फ्लैट में की मां-बेटे की हत्या, गैस खुला छोड़ भागे आरोपी, पुलिस ने ऐसे लगाया पता
अधिकारी ने बताया कि गीता भूषण जग्गी और उनके बेटे जितेंद्र बुधवार शाम सेक्टर 6 में अपने घर में मृत पाए गए, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

नवी मुंबई के एक फ्लैट में बुजुर्ग महिला गीता भूषण जग्गी और उसके बेटे जितेंद्र की हत्या की खबर ने सभी को चौंका दिया है. यह मामला 31 दिसंबर का है. हत्या के दो दिन बाद इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों की पहचान संजोत धोडके और शुभम नारायणी के रूप में हुई है.
दोनों की उम्र 19 साल है. पुलिस को 1 जनवरी को सुबह 4 बजे के आसपास कमोठे स्थित ड्रीम्स सोसायटी से एक कॉल आया, जिसमें शिकायत की गई थी कि एक फ्लैट से गैस की बदबू आ रही है. इसके बाद जब पुलिस टीम फ्लैट पर पहुंची, तो दोनों के शव जमीन पर पड़े थे.
पोस्टमार्टम से खुला राज
इस पर पुलिस वालों को शक हुआ कि शायद गैस लीकेज के कारण दोनों की मौत हुआ है. इसके चलते पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा. रिपोर्ट में पाया गया कि दोनों की हत्या की गई है. जिसके बाद कामोठे पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.
आरोपी हुए गिरफ्तार
जब इस मामले में पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ की, तो उन्हें पता चला कि नए साल की रात में संजोत और शुभम जितेंद्र के घर गए थे. इसके बाद पुलिस ने इन दोनों को पकड़ने के लिए घर पहुंची, तो वह गायब थे. इसके चलते पुलिस को शक हुआ. इसके बाद पुलिस ने मामले की तकनीकी जांच शुरू की और उल्वे के एक मैदान से दोनों को गिरफ्तार किया.
पार्टी के लिए बुलाया घर
पूछताछ के दौरान पुलिस ने कहा कि दोनों ने उन्हें बताया कि उन्होंने मां-बेटे की हत्या तब की, जब जितेंद्र ने उनके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की. दोनों के बयान के अनुसार वे जग्गी को जानते थे क्योंकि वह इलाके में अपने कुत्ते को घुमाने के लिए आता था. पिछले एक साल में वे एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानने लगे और जग्गी ने उन्हें न्यू ईयर इव पर पार्टी के लिए अपने घर बुलाया. दोनों उसके घर पहुंचे और उन्होंने शराब पी.
हत्या का कारण
आरोपियों के अनुसार जब जग्गी ने दोनों को फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए कहा. ऐसे में दोनों के बीच झगड़ा हो गया, जिसके बाद शुभम ने एक्सटेंशन बोर्ड से उसके सिर पर वार किया. शोरगुल के कारण जग्गी की मां जाग गई, जिसके बाद संजोत ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी.
इसके बाद दोनों ने जितेंद्र का मोबाइल फोन, टैबलेट और गहने लूट लिए. उन्होंने इसे दुर्घटना का रूप देने के लिए फ्लैट में गैस नॉब भी खुला छोड़ दिया और मौके से भाग गए.