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19 मिनट 34 सेकेंड का पार्ट 2: अब AI Video बनाकर लोग कर रहे Viral, यूजर्स बोले- 55 मिनट 26 सेकेंड का वीडियो तो और मजेदार है

19 मिनट 34 सेकेंड वाले MMS विवाद के बाद अब सोशल मीडिया पर पार्ट-2 और 55 मिनट 26 सेकेंड का AI-जनरेटेड वीडियो वायरल हो रहा है. कंटेंट क्रिएटर्स इसे ट्रेंड बनाकर व्यूज़ बटोर रहे हैं, जबकि कई लोग फर्जी दावे कर खुद को ‘वायरल पीड़ित’ बता रहे हैं. पूरा मामला Deepfake टेक्नोलॉजी के खतरों और इंटरनेट भीड़ की संवेदनहीनता को उजागर करता है. पुलिस ने चेतावनी दी है कि ऐसा वीडियो शेयर करने पर IT Act में जेल और जुर्माना हो सकता है.

19 मिनट 34 सेकेंड का पार्ट 2: अब AI Video बनाकर लोग कर रहे Viral, यूजर्स बोले- 55 मिनट 26 सेकेंड का वीडियो तो और मजेदार है
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( Image Source:  X/SunilKu99641275 )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 3 Dec 2025 6:00 PM IST

सोशल मीडिया पर 19 मिनट 34 सेकेंड का कथित MMS वायरल होने का शोर अभी थमा भी नहीं था कि इस पूरे मामले ने एक नया, और भी विचलित करने वाला मोड़ ले लिया है. अब इंटरनेट पर पार्ट-2, 55 मिनट 26 सेकेंड, न्यू एंगल जैसे कैप्शन के साथ नए-नए AI जनरेटेड वीडियो फैक्टरियों की तरह फैलते दिखाई दे रहे हैं. यह ट्रेंड केवल फेक कंटेंट नहीं, बल्कि डिजिटल संवेदनहीनता का बेहद भयावह रूप बन चुका है, जहां तकनीक, नैतिकता और मानवता तीनों ही सवालों के घेरे में हैं.

इस कांड का सबसे डरावना हिस्सा यह है कि असली घटना क्या है, किसी को पता नहीं. लेकिन अफवाहें, आरोप, और ट्रोलिंग मिसाइलों की तरह दनादन चल रही हैं. जब एक फर्जी वीडियो इंटरनेट पर ट्रेंड करता है, तो लोग उसे चुनौती मानकर उसके पार्ट-2 और एक्सटेंडेड वर्जन तक बना देते हैं. AI टूल्स ने इस पूरे बवाल को एक ऐसा खेल बना दिया है, जिसमें असली लोग, असली ज़िंदगियां और असली मानसिक स्वास्थ्य दांव पर लग गया है.

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55 मिनट 26 सेकेंड का पार्ट-2 वायरल

पहले वायरल हुए 19 मिनट 34 सेकेंड के वीडियो की चिंगारी अभी बुझी भी नहीं थी कि सोशल मीडिया पर एक और क्लिप धड़ल्ले से फैलने लगी, जो बताते हैं कि 55 मिनट 26 सेकेंड का पार्ट-2 है. यह वीडियो पूरी तरह AI जनरेटेड है, लेकिन शेयर करने वालों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. रील्स, मीम्स, कॉमेडी कंटेंट हर प्लेटफार्म पर लोग इस नकली वीडियो को मज़ाक, कंटेंट और ट्रेंड का ज़रिया बना रहे हैं.

हर कोई कूद पड़ा ‘वायरल होने’ की दौड़ में

वायरल होने के लालच में कई लोग खुद को इस वीडियो का “पीड़ित” बता रहे हैं. दो लड़कियों का वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वे दावा कर रही हैं कि 19 मिनट वाला MMS उन्हीं का है और उसे हटाया जाए. NCM India Council ने इस पर तंज कसते हुए लिखा, “Indian women doing drama… now another girl claims her AI video went into coma.” कमेंट सेक्शन में मज़ाक, तंज और आरोपों की बौछार शुरू हो गई, “चेहरा मिलता नहीं, फिर ये रो क्यों रही है? या कहीं ये असली लड़की है और किसी और का चेहरा छिपा दिया गया?” इन रिएक्शंस ने इस विवाद को और ज्यादा हवा दी.

