'दीवार' फिल्म को हुए 50 साल, अमिताभ नहीं ये एक्टर होते हीरो, 18 दिन में लिखी गई थी कहानी
जंजीर फिल्म के बाद दीवार से बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन की इमेज 'एंग्री यंग मैन' और 1970 के दशक के नए सुपरस्टार के तौर पर हुई. इस फिल्म में शशि कपूर भी थे. दीवार उस की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक बन गई और आज भी इसे भारतीय सिनेमा की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक माना जाता है.

बॉलीवुड की सबसे आइकॉनिक फिल्म दीवार को रिलीज हुई 50 साल हो गए हैं. इस फिल्म की दमदार कहानी, बेहतरीन डायलॉग और लाजवाब एक्टिंग ने सभी का दिल जीत लिया था. इस फिल्म के बाद सलीम-जावेद की जोड़ी को हिट फिल्मों की गांरटी माना गया. पहले इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन नहीं बल्कि एक ऐसे एक्टर को कास्ट किया गया था, जिसे बॉलीवुड को पहला सुपरस्टार कहा जाता है.
दीवार से पहले अमिताभ बच्चन ने बैक टू बैक प्लॉफ फिल्में दी थी. इसके बावजूद सलीम-जावेद ने उन्हें फिल्म जंजीर में कास्ट किया. यह फिल्म अमिताभ बच्चन के करियर का टर्निंग पॉइंट बनी और वह रातों-रात स्टार बन गए. दरअसल राइटर के इस जोड़ी ने अमिताभ की बॉम्बे टू गोवा देखी थी. इसके बाद ही उन्हें यकीन हुआ कि अमिताभ इस फिल्म के लिए सही कास्टिंग होगी.
राजेश खन्ना होते हीरो
सलीम-जावेद अमिताभ का नाम सुझाया था, लेकिन गुलशन राय चाहते थे कि राजेश खन्ना को लिया जाए. वह अपनी एक फिल्म के लिए राजेश खन्ना को एडवांस भी दे चुके थे. इसलिए वह अपने पैसों की चिंता कर रहे थे. मगर इस बात के सलीम-जावेद राजी नहीं हुए. इसके बाद अमिताभ को यह फिल्मी मिली.
ये भी पढ़ें :लोगों पर छाया Maroon Color Sadiya गाने का खुमार, निरहुआ-आम्रपाली का गाना 237 मिलियन पार
राजेश खन्ना को क्यों नहीं चुना?
SAM YouTube चैनल के साथ एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने बताया था कि उन्होंने पहले अंदाज और हाथी मेरे साथी जैसी फिल्मों में राजेश खन्ना के साथ काम किया था. लेकिन बाद में उन्हें उनके साथ काम करना मुश्किल लगा. एक समय ऐसा आया जब हमें लगा कि हमारे लिए साथ काम करना मुश्किल होगा. वह इतने सारे लोगों, इतने चाटुकारों और हां में हां मिलाने वालों से घिरा हुआ था कि उसके साथ काम करना मुश्किल था.
18 दिन में लिखी कहानी
सलीम खान और जावेद अख्तर ने दीवार की स्क्रिप्ट 18 दिनों में लिखी थी. मंगलवार को फिल्म की गोल्डन जुबली के मौके पर जावेद अख्तर ने सोशल मीडिया पर लिखा, "दीवार 21 जनवरी 1975 को रिलीज हुई थी. ठीक पचास साल पहले.समय कितनी शांति से और कितनी जल्दी बीत जाता है. यह हमेशा होता रहता है लेकिन यह एक आश्चर्य की बात है!!"