'आपके मरने में दो घंटे रह गए हैं अब चुप रहिए..' Javed Akhtar की टिप्पणी पर भड़की पाकिस्तानी एक्ट्रेस Bushra Ansari
जावेद अख्तर के इन बयानों से पाकिस्तान में तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं. एक्ट्रेस और राइटर बुशरा अंसारी ने Reviewit.pk से बातचीत में जावेद पर कटाक्ष करते हुए बेहद नाराज़गी ज़ाहिर की.
 
  भारत और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक पुल बनाने वाले कलाकारों में अक्सर एक खास बॉन्डिंग और समझदारी की मिसाल देखने को मिलती है, लेकिन हाल ही में कुछ टिप्पणियों ने इस संतुलन को झकझोर दिया है. बॉलीवुड के दिग्गज गीतकार और स्क्रीनराइटर जावेद अख्तर की पाकिस्तान के खिलाफ तीखी टिप्पणी ने जहां भारत में कई लोगों का सपोर्ट पाया, वहीं पाकिस्तानी एक्ट्रेस बुशरा अंसारी ने इसे बेफिजूल और असंवेदनशील करार देते हुए जमकर आलोचना की है.
दरअसल 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई. इस हमले को लेकर भारत सरकार ने पाकिस्तान पर इनडायरेक्टली आरोप लगाए, और इसी रेफ़्रेन्स में जावेद अख्तर ने ग्लोरियस महाराष्ट्र फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में अपनी नाराजगी ज़ाहिर की.
पाक हिंदुओं का कोई सम्मान नहीं
उन्होंने तीखे लहज़े में कहा था कि यह सिर्फ एक बार नहीं, कई बार हो चुका है. केंद्र सरकार को अब ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है. सीमा पर पटाखे फोड़ने से काम नहीं चलेगा. कुछ ऐसा करें कि वहां का पागल सेना प्रमुख या कोई और समझदार व्यक्ति इस तरह की बातें करने से पहले दस बार सोचे. उन्होंने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भी सवाल उठाते हुए कहा था कि वो कहते हैं हिंदू और मुसलमान अलग हैं. लेकिन क्या पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं का कोई सम्मान नहीं? उन्हें अब जवाब मिलना चाहिए ऐसा जवाब जो उन्हें हमेशा याद रहे. अब आर या पार का वक्त है.'
बुशरा अंसारी की प्रतिक्रिया
जावेद अख्तर के इन बयानों से पाकिस्तान में तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं. एक्ट्रेस और राइटर बुशरा अंसारी ने Reviewit.pk से बातचीत में जावेद पर कटाक्ष करते हुए बेहद नाराज़गी ज़ाहिर की. उन्होंने जावेद अख्तर का नाम लिए बिना कहा, 'हमारे कुछ तथाकथित राइटर हैं उनको तो बस बहाना चाहिए. बंबई में इन्हें मकान भी किराए पर नहीं मिलता था, और आज देखिए, ये अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए कुछ भी बोल सकते हैं. हया भी कोई चीज़ होती है.'
आपके मरने में दो घंटे रह गए हैं
इसके बाद उन्होंने एक तीखा व्यक्तिगत कमेंट करते हुए कहा, 'मरने में आपके दो घंटे रह गए हैं, ऊपर से आप इतनी फ़िज़ूल बातें कर रहे हैं.. अब चुप रहिए. बुशरा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए जावेद अख्तर की तुलना एक्टर नसीरुद्दीन शाह के शांत नेचर की जिन्होंने अब तक इस मामले में कोई विवादित बयान नहीं दिया है. बुशरा ने कहा, 'नसीरुद्दीन शाह जैसे चुप हैं आप भी चुप हो जाइए...इतना भी क्या हिम्मत? इतना लालच? नसीरुद्दीन शाह भी तो हैं वो चुप हैं, बाकी भी चुप हैं. हर किसी के दिल में कुछ न कुछ है, लेकिन आप क्यों इतना कह रहे हैं? ये डर है, या लालच? अब तो बस चुप रहिए.'
मैं उनसे नफरत नहीं करती
बुशरा अंसारी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह आम भारतीय नागरिकों से नफरत नहीं करती. उन्होंने कहा कि वह कई भारतीय लड़कियों से मिलीं, जिन्होंने उनके साथ बेहद प्यार और सम्मान से बात की. भारत के लोग बुरे नहीं हैं, लेकिन उन्हें उकसाया जा रहा है. जो ज़हर बोया जा रहा है, उसका असर समाज में देखा जा रहा है.







