'500-1000 लोगों की भीड़ ने हमारे घर पर फेंके पत्थर, कार भी जला दी और... '; नागपुर हिंसा की कहानी, प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी
महाराष्ट्र के नागपुर जिले में सोमवार की रात हिंसा भड़क उठी, महल इलाके में दो गुटों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ की घटना देखने को मिली, जिसके बाद शहर में निषेधाज्ञा जारी कर दी गई है. पुलिस अपराधियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और उनके पास मौजूद दूसरे वीडियो क्लिप्स को खंगाल रही है. प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के बारे में पूरी जानकारी दी है. आइए, जानते हैं...

Nagpur Violence Mahal Area Dispute: महाराष्ट्र के नागपुर जिले में 17 मार्च को दो गुटों में संघर्ष के चलते हिंसा भड़क उठी. इस दौरान आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ की घटना सामने आई है. पुलिस ने इसे देखते हुए इलाके में निषेधाज्ञा जारी कर दी है. अब तक 20 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं. वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि महल इलाके में पत्थरबाजी और आगजनी की घटना के बाद शहर में निषेधाज्ञा जारी कर दी गई है. पुलिस अपराधियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और उनके पास मौजूद दूसरे वीडियो क्लिप्स को खंगाल रही है. मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है. पुलिस ने शहर में शांति बनाए रखने और नागपुर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील भी की है.
'हमारी कार भी जला दी'
स्थानीय निवासी सुनील पेशने ने कहा, "यह घटना रात 8.30 बजे के आसपास हुई. 500-1000 लोगों की भीड़ ने पथराव किया. उन्होंने हमारी कार भी जला दी. उन्होंने करीब 25-30 वाहनों में तोड़फोड़ की."
'उन्होंने हमारे दरवाजे और खिड़कियों को तोड़ दिया'
माधुरी पेशने ने बताया, "वे पत्थर लेकर इधर-उधर भाग रहे थे. उन्होंने हमारे घर पर पत्थर फेंके, यहां तक कि ऊपरी मंजिल पर रहने वाले बच्चों पर भी. उन्होंने हमारे दरवाजे और खिड़कियां तोड़ दीं. उन्होंने हमारी कार में आग लगा दी... भीड़ में करीब 1000 लोग थे."
नागपुर में कैसे भड़की हिंसा?
नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने को लेकर एक संगठन की तरफ से किए गए प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ को जलाने की अफवाह के कारण हिंसा भड़क उठी. इससे दो गुट आमने-सामने आ गए. इस दौरान पुलिस पर भी पथराव किया गया. वहीं, चार लोग घायल हो गए. पुलिस को स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े.
'दंगा करने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई'
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "नागपुर के महल इलाके में जिस तरह से स्थिति तनावपूर्ण हुई, वह बेहद निंदनीय है. कुछ लोगों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी की. यह गलत है. मैं स्थिति पर नज़र रख रहा हूं. मैंने पुलिस कमिश्नर से कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो भी सख्त कदम उठाने ज़रूरी हैं, वे उठाए जाएं. अगर कोई दंगा करता है या पुलिस पर पत्थरबाजी करता है या समाज में तनाव पैदा करता है, तो ऐसे सभी लोगों के खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.''
फडणवीस ने कहा,'' मैं सभी से अपील करता हूं कि नागपुर की शांति भंग न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए व्यवहार करें. अगर कोई तनाव पैदा करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाएगी."