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इस फेमस डायरेक्टर के साथ हुई थी लूटपाट, चोरों ने की थी जमकर पिटाई

बॉलीवुड के एक ऐसे डायरेक्टर जिन्होंने कई हिट फिल्मे दी हैं. आज भी उनकी फिल्में लोगों के जहन में है. हाल ही में रिलीज हुई उनकी फिल्म का क्रेज इस कदर है कि लोग लंबी-लंबी लाइन में लगकर टिकटे खरीद रहे हैं.

इस फेमस डायरेक्टर के साथ हुई थी लूटपाट, चोरों ने की थी जमकर पिटाई
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( Image Source:  Instagram/aneesbazmee )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 13 Nov 2024 7:13 PM IST

बॉलीवुड का एक ऐसा डायरेक्ट जिसकी फिल्मों के लिए लोग लाइन में लगकर टिकटे लेते हैं. इस डायरेक्टर की हाल ही में फिल्म रिलीज हुई है, जिसने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का कलेक्शन किया है. आज इस डायरेक्टर के पास सब कुछ है, लेकिन हमेशा से ऐसा नही था.

यह डायरेक्टर अनीस बज्मी हैं. अनीस बज्मी ने बॉलीवुड को कई कॉमेडी फिल्मे दी हैं. हाल ही में अनीस ने बॉलीवुड में अपने करियर के शुरुआती दौर के बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.

छोटे से कमरे में रहते थे डायरेक्टर

एक इंटरव्यू में अनीस ने अपने जिंदगी के सबसे मुश्किल दौर की कहानी सुनाई. उन्होंने बताया कि जब वह यंग थे, तो अक्सर घर बदलते थे. डायरेक्टर ने बताया कि उनके परिवार में सात से आठ लोग थे. हम सभी एक छोटे से कमरे में रहते थे. हम एक-दूसरे के बेहद करीब थे, क्योंकि उस समय हमारे पास जगह नहीं थी. इतना ही नहीं, कमरा इतना छोटा था कि सोते समय करवट लेना भी