तुम मुझे 10 बार किस करो....महिला प्रोड्यूसर ने फीस के बदले Saif Ali Khan से की थी अजीब मांग
हाल ही में सैफ अली खान ने खुलासा किया है कि कैसे 90 के दशक में एक महिला प्रोड्यूसर उनसे फीस देने के बदले में गाल पर किस की डिमांड करती थी. जिससे सैफ यह काफी निराशजनक लगा.

दिग्गज स्टार शर्मिला टैगोर और मशहूर क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी के बेटे होने के कारण यह माना जाता था कि सैफ अली खान का बॉलीवुड सफर बहुत आसान होगा. लोग सोचते थे कि उन्हें शुरू से ही बड़ी फिल्में और बेहतरीन मुख्य भूमिकाएं मिलेंगी. लेकिन असलियत कुछ और ही थी. साल 1993 में फिल्मी करियर की शुरुआत करने के बाद सैफ को अक्सर दूसरी या तीसरी लीड के किरदार निभाने पड़े.
सैफ ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि शुरुआत का समय उनके लिए बहुत कठिन था. एक दौर ऐसा भी आया जब एक निर्माता उन्हें हफ़्ते भर के लिए केवल 1000 रुपये दिया करता था. पैसे लेने के बदले उनसे बेहद अजीब मांग भी की जाती थी. सैफ ने कहा, 'लोग सोचते थे कि शायद मेरे लिए सब आसान रहा होगा, लेकिन सच तो यह है कि मेरे लिए सब कुछ बहुत मुश्किल था.'
कई फिल्में फ्लॉप होती गईं
अपनी शुरुआती फिल्मोग्राफी को याद करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने सेकेंड लीड और थर्ड लीड बहुत निभाए. कुछ फिल्में ठीक थीं, जिनसे काम चलता रहा, लेकिन फिर एक समय ऐसा भी आया जब मेरी लगातार कई फिल्में फ्लॉप होती गईं.' करियर के इन उतार-चढ़ाव के बीच, सैफ की पर्सनल लाइफ भी तेजी से बदल रही थी. उन्होंने 21 साल की उम्र में शादी कर ली थी और 25 साल की उम्र तक वे पिता भी बन गए थे. ऐसे में, उन पर अपने परिवार की जिम्मेदारी आ गई. सैफ को समझ आ गया कि अब उन्हें किसी भी तरह स्थिर काम करना पड़ेगा ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें.
1000 रुपये के बदले किस
उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे एक महिला प्रोड्यूसर उन्हें हफ़्ते भर के लिए 1000 रुपये देती थी, लेकिन शर्त यह रखती थी कि पैसे लेने के समय उन्हें उसके गाल पर दस बार किस करना होगा. यह दौर उनके लिए बेहद अपमानजनक और निराशाजनक था. सैफ बताते हैं, 'लोग कहते थे कि मैं लकी हूं क्योंकि मुझे मौके मिल रहे थे. लेकिन सच तो यह था कि मुझे कभी शहर की सबसे अच्छी फिल्में या बड़े हीरो वाली भूमिकाएं नहीं मिलीं. 90 का दशक मेरे लिए नेट प्रैक्टिस जैसा था.'
नाराज होती शर्मिला टैगोर
यहां तक कि उनकी मां शर्मिला टैगोर भी उनसे नाखुश रहती थी. एक बार उन्होंने सैफ को डांटते हुए कहा था, 'तुम कब एक सच्चे एक्टर की तरह बात करना शुरू करोगे? कब मुझे वो किरदार बताओगे जिसके लिए तुम वाकई एक्साइटड हो?.' लेकिन वक्त के साथ सैफ ने अपनी मेहनत और लगन से इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई. 'दिल चाहता है' जैसी फिल्मों से उन्होंने साबित किया कि वे अलग तरह की भूमिकाएं निभा सकते हैं. बाद में 'ओमकारा' जैसी फिल्मों में उनके एक्टिंग की खूब तारीफ हुई. फिल्मों के साथ-साथ सैफ ने वेब सीरीज़ की दुनिया में भी कदम रखा और नेटफ्लिक्स की मशहूर सीरीज़ 'सेक्रेड गेम्स' के साथ वे पहले बड़े सितारों में शामिल हो गए जिन्होंने ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म को अपनाया.