को अपने घर के बाहर छोड़ना ही सही समझा.
यूजर्स का रिएक्शन
अनीश इस वीडियो पर कई यूजर्स के रिएक्शन देखने को मिले हैं. एक ने कहा, 'भले उसका परिवार उस चाचा के साथ फेस्टिवल मनाता होगा लेकिन अपनी बेटी को अपनाने से पीछे हट गए.' दूसरे ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि उसके अंकल को गिरफ्तार होना चाहिए.' एक ने कहा, 'यह बहुत दिल टूटने के जैसा था.' एक अन्य ने कहा, 'अनीश तुम्हारे पास वो जज्बा है कि तुमने रॉक्सी को उसके परिवार से मिलवाने की कोशिश की.'