'कुछ कुछ होता है' यह क्या अश्लीलता है...' Javed Akhtar को पसंद नहीं था फिल्म का नाम, Karan Johar हो गए थे नाराज
हाल ही में द लल्लनटॉप के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने अनुभव के बारे में बताया और बताया कि उन्हें टाइटल से कोई समस्या नहीं हुई. लेकिन जावेद साहब को थी. उन्हें इसका टाइटल ‘अश्लील’ लगा था. इसके बाद गीतकार समीर अंजान फिल्म के गाने लिखने के लिए आगे आए. जावेद साहब को समस्या थी

हाल ही में अक्षय कुमार स्टारर 'टॉयलेट : एक प्रेम कथा' के टाइटल को लेकर बहस छिड़ी थी. जब दिग्गज स्टार जया बच्चन ने अपने बयान में कहा था कि वह ऐसी फिल्म कभी देखना नहीं पसंद करेंगी जिसका नाम 'टॉयलेट : एक प्रेम कथा' हो. उन्होंने कहा था कि ऐसा भी कोई नाम होता है. वहीं फिल्म की प्रोड्यूसर ने भी टाइटल का बचाव करते हुए जया बच्चन को जवाब दिया था.
प्रोड्यूसर ने कहा, 'मैं यह फिल्म जया मैम को दिखाना चाहती हूं और मुझे यह फिल्म बनाने पर गर्व है क्योंकि यह साल 2017 की सबसे हिट फिल्म है. वहीं अब हाल ही में गीतकार-स्क्रिप्टराइटर जावेद अख्तर ने हाल ही में खुलासा किया कि उन्होंने 1998 में शाहरुख खान की फिल्म 'कुछ कुछ होता है' को इसलिए ठुकरा दिया था क्योंकि उन्हें इसका टाइटल ‘अश्लील’ लगा था. इसके बाद गीतकार समीर अंजान फिल्म के गाने लिखने के लिए आगे आए.
जावेद साहब को समस्या थी
हाल ही में द लल्लनटॉप के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने अनुभव के बारे में बताया और बताया कि उन्हें टाइटल से कोई समस्या नहीं हुई. लेकिन जावेद साहब को थी. अंजान ने कहा, 'मुझे थोड़ी देर बाद पता चला कि जावेद साहब को टाइटल वल्गर लगा, उन्होंने कहा, 'कुछ कुछ होता है कोई टाइटल है?' जब मैंने लिखा, तब मैं यंग था, और उस प्यार के एहसास में डूबा हुआ था, 'कुछ कुछ होता है' कब होता है? जब आप प्यार में होते हैं.'
नाम कुछ सोचकर ही रखा होगा
समीर ने कहा, 'मुझे टाइटल में कुछ भी गलत नहीं लगा, इसलिए मैंने गाने लिखे. मेरा मानना था कि अगर निर्देशक ने यह नाम रखा है, तो उन्होंने सोच-समझकर ही ऐसा किया होगा और इसके पीछे कोई कहानी जरूर होगी. उनकी अपनी सोच रही होगी, इसलिए उन्होंने ऐसा किया. जब अनजान टाइटल सॉन्ग 'कुछ कुछ होता है' के बोल पर काम करने बैठे, तो समीर ने कविता के साथ जावेद अख्तर का टच लाने की कोशिश की.
मुझे ऑपोसिट रिएक्शन मिला
हालांकि, करण जौहर ट्रैक में अपनी सिंपलसिटी और स्टाइल चाहते थे. जब मुझे गाना लिखने के लिए ऑफर किया गया, तो मैंने सोचा कि चूंकि यह फिल्म पहले जावेद साहब के पास गई थी, इसलिए मुझे कुछ शायरी जोड़नी चाहिए ताकि करण इम्प्रेस हों. हालांकि, जैसे ही मैंने एक पैराग्राफ सुनाया, वह अचानक नाराज हो गए, मुझे ऑपोसिट रिएक्शन मिला. कारण ने कहा कि मैंने तुम्हें इसलिए बुलाया क्योंकि तुम यंग हो और यह कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट्स की स्टोरी है, मैं चाहता हूं कि तुम जिस स्टाइल में लिखते हो, बिल्कुल सिंपल हो. उन्हें शायरी बिल्कुल नहीं चाहिए थी. जब मैंने दूसरी बार ट्राई किया तब जौहर को यह पसंद आया.