मौत से पहले कराई थी सत्यनारायण की कथा, एक्ट्रेस Pooja Ghai ने बताया आखिरी पल में Shefali Jariwala के साथ क्या हुआ?
Shefali Jariwala News: पूजा घई ने विक्की लालवानी से बातचीत के दौरान अपनी दोस्त शेफाली के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि अच्छी बात ये है कि पोस्टमार्टम की शुरुआत रिपोर्ट में कोई गड़बड़ी नहीं आई. शेफाली के अंतिम संस्कार वाले दिन मैंने देखा उनके घर को पूजा के लिए सजाया गया था.

Shefali Jariwala News: पॉपुलर एक्टर शेफाली जरीवाला यानी 'कांटा लगा गर्ल' अब इस दुनिया में नहीं रही. 28 जून को कार्डिक अरेस्ट की वजह से उनका निधन हो गया. एक्ट्रेस की मौत की खबर पर अभी भी फैंस और परिवार को यकीन नहीं हो रहा है. सब हैरान हैं कि 42 साल की उम्र दुनिया छोड़ के जाने की तो बात नहीं थी. उनके अंतिम संस्कार में टीवी और बॉलीवुड के कई स्टार्स शामिल हुए.
शेफाली की करीबी दोस्त और एक्ट्रेस पूजा घई ने दोस्त के बिताए आखिरी पलों के बारे में बताया है. पूजा शेफाली की मौत के काफी दुखी नजर आ रही हैं. हर ओर मातम पसरा हुआ है. फैंन्स एक्ट्रेस की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.
शेफाली को लेकर क्या बोलीं पूजा?
पूजा ने कहा कि शेफाली ने हमेशा की तरह खाना खाया और उसने पराग से उनके कुत्ते को नीचे घुमाने के लिए कहा. जैसे ही वो नीचे गया, उसे तुरंत वापस बुलाया गया. घर की हेल्पर ने उन्हें कॉल किया और कहा दीदी का तबीयत ठीक नहीं है. फिर हेल्पर कुत्ते को वॉक कराने लगी और पराग शेफाली के पास चले गए. पराग ने देखा शेफाली की पल्स चल रही थी, लेकिन वो आंखें नहीं खोल रही थी. पराग को समझ आ गया कुछ गड़बड़ है और वह पास के अस्पताल भागा. शेफाली इलाज से पहले ही जा चुकी थी.
पत्नी के जानें से टूट गए पराग
पूजा घई ने विक्की लालवानी से बातचीत के दौरान अपनी दोस्त शेफाली के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि अच्छी बात ये है कि पोस्टमार्टम की शुरुआत रिपोर्ट में कोई गड़बड़ी नहीं आई. पराग से लगातार पूछताछ भी की जा रही है, जिससे वह परेशान हैं. पराग बहुत दुखी है वह शेफाली से आज भी बहुत प्यार करते हैं. इस समय वह अकेला रहना चाहते हैं लेकिन पुलिस भी अपना काम कर रही है.
घर में कराई थी सत्यनारायण की पूजा
पूजा ने कहा, मुझे परिवार और पराग से बात करने पर पता चला कि उनके घर में सत्यनारायण की पूजा हुई थी. शेफाली के अंतिम संस्कार वाले दिन मैंने देखा उनके घर को पूजा के लिए सजाया गया था. इस शुभ काम के बाद शेफाली की मौत हो जाना किसी सदमे से कम नहीं है.