समाज सेवा की ओर बढ़ी Sherlyn Chopra, शुरू किया खुद का NGO; किडनी पेशेंट का होगा फ्री इलाज
शर्लिन चोपड़ा ने देश में वंचित किडनी रोगियों की मदद के लिए आगे आई हैं. शर्लिन जो खुद एक किडनी फेलियर पेशेंट रही और अपनी इस लड़ाई को याद करते हुए उन्होंने अपने एनजीओ को लॉन्च करने के पीछे के कारण के बारे में बात की है.

अपने बोल्ड लुक से सुर्खियां बटोरने वाली शर्लिन चोपड़ा (Sherlyn Chopra) ने ग्लैमर वर्ल्ड से निकलकर सोशल वर्क की तरफ अपने कदम बढ़ाए हैं. एक महान मिशन को शुरू करते हुए उन्होंने इस महीने की शुरुआत में एक एनजीओ प्रकाशम लॉन्च किया. जिसका उद्देश्य वंचित बच्चों को सहायता और देखभाल करना, जिनके पास शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसी बुनियादी ज़रूरतें नहीं हैं.
इसके अलावा, यह देश में वंचित किडनी रोगियों की मदद भी करता है, जैसा कि एक्ट्रेस ने खुशखबरी शेयर करने के लिए इंस्टाग्राम पर अपने नए पोस्ट में बताया. शर्लिन जो खुद एक किडनी फेलियर पेशेंट रही और अपनी इस लड़ाई को याद करते हुए उन्होंने अपने एनजीओ को लॉन्च करने के पीछे के कारण के बारे में बात की है.
मिलेगा मुफ्त इलाज
उन्होंने कहा कि वह खुद एक किडनी फेलियर रही और इसका दर्द महसूस कर सकती हैं, इसलिए अब उन्होंने उन किडनी रोगियों के लिए NGO शुरू करना चाहती थी जो आज मेरा सपना पूरा हुआ, जहां वंचित किडनी रोगियों को मुफ्त इलाज मिलेगा.' वीडियो के कैप्शन में लिखा, 'प्रकाशम फाउंडेशन हमारे देश में वंचित बच्चों और वंचित किडनी रोगियों की मदद और देखभाल करने की दिशा में एक छोटा सा कदम है. prakasham.foundation से जुड़े वॉलंटियर्स, डॉक्टरों और एक्सपर्ट की टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद.'
मेरा परिवार मुझे प्यार नहीं करता
इससे पहले सिद्धार्थ कन्नन से बातचीत में शर्लिन चोपड़ा ने किडनी फेलियर से अपनी लड़ाई के बारे में बताया था. जहां उन्होंने शेयर किया था कि साल 2021 में मेरी किडनी फेल हो गई थी और मुझे लगा कि मैं मर जाऊंगी, फिर मुझे एहसास हुआ कि मुझे अभी बहुत कुछ करना है. मैंने हार न मानने का फैसला किया. डॉक्टर ने दो ऑप्शन बताए: या तो डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट.' उन्होंने कहा, 'मेरा परिवार मुझसे इतना प्यार नहीं करता कि वह मुझे किडनी डोनेट करते इसलिए मैंने डायलिसिस का ऑप्शन चुना.'