इंफ्लूएंसर Sweet Zannat को भी घसीटा

इस अफरातफरी में मेघालय की इंफ्लूएंसर Sweet Zannat को भी लोग MMS वाली लड़की समझ बैठे. सैकड़ों लोग उसके पोस्ट पर “19 मिनट वाली दीदी” लिखकर कमेंट करने लगे. जन्नत को वीडियो बनाकर कहना पड़ा कि मुझे ध्यान से देखो, वो लड़की मुझसे ज़रा भी नहीं मिलती. मेरे ऊपर किसी और का मामला मत डालो! फिर मज़ाक में बोली, “वो इंग्लिश बोलती है… मैंने तो 12th भी मुश्किल से पास किया है. फ्री में वायरल करा रहे हो तो ठीक है, फॉलोअर्स बढ़ रहे हैं!” इंटरनेट की यह गलत पहचान इस ट्रेंड की बीमार मानसिकता उजागर करती है.

AI वीडियो शेयर किया तो जेल?

एक पॉडकास्ट में पुलिस अधिकारी ने साफ कहा, "19 मिनट वाला वीडियो AI जनरेटेड है, और जो भी इसे शेयर करेगा या फॉरवर्ड करेगा, उसके खिलाफ IT Act 67, 67A और 66 के तहत मामला दर्ज हो सकता है. साथ ही तीन साल तक की जेल + ₹2 लाख जुर्माना भी हो सकता है. उन्होंने जनता को siteengine.com जैसी AI-डिटेक्शन वेबसाइट से वीडियो की सच्चाई जांचने की सलाह भी दी.

वायरल वीडियो हटेगा कैसे?

अगर किसी का निजी वीडियो वायरल हो जाए, तो वह गूगल सपोर्ट पर अनुरोध डालकर सर्च रिज़ल्ट से कंटेंट हटवा सकता है. सोशल प्लेटफार्म पर भी रिपोर्टिंग और रिकवरी सिस्टम मौजूद है. लेकिन असली दिक्कत यह है कि लोग वायरल रोकने की बजाय उसे बढ़ाते हैं, स्क्रीन रिकॉर्ड कर लेते हैं, फिर प्राइवेट ग्रुप में फैलाते हैं.

X पर ट्रेंडिंग, DMs में लिंक

विवाद की शुरुआत X (ट्विटर) से हुई. यूजर्स ने “इग्नोर मत करना” लिखकर वीडियो फैक्टरियों की तरह लिंक फैलाए. कुछ लोग इसे “फनी कंटेंट” बना रहे, तो कुछ इसे “रियल” बताकर टेलीग्राम चैनलों पर ट्रैफिक खींच रहे हैं. ट्रेंडिंग टॉपिक्स के बीच सबसे खतरनाक चीज़ थी, आत्महत्या की फेक खबरें. कई अकाउंट्स ने दावा किया कि वीडियो में दिख रहे कपल ने शर्म के कारण खुदकुशी कर ली है. लेकिन किसी पुलिस रिकॉर्ड, मीडिया रिपोर्ट या आधिकारिक पुष्टि का कोई नामोनिशान नहीं.

डिजिटल भीड़ का नया चेहरा

19 मिनट 34 सेकेंड वाले विवाद ने साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया केवल जानकारी का प्लेटफॉर्म नहीं यह मिसइन्फॉर्मेशन, वायरलिटी और डिजिटल क्रूरता का युद्धक्षेत्र बन चुका है. AI टूल्स ने झूठ को असली चेहरा दे दिया, और जनता ने संवेदनशीलता को मनोरंजन में बदल दिया. इस नए “पार्ट-2 वीडियो” ट्रेंड ने दिखा दिया कि तकनीक जितनी बढ़ती है, बिना समझदार समाज के उतनी ही खतरनाक बन जाती है.

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