पथराव, आगजनी और तोड़फोड़... औरगंजेब की कब्र को लेकर नागपुर में मचा बवाल, विपक्ष ने सरकार पर उठाए सवाल- UPDATES
महाराष्ट्र के नागपुर शहर के महल इलाके में 17 मार्च को दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें कई वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आईं. इस दौरान पथराव भी हुआ, जिससे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल के साथ-साथ रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को भी तैनात किया गया है. सीएम फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. वहीं, विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है.

Aurangzeb Grave Controversy Nagpur Violence: महाराष्ट्र के नागपुर शहर के महल इलाके में आज (17 मार्च) दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें कई वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आईं. इस दौरान पथराव भी हुआ, जिससे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल के साथ-साथ रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को भी तैनात किया गया है.
यह विवाद मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर शुरू हुआ. छत्रपति संभाजीनगर के खुल्दाबाद में स्थित इस कब्र को हटाने की मांग को लेकर हाल ही में राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के बीच तनाव बढ़ा है.
'नागपुर में हुई हिंसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है'
शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा, "कानून व्यवस्था सुनिश्चित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. नागपुर में हुई हिंसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. वाहनों में आग लगाई गई, पथराव किया गया. स्थिति नियंत्रण से बाहर है.''
आनंद दुबे ने कहा कि नागपुर में विभिन्न धर्मों के लोग शांतिपूर्वक रहते हैं. राज्य सरकार सभी को साथ लेकर चलने में विफल रही है. उन्हें राज्य के विकास को सुनिश्चित करने के लिए चुना गया था, लेकिन कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. उन्होंने कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि नागपुर शहर में रात में पथराव और आगजनी की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं सभी नागपुरवासियों से आग्रह करता हूं कि वे अफवाहों पर भरोसा न करें. नागपुरवासियों को शांति बनाए रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि नागपुर में सभी धर्मों के लोग बहुत खुशी और आनंद के साथ रहते हैं. नागपुर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का शहर है. यह गृह विभाग की विफलता है कि इस शहर में इतना तनाव है, पथराव और आगजनी हो रही है और पुलिस को इसकी कोई जानकारी नहीं है.
सपकाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से राज्य के कैबिनेट मंत्री भड़काऊ बयान देकर सामाजिक पीड़ा पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. नागपुर में उनकी कोशिशें सफल होती दिख रही हैं. उन्होंने कहा कि नागपुर सामाजिक सद्भाव का शहर है.नागपुर में कभी दंगा नहीं हुआ. रामनवमी के दौरान हिंदू-मुस्लिम मिलकर रथ खींचते हैं. ताजुद्दीन बाबा की दरगाह में मुसलमानों से ज़्यादा हिंदू दिखते हैं.
'शांति और सद्भाव की परंपरा को बनाए रखें'
नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने कहा कि कुछ अफवाहों के कारण नागपुर में धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. शहर का इतिहास ऐसे मामलों में शांति बनाए रखने के लिए जाना जाता है. मैं अपने सभी भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और शांति बनाए रखें. सड़कों पर न निकलें. कानून व्यवस्था में सहयोग करें. शांति और सद्भाव की परंपरा को बनाए रखें, जिसके लिए नागपुर जाना जाता है.
गडकरी ने कहा कि, ''मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि सरकार उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी, जिन्होंने गलती की है या अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं. मुख्यमंत्री को पहले ही इस स्थिति से अवगत करा दिया गया है, इसलिए मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान न दें. कृपया पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, प्रेम बढ़ाएं और शहर में सकारात्मक माहौल बनाए रखें. यह मेरी आप सभी से विनम्र विनती है."
'बाहर से आए कुछ लोगों ने तनाव पैदा करने की कोशिश की'
भाजपा विधायक प्रवीण दटके ने कहा, "मुझे जानकारी मिली है कि बाहर से आए कुछ लोगों ने दो अलग-अलग समुदायों के लोगों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश की. वाहनों में आग लगा दी गई, पत्थरबाजी की गई. एक विशेष समुदाय के लोग बाहर से आए और उन्होंने पूरी योजना बनाकर हिंसा की. विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद स्थिति का जायजा ले रहे हैं. इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. सुरक्षा बल तैनात हैं. कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.''
'स्थिति अभी नियंत्रण में है'
डीसीपी नागपुर अर्चित चांडक ने कहा कि यह घटना कुछ गलतफहमी के कारण हुई. स्थिति अभी नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि यहां हमने पुलिस फोर्स की तैनाती की है. मैं सभी से अपील करता हूं कि वे बाहर न निकलें या पत्थरबाजी न करें.
डीसीपी ने कहा कि पत्थरबाजी हो रही थी, इसलिए हमने बल का प्रदर्शन किया और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया. कुछ वाहनों में आग लगा दी गई, हमने फायर ब्रिगेड को बुलाकर आग बुझाई. कुछ पुलिस कर्मी घायल हुए. पथराव के दौरान मेरे पैर में भी हल्की चोट आई, लेकिन हम सभी से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हैं. अफवाहों पर भरोसा न करें. कानून व्यवस्था को न बिगाड़ें और पुलिस का सहयोग करें. हम कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर के नागरिकों से शांति बनाए रखने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि नागपुर हमेशा से शांतिपूर्ण और सहयोगी शहर रहा है, और नागरिकों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.
विहिप का विरोध
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने सोमवार को महल क्षेत्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास एकत्र होकर औरंगजेब की कब्र के खिलाफ प्रदर्शन किया. विहिप के क्षेत्रीय सचिव गोविंद शेंडे ने कहा कि यदि सरकार कब्र को नहीं हटाती है, तो वे स्वयं 'कारसेवा' करके कब्र को हटाने का प्रयास करेंगे.
शिवसेना (यूबीटी) का विरोध
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र 'सामना' ने औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की मांग करने वाले समूहों की आलोचना की है. संपादकीय में कहा गया कि इस तरह की हरकतें हिंदुत्व को गलत तरीके से पेश करती हैं और महाराष्ट्र की योद्धा परंपरा का अपमान करती हैं.
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, प्रशासन ने नागपुर के महल इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और नागरिकों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है. अफवाहों से बचने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया गया है.