Mohanlal ने किसे डेडिकेट किया Dadasaheb Phalke Award? कहा- अवार्ड सिर्फ सम्मान, शिखर नहीं
Actor Mohanlal को 2023 का प्रतिष्ठित दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड (Dadasaheb Phalke Award) मिलेगा, जिसे उन्होंने मलयालम सिनेमा और पूरे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को समर्पित किया. कोच्चि में मीडिया से बातचीत में उन्होंने अपनी 48 वर्षों की फिल्म यात्रा, 400 फिल्मों का अनुभव और फिल्म इंडस्ट्री में सहयोगी लोगों की अहमियत पर जोर दिया. मोहनलाल ने कहा कि सिनेमा जादू की तरह है और पुरस्कार केवल एक सम्मान है, इसका मतलब यह नहीं कि उन्होंने किसी शिखर को छू लिया.

Mohanlal Dada Saheb Falke Award: मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल ने प्रतिष्ठित दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड को पूरी मलयालम फिल्म इंडस्ट्री को समर्पित किया है. उन्होंने इसे अपने करियर का गर्वपूर्ण और भावनात्मक पल बताया. रविवार (21 सितंबर) को कोच्चि में मीडिया से बातचीत करते हुए मोहनलाल ने कहा, “मैं यह सम्मान अत्यंत विनम्रता और आभार के साथ स्वीकार करता हूं. यह गर्व का क्षण है और इसे मैं अकेले नहीं मना सकता. इसे मैं सभी के साथ बांट रहा हूं- दर्शकों, उन सभी सहयोगियों के साथ, जिनके साथ मैंने पहले काम किया, वर्तमान में काम कर रहा हूं और भविष्य में काम करूंगा.”
मोहनलाल ने यह स्पष्ट किया कि यह अवॉर्ड केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए भी एक सम्मान है. उन्होंने कहा, “यह अवॉर्ड पूरी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए है.”
“इतने सालों तक इस इंडस्ट्री में बने रहना किसी सर्कस में रहने जैसा है”
मलयालम एक्टर ने अपने 48 वर्षों के करियर का जिक्र करते हुए कहा, “सिनेमा एक जादू है. सफलता हमें ऊंचा उठाती है और असफलता नीचे ला सकती है, इतने सालों तक इस इंडस्ट्री में बने रहना किसी सर्कस में रहने जैसा है, और मुझे इस सफर में कई सहायक लोगों का साथ मिला.”
“मैं बड़े सपने देखने वाला व्यक्ति नहीं हूं”
मोहनलाल ने अपनी कला के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया और कहा कि वह बड़े सपने नहीं देखते, बल्कि हर भूमिका में अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं. उन्होंने कहा, “मैं बड़े सपने देखने वाला व्यक्ति नहीं हूं. मेरी सामाजिक प्रतिबद्धता यह है कि मैं दी गई भूमिकाओं में सर्वोत्तम प्रयास करूं, लेकिन फिल्म बनाना कभी अकेले संभव नहीं है, यह कई लोगों का काम है. मैं प्रार्थना करता हूँ कि अच्छे फिल्में बनती रहें, खासकर मलयालम इंडस्ट्री में... मैं बस उसका हिस्सा बनना चाहता हूं. यही मेरा सपना है.”
इस अवॉर्ड को ‘विशेष’ बताते हुए मोहनलाल ने कहा, “सिनेमा की केवल एक भाषा है. मैं उसका हिस्सा हूं. कोई शिखर नहीं है, ‘पिनेकिल’ केवल एक शब्द है. मैं इस अवॉर्ड के साथ भी किसी शिखर पर पहुंचा हुआ नहीं मानता.”
अभिनेता मम्मूट्टी और पृथ्वीराज ने दी बधाई
मोहनलाल की इस उपलब्धि पर साथी अभिनेता मम्मूट्टी और पृथ्वीराज ने भी बधाई दी. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने 20 सितंबर 2025 को घोषणा की थी कि मोहनलाल को 23 सितंबर को 71वें राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड्स समारोह में दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड 2023 प्रदान किया जाएगा, जिससे केरल फिल्म इंडस्ट्री में खुशी और उत्सव का माहौल बन गया.