क्या घिनौनापन है? कॉमेडियन Kaviraj Singh ने कह दिया सेक्स वर्कर, गुस्से में लाल हुई इन्फ्लुएंसर Kusha Kapila
कुशा ने इस पूरे मामले पर अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज़ के ज़रिए बिना झिझक अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, 'क्या यह घिनौना है? हां.....क्या मैं हैरान हूं?....'कुशा ने बताया कि 'आर' शब्द अब सोशल मीडिया पर महिलाओं को नीचा दिखाने के लिए आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है.

फेमस डिजिटल क्रिएटर और एक्ट्रेस कुशा कपिला ने हाल ही में स्टैंड-अप कॉमेडियन कविराज सिंह को उनके एक स्टेज शो में महिलाओं के बारे में की गई गंदी और अपमानजनक बातों पर जमकर फटकार लगाई है. सोशल मीडिया पर इस समय कविराज का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने महिला कंटेंट क्रिएटर्स, यानी महिला इन्फ्लुएंसर्स की तुलना सीधे-सीधे सेक्स वर्कर्स से कर दी.
इस क्लिप में कविराज अपने शो के दौरान कहते हैं 'आर*आई एक पेशा है, दोस्तों. सेक्स वर्कर को हिंदी में 'री' कहते हैं. हलांकी सारे लोग 'री' नहीं कहते. कई लोग इन्फ्लुएंसर भी कहते हैं.' उनके इस कथन पर वहां मौजूद दर्शकों ने जोर-जोर से हंसना शुरू कर दिया, लेकिन इंटरनेट पर यह मज़ाक बिल्कुल भी नहीं चला. सोशल मीडिया पर इस कॉमेडी सेट को लेकर काफी गुस्सा दिखाया जा रहा है. बहुत से लोगों ने कविराज पर आरोप लगाया है कि वो 'डार्क ह्यूमर' के नाम पर महिलाओं के खिलाफ नफरत और सेक्सिज़्म फैला रहे हैं.
कुशा कपिला ने क्या कहा?
कुशा ने इस पूरे मामले पर अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज़ के ज़रिए बिना झिझक अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, 'क्या यह घिनौना है? हां.....क्या मैं हैरान हूं?....'कुशा ने बताया कि 'आर' शब्द अब सोशल मीडिया पर महिलाओं को नीचा दिखाने के लिए आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ़ एक 'जोक' नहीं है, बल्कि एक सोच है एक सोची-समझी कोशिश जिससे महिलाओं को हंसी में उड़ाकर अपमानित किया जाता है. उन्होंने ये भी साफ कहा कि इस तरह के कॉमेडी सेट अज्ञानता में नहीं, बल्कि जान-बूझकर किए जाते हैं ताकि सोशल मीडिया पर ताली और वायरल क्लिप मिल सके.
कुशा ने आगे लिखा, 'कॉमेडियन को पता होता है कि उसके शब्दों का क्या असर होगा. वो ऐसी बातें जानबूझकर करता है ताकि उसे वही रिएक्शन मिले जो वो चाहता है. लेकिन जो सबसे डरावनी बात है वो है इस सोच को मिलने वाला समर्थन ये पैसा, तालियां और लोग जो इसकी तारीफ कर रहे हैं. कुशा ने अपने अनुभव शेयर करते हुए बताया कि वो पिछले सात सालों से डिजिटल दुनिया में काम कर रही हैं, और इस तरह की सोच से बार-बार टकराई हैं. उन्होंने कहा, 'यह सब मैंने पहले भी देखा है. ये एक दोहराया जाने वाला पैटर्न है. चाहे हम कितनी भी कोशिश कर लें, ऐसे जोक्स और सोच बार-बार सामने आते हैं.' उन्होंने यह भी जोड़ा कि ये लेजी राइटिंग का नतीजा है और अच्छे कॉमिक्स इस तरह की बातें करना पसंद नहीं करते.
ये 2025 है बेहतर कर लो कुछ
एक और स्टोरी में, कुशा ने इस तरह की गंदी कॉमेडी के रियल लाइफ इफेक्ट के बारे में चिंता जताई. उन्होंने कहा कि ऐसे जोक्स लोगों को महिलाओं के साथ गलत व्यवहार करने का साहस देते हैं. ऑफलाइन दुनिया में इसका सीधा असर पड़ता है. जो लोग इस कंटेंट को देखकर हंसते हैं, वही असल ज़िंदगी में किसी महिला से गाली-गलौज कर सकते हैं. वो समझते हैं कि ऐसा करना ठीक है.' कुशा ने यह भी कहा कि ये 2025 है, और अब इस लेवल की मानसिकता को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. बेहतर करो यार, बेहतर करो.'
अन्य सेलेब्स भी बोले
कुशा अकेली नहीं हैं जिन्होंने कविराज सिंह की आलोचना की। उर्फी जावेद जैसी कई महिला प्रभावशाली हस्तियों ने भी इस क्लिप पर अपनी नाराज़गी जताई है और इसे घटिया और अपमानजनक बताया है. विवाद बढ़ता देख कविराज सिंह ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर कमेंट्स बंद कर दिए हैं, लेकिन अब भी सोशल मीडिया पर लोग उन्हें लगातार आड़े हाथों ले रहे हैं.