Begin typing your search...

वो आदमी अपनी तोंद से....कार में अकेली Sumona Chakravarti साथ हुई गलत हरकत, एक्ट्रेस बोली- अनसेफ महसूस हुआ

सुमोना चक्रवर्ती ने यह भी लिखा- मैंने लगभग पूरी ज़िंदगी मुंबई में बिताई है और मुझे इससे पहले कभी भी ऐसा असुरक्षित महसूस नहीं हुआ था. खासतौर पर साउथ मुंबई जैसे इलाके में तो कभी नहीं. लेकिन सालों में पहली बार, दिन के उजाले में, अपनी ही कार में बैठी हुई, मुझे ऐसा लगा कि मैं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हूं.

वो आदमी अपनी तोंद से....कार में अकेली Sumona Chakravarti  साथ हुई गलत हरकत, एक्ट्रेस बोली- अनसेफ महसूस हुआ
X
( Image Source:  Instagram : sumonachakravarti )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 1 Sept 2025 11:47 AM IST

टीवी एक्ट्रेस सुमोना चक्रवर्ती ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक ऐसा पोस्ट शेयर किया है, जिसे पढ़कर उनके फैंस और बाकी लोग चौंक गए. उन्होंने एक लंबा नोट लिखकर बताया कि रविवार (31 अगस्त) को जब वह अपनी कार से सफर कर रही थीं, तभी मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रदर्शनकारियों ने उनकी कार पर हमला कर दिया. सुमोना ने साफ लिखा कि इस पूरे विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल कर रहे थे और उनकी कार इस भीड़ के बीच फंस गई.

सुमोना ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, 'आज दोपहर करीब 12:30 बजे मैं कोलाबा से फोर्ट की तरफ जा रही थी. तभी अचानक मेरी कार को एक बड़ी भीड़ ने रोक लिया. नारंगी स्टोल पहने हुए एक आदमी मेरी कार के बोनट पर जोर-जोर से मार रहा था और अजीब तरीके से मुस्कुरा भी रहा था. उसने अपनी तोंद मेरी कार से सटा दी थी और मेरे सामने ऐसे झूम रहा था जैसे कोई नाटक कर रहा हो. उसके आस-पास खड़े लोग मेरी कार की खिड़कियों पर जोर से हाथ मार रहे थे और बार-बार 'जय महाराष्ट्र' चिल्ला रहे थे. वे सब हंस रहे थे और माहौल डरावना बना रहे थे. कुछ देर बाद हम थोड़ा आगे बढ़े, लेकिन वही नज़ारा दोबारा हुआ. सिर्फ 5 मिनट के अंतराल में दो बार यह सब देखने को मिला और सबसे हैरानी की बात ये थी कि वहां मौजूद पुलिसवाले चुपचाप बैठकर यह सब तमाशा देखते रहे.'

सुमने ने खुद को फील किया अनसेफ

उन्होंने आगे लिखा, 'मैं अकेली अपनी कार में थी और दिन के उजाले में, साउथ मुंबई जैसी सुरक्षित जगह पर भी, मुझे असुरक्षित महसूस हो रहा था. सड़कें पूरी तरह गंदगी से पटी हुई थी. जगह-जगह केले के छिलके, प्लास्टिक की बोतलें और कचरा फैला था. फुटपाथों पर कब्जा कर लिया गया था. प्रदर्शनकारी वहीं बैठकर खा रहे थे, सो रहे थे, नहा रहे थे, खाना बना रहे थे. कई लोग खुलेआम टॉयलेट कर रहे थे. कुछ मोबाइल पर वीडियो कॉल कर रहे थे, कुछ इंस्टाग्राम-रील बना रहे थे, जैसे विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि पिकनिक मना रहे हों या मुंबई दर्शन कर रहे हों.'

'शुक्र है की मेरे साथ दोस्त था'

सुमोना चक्रवर्ती ने यह भी लिखा, 'मैंने लगभग पूरी ज़िंदगी मुंबई में बिताई है और मुझे इससे पहले कभी भी ऐसा असुरक्षित महसूस नहीं हुआ था. खासतौर पर साउथ मुंबई जैसे इलाके में तो कभी नहीं. लेकिन सालों में पहली बार, दिन के उजाले में, अपनी ही कार में बैठी हुई, मुझे ऐसा लगा कि मैं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हूं. मुझे शुक्रगुजार होना पड़ा कि मेरे साथ मेरा एक दोस्त था क्योंकि मैं बार-बार सोच रही थी, अगर मैं उस वक्त अकेली होती तो मेरे साथ क्या होता?.' उन्होंने अपनी पोस्ट में यह भी बताया कि उनका मन तो वीडियो बनाने का हुआ था ताकि वह इसे रिकॉर्ड कर सकें, लेकिन उन्हें अचानक एहसास हुआ कि अगर उन्होंने ऐसा किया तो भीड़ और भड़क सकती है. इस डर से उन्होंने ऐसा करने की हिम्मत नहीं की.

'मैं बहुत परेशान हूं'

अपनी पोस्ट के आखिर में सुमोना ने लिखा, 'यह बहुत डरावना है कि आप चाहे कोई भी हों या कहीं भी हों, हमारी कानून-व्यवस्था एक पल में ध्वस्त हो सकती है. एक महिला होने के नाते और इस शहर से प्यार करने वाली एक शख्सियत होने के नाते, मैं बहुत परेशान हूं. हमें इससे बेहतर प्रशासन और बेहतर नागरिक जिम्मेदारी की ज़रूरत है. हमें अपने ही शहर में सुरक्षित महसूस करने का हक है.'

सुमोना ने इस पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में भी लिखा, 'यह वो डिजिटल इंडिया नहीं है जिसकी बात नेता हमेशा करते रहते हैं क्योंकि जब समाज में जातिवाद, धर्म, राजनीति, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अशिक्षा इतनी हावी हो जाती है, तो यह विकास नहीं बल्कि पतन है. #मराठाकोटाप्रदर्शन.' आपको बता दें कि मुंबई और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में मराठा समाज आरक्षण को लेकर आंदोलन कर रहा है. उनकी मुख्य मांग है कि मराठा समुदाय को 10% आरक्षण दिया जाए. इसी मुद्दे को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन और सड़क जाम की स्थिति देखने को मिल रही है.

अगला लेख