Vicky Kaushal Birthday: मसान से उरी तक - How’s The Josh? विक्की कौशल से पूछिए!
विक्की कौशल, जिनकी आवाज़ पर पूरा देश चिल्ला उठा था "How’s the Josh? High Sir!", आज बॉलीवुड के सबसे शानदार और जमीन से जुड़े सितारों में से एक हैं. जन्मदिन के मौके पर हम आपको ले चलते हैं उनके संघर्षों की उस जर्नी पर, जहां एक चॉल के छोटे से कमरे से निकलकर उन्होंने नेशनल अवॉर्ड, 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' जैसी ब्लॉकबस्टर और कैटरीना कैफ़ जैसे सपनों को सच कर दिखाया. ये कहानी सिर्फ एक एक्टर की नहीं, बल्कि उस जोश की है जो हर इंडियन के दिल में बसता है.

क्या आप जानते हैं कि “How’s the Josh?” बोलने वाला ये एक्टर खुद कभी जॉब के इंटरव्यू में बैठा था और रिजेक्ट हो गया था? मुंबई की चॉल से निकलकर बॉलीवुड का पोस्टर बॉय बनना आसान नहीं होता, लेकिन विक्की कौशल ने ये कर दिखाया, बिना शोर मचाए, बिना गॉडफादर के, सिर्फ टैलेंट और जुनून के दम पर.
आज जब विक्की कौशल 37 साल के हो गए हैं, तो ये सिर्फ एक बर्थडे नहीं, बल्कि उस इंडिया का जश्न है, जो छोटे सपनों से शुरू होकर बड़े इरादों में तब्दील हो जाता है. आइए जानें कैसे एक इंजीनियरिंग ग्रैजुएट बना नेशनल क्रश, पैट्रियॉटिक हीरो, और बॉलीवुड का भरोसेमंद फेस.
विक्की कौशल – नाम नहीं, एक प्रेरणा है
16 मई 1988 को जन्मे विक्की कौशल आज 37 साल के हो गए हैं. वो सिर्फ एक एक्टर नहीं हैं, बल्कि एक ऐसा चेहरा हैं, जिसने मिडिल क्लास इंडिया को बड़े पर्दे पर सही मायनों में रिप्रेजेंट किया. वो स्टारडम का क्लासिकल चेहरा नहीं थे, कोई फिल्मी गॉडफादर नहीं, कोई लॉन्च पैड नहीं. लेकिन आज उनका नाम देश की सबसे भरोसेमंद और सशक्त युवा आवाज़ों में गिना जाता है.
चॉल की जिंदगी से चमकते पर्दे तक
विक्की कौशल का बचपन मुंबई के मलाड इलाके की एक चॉल में बीता. उनके पिता शाम कौशल बॉलीवुड के जाने-माने स्टंट डायरेक्टर थे, लेकिन विक्की ने कभी भी आसान रास्ता नहीं चुना. इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद जब उन्हें लगा कि दफ्तर की जिंदगी उनके बस की नहीं, तो थिएटर और अभिनय की ओर कदम बढ़ाया.
‘मसान’ से पहला झटका – सिनेमा को नया हीरो मिला
2015 में आई फिल्म मसान ने विक्की कौशल को इंडस्ट्री में एक गंभीर अभिनेता के रूप में पहचान दिलाई. बनारस की गलियों और श्मशान घाट के बीच विक्की के डीप इमोशन्स ने ऑडियंस को भीतर तक छू लिया. इस फिल्म ने साबित कर दिया कि विक्की सिर्फ एक्टिंग नहीं करते, वो किरदार में उतर जाते हैं.
‘राज़ी’ में इंटेलिजेंस ऑफिसर और फिर ‘उरी’ में सर्जिकल स्ट्राइक हीरो
2018 में राज़ी में उन्होंने आलिया भट्ट के अपोज़िट पाकिस्तानी फौजी का किरदार निभाया. शांत लेकिन शक्तिशाली. लेकिन जो बात राज़ी ने शुरू की, उसे उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक ने फुल फॉर्म में पूरा किया. “How's the Josh?” सिर्फ एक डायलॉग नहीं था, वो राष्ट्र की आवाज़ बन गई. इस फिल्म ने विक्की कौशल को राष्ट्रीय पहचान दिलाई और वो रातोंरात इंडिया के ऑन-स्क्रीन सोल्जर बन गए.
‘सरदार उधम’ और ‘सैम बहादुर’ – इतिहास को जीते हुए किरदार
2021 में सरदार उधम और 2023 में सैम बहादुर जैसी फिल्मों ने विक्की को एक कलात्मक क्रांतिकारी बना दिया. इन फिल्मों में उनका ट्रांसफॉर्मेशन, बॉडी लैंग्वेज, बोलने का अंदाज़ और गहराई, हर चीज़ ने साबित कर दिया कि वो सिर्फ एक स्टार नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार अभिनेता हैं जो सिनेमा के ज़रिए देश के नायकों को जीवंत कर रहा है.
कटरीना से शादी और पर्सनल लाइफ में संतुलन
2021 में विक्की कौशल ने बॉलीवुड एक्ट्रेस कटरीना कैफ़ से शादी की, और दोनों की जोड़ी आज इंडस्ट्री की सबसे पसंदीदा जोड़ियों में गिनी जाती है. उनकी पर्सनल लाइफ जितनी शांत है, उनकी प्रोफेशनल लाइफ उतनी ही तेज़ रफ्तार से आगे बढ़ रही है.
विक्की कौशल क्यों बनते हैं आज के भारत के रियल हीरो
वो एक आम परिवार से आए हैं, इसलिए हर मिडिल क्लास लड़का उन्हें अपना समझता है. उन्होंने देशभक्ति को फिल्मी ड्रामा नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी की तरह निभाया. विक्की की फिल्मों में सिर्फ रोल नहीं, रोल मॉडल दिखते हैं.
विक्की कौशल का सफर उस भारत की कहानी है, जो सपने तो देखता है लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए पसीना बहाता है. वो सिनेमा के सोल्जर हैं, जिनकी हर फिल्म, हर किरदार, एक मिशन की तरह होता है. इस जन्मदिन पर सिर्फ ये मत कहिए “हैप्पी बर्थडे विक्की”, बल्कि कहिए “थैंक यू विक्की, उस इंडिया को दिखाने के लिए जो सच्चा है, संजीदा है, और देश से गहराई से जुड़ा है.”