Sooraj Pancholi का बड़ा खुलासा, पॉडकास्ट के लिए टॉप स्टार्स चार्ज करते हैं लाखों की फीस, खुद के लिए मांगे हजार रुपये
अपनी हालिया रिलीज 'वीर केसरी' के लिए सुर्खियां बटोर रहे सूरज पंचोली ने हाल ही में खुलासा किया है कि इंडस्ट्री के कुछ टॉप स्टार्स पॉडकास्ट में आने के लाखों फीस चार्ज करते हैं. वहीं उन्होंने खुद के लिए तीस हजार मांगे.

जब साल 2020 में कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की रफ्तार थाम दी, तो फिल्मों की शूटिंग बंद हो गई, टीवी शो रुक गए, और बड़े-बड़े टॉक शो भी होस्ट के ड्रॉइंग रूम में सिमट गए. ऐसे दौर में, जब फिल्मी सितारे कैमरे से दूर और सुर्खियों से गायब हो गए, तब उन्हें खुद को दिखाने के लिए एक नया रास्ता मिला पॉडकास्ट. पहले जिसे केवल शौकिया बातचीत का ज़रिया समझा जाता था, वह अब स्टारडम का नया अड्डा बन गया है. बिना ग्लैमर, बिना मेकअप, और बिना फैंसी सेट के भी पॉडकास्ट ने करोड़ों दर्शकों का ध्यान खींचा – और सितारों को एक नया मंच मिल गया.
अब एक्टर सूरज पंचोली ने हाल ही में हिंदी रश के साथ खुलासा किया कि कुछ पॉडकास्ट पर दिखने के लिए अब स्टार्स को 30 लाख तक खर्च करने पड़ते हैं. मज़ाकिया अंदाज़ में उन्होंने कहा, 'मैं तो फ्री में आया हूं, कम से कम 30,000 दे दो.' उन्होंने आगे जारी रखते हुए कहा, 'कुछ ऐसे स्टार्स है जो पॉडकास्ट में आने का तीस लाख चार्ज करते हैं....क्या ये वाकई सच है?.
दुनिया भर में पॉडकास्ट का बोलबाला
यह सिर्फ़ मज़ाक नहीं, रियलिटी है कि अब पॉडकास्ट इतने पॉपुलर हो गए हैं कि सेलिब्रिटी से ज़्यादा पॉडकास्टर डिमांड में हैं और क्यों न हों? ये वही प्लेटफॉर्म हैं जो दर्शकों तक सीधे पहुंचते हैं, बिना किसी बीचौलिए मीडिया के. बॉलीवुड से लेकर यूट्यूब तक पॉडकास्ट का बोलबाला है. पॉडकास्ट अब सिर्फ़ बैकअप प्लान नहीं रहे, वे अब स्टार्स के लिए ‘ब्रांड बिल्डिंग’ का नया जरिया हैं. नेहा धूपिया हो या कल्कि कोचलिन, नव्या नवेली नंदा हो या रिया चक्रवर्ती, हर कोई पॉडकास्ट का इस्तेमाल अपनी बात कहने, कहानियां सुनाने और खुद को नए तरीके से पेश करने में कर रहा है.
रिया का 'Chapter 2' पॉडकास्ट, जिसमें उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद की ज़िंदगी और मीडिया ट्रायल के बारे में खुलकर बात की एक तरह से उनकी वापसी की शुरुआत थी. सोशल मीडिया क्रिएटर रेबेल उर्फ़ जिन्हें अपूर्वा मुखीजा ने जब कॉमेडियन समय रैना के साथ अपने विवाद के बाद पॉडकास्ट शुरू किया, तो सिर्फ़ तीन हफ्तों में 2.2 मिलियन व्यूज़ बटोर लिए। साफ़ है – पॉडकास्ट में 'पॉवर ऑफ वायरल' भी है.
कंट्रोल, कन्वर्सेशन और कल्चर का हिस्सा है पॉडकास्ट
आज दुनिया भर में 540 मिलियन से ज्यादा लोग पॉडकास्ट सुनते हैं और यह संख्या बढ़ती ही जा रही है. पॉडकास्ट सिर्फ़ इंटरव्यू नहीं, बल्कि अब कंट्रोल, कन्वर्सेशन और कल्चर का हिस्सा बन चुका है और अगर आप सोच रहे हैं कि ये ट्रेंड बस यूं ही आए और जाएंगे – तो ज़रा रुकिए। एक पॉडकास्ट पर आना अब उतना ही अहम माना जा रहा है जितना कि फिल्म के प्रीमियर पर रेड कार्पेट पर चलना, तो अगली बार जब आपका फेवरेट स्टार ट्रेंडी पॉडकास्ट पर नज़र आए समझ जाइए, अब असली स्टेज वही है, जहां बस एक माइक और ढेर सारी बातें हों!.