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Mamta Kulkarni के महामंडलेश्वर बनने पर उठे सवाल, कथावाचक ने कहा- किन्नर अखाड़े में महिला का क्या काम

ट्रांसजेंडर कथावाचक जगतगुरु हिमांगी सखी मां ने पूर्व बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को महाकुंभ के दौरान किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर नियुक्त किए जाने पर अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा है कि ममता एक स्त्री होते हुए भला किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कैसे बन सकती है. उन्होंने पूर्व एक्ट्रेस के अतीत पर भी निशाना साधा.

Mamta Kulkarni के महामंडलेश्वर बनने पर उठे सवाल, कथावाचक ने कहा- किन्नर अखाड़े में महिला का क्या काम
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( Image Source:  Instagram : mamtakulkarniofficial____ )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 25 Jan 2025 6:43 PM IST

प्रयागराज के महाकुंभ में 90 की दशक की पूर्व एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) ने खुद का पिंडदान कर के किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई. जिन्हें अब लोग ममता के बयाज ममता नंद गिरी के नाम से जाना जाएगा. हालांकि ममता ने सालों पहले ही बॉलीवुड को अलविदा कहकर इस ग्लैमर वर्ल्ड से सन्यास ले लिया था. वह 2025 में आयोजित हुए महाकुंभ के लिए 25 साल बाद भारत लौटी और अपने आध्यात्मिक जीवन में उन्हें साध्वी से महामंडलेश्वर बनने का सौभाग्य मिला.

हालांकि अब उनके महामंडलेश्वर बनने पर सवाल उठा है. दरअसल ट्रांसजेंडर कथावाचक जगतगुरु हिमांगी सखी मां ने पूर्व बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को महाकुंभ के दौरान किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर नियुक्त किए जाने पर अपनी बात रखी है. एएनआई से बात करते हुए हिमांगी सखी ने ममता कुलकर्णी के पिछले विवादों का हवाला देते हुए नियुक्ति की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है.

गुरु कहलाने लायक नहीं

उन्होंने कहा, 'ऐसे व्यक्ति को महामंडलेश्वर की उपाधि देकर आप सनातन धर्म को किस तरह का गुरु दे रहे हैं? यह नैतिकता का सवाल है. जो व्यक्ति गुरु कहलाने के लायक नहीं है, उसे गुरु बनाया जा रहा है.' किन्नर अखाड़ा सिर्फ किन्नरों के लिए है फिर भला एक स्त्री इस अखाड़े की महामंडलेश्वर कैसे बन सकती है?. अगर ऐसे ही कोई महामंडलेश्वर बन जाए तो इस अखाड़े का नाम किन्नर अखाड़ा क्यों रखा गया है.'


जांच की मांग

सिर्फ इतना ही नहीं हिमानी सखी ने पूर्व एक्ट्रेस और साध्वी पर महामंडलेश्वर बनना एक पब्लिकसिटी स्टंट बताया. उन्होंने ममता के पुराने विवादों का हवाला देते हुए कहा कि पूरी दुनिया उनके अतीत को जनता है कि कैसे ममता को ड्रग केस में जेल जाना पड़ा था. अब वो अचानक भारत आईं और महाकुंभ शामिल हो गई और महामंडलेश्वर का पद हासिल कर लिया इसकी जांच होनी चाहिए.'

कला का प्रदर्शन पर रोक नहीं

किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर, लक्ष्मी नारायण ने ममता के महामंडलेश्वर बनने के बाद अपने एक बयान में कहा था कि पूर्व एक्ट्रेस पिछले डेढ़ साल से उनके और किन्नर अखाड़े के संपर्क में हैं. अगर वह चाहें तो उन्हें किसी भी भक्ति पात्र का किरदार निभाने की अनुमति है क्योंकि हम किसी को भी अपनी कला का प्रदर्शन करने से नहीं रोकते हैं.'

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