Anupamaa वर्सेज Kyunki Saas Kabhi Bhi...2 की टीआरपी पर बहस, Smriti Irani बोली- उनसे तुलना करना बेवाकूफी हैं
स्मृति ने यह भी माना कि आज के समय में एंटरटेनमेंट के कई माध्यम हैं टीवी, ओटीटी, सोशल मीडिया जिससे दर्शकों का ध्यान बांटना पहले से कहीं कठिन हो गया है. इसके बावजूद 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' को जो प्यार मिल रहा है, वह उनकी मेहनत और दर्शकों के लगाव का परिणाम है.

स्मृति ईरानी ने अपने लोकप्रिय टीवी शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के नए शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' के साथ एक्टिंग की दुनिया में शानदार वापसी की है. यह शो छोटे पर्दे पर धूम मचा रहा है और रूपाली गांगुली के सुपरहिट शो 'अनुपमा' को कड़ी चुनौती दे रहा है. जैसा कि हम जानते हैं, 'अनुपमा' अपनी शानदार टीआरपी रेटिंग के कारण हर हफ्ते नंबर 1 की पोजीशन पर बना रहता है. वहीं, 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' नंबर 2 की पोजीशन पर है और टॉप पोज़िशन हासिल करने की कोशिश में जुटा हुआ है. इस बीच, हाल ही में एक इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने 'अनुपमा' और 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' के बीच चल रही टीआरपी की जंग पर खुलकर अपनी बात रखी.
इंडिया टुडे ने जब स्मृति ईरानी से 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' और 'अनुपमा' के बीच टीआरपी की कॉम्पिटिशन के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने इंडिया टुडे से बातचीत में मजेदार अंदाज में जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'जब कोई शो टीआरपी में 30वें नंबर पर पहुंच जाए, तब हम कॉम्पिटिशन की बात कर सकते हैं. हमारा शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' 25 साल पहले भी सुपरहिट था. अगर कोई शो इतने सालों तक लोगों के दिलों में बसा रहे, तब हम कॉम्पिटिशन की बात करेंगे.'
नए व्यक्ति से तुलना करना ठीक नहीं
स्मृति ने आगे अपनी बात को अपने राजनीतिक करियर से जोड़ते हुए कहा, 'अगर कोई व्यक्ति तीन बार सांसद बन चुका हो, एक दशक से कैबिनेट मंत्री रहा हो और 25 साल से पार्टी का हिस्सा हो तब जाकर उसकी तुलना किसी से की जा सकती है. अगर आप इन सभी मानकों पर खरे उतरते हैं, तभी प्रतिस्पर्धा की बात कीजिए. किसी नए व्यक्ति से तुलना करना सही नहीं है.'
हम लगातार आठ साल तक बने रहे
स्मृति ईरानी ने याद दिलाया कि 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' ने अपने पूरे आठ साल के लंबे सफर में कई बार 30वें स्थान से लेकर नंबर 1 तक का सफर तय किया था. उन्होंने कहा, 'प्रतिस्पर्धा की बात करना तभी उचित है जब कोई शो 30वें स्थान तक पहुंचे और फिर लगातार आठ साल तक नंबर वन बना रहे. हमने वो किया था. आज के समय में प्रतिस्पर्धा बहुत अलग और मुश्किल है, फिर भी हमारा शो 25 साल बाद वापसी कर सका यही हमारी असली जीत है.'
कॉम्पिटिशन की बातें बेवकूफी भरी हैं
स्मृति ने यह भी माना कि आज के समय में एंटरटेनमेंट के कई माध्यम हैं टीवी, ओटीटी, सोशल मीडिया जिससे दर्शकों का ध्यान बांटना पहले से कहीं कठिन हो गया है. इसके बावजूद 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' को जो प्यार मिल रहा है, वह उनकी मेहनत और दर्शकों के लगाव का परिणाम है. स्मृति ने शो की सफलता का क्रेडिट निर्माता एकता कपूर को देते हुए कहा, 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी की अपार सफलता का क्रेडिट पूरी तरह से एकता कपूर को जाता है. उन्होंने ही इसे एक आइकॉनिक शो बनाया। अगर उन्होंने 25 साल बाद इसे दोबारा लाने का फैसला किया, तो यह अपने आप में बड़ी बात है.' उन्होंने यह भी कहा, 'क्या मैं किसी स्टॉक एक्सचेंज में किसी से कॉम्पिटिट कर रही हूं? नहीं, इसलिए मुझे लगता है कि इस तरह की कॉम्पिटिशन की बातें बेवकूफी भरी हैं.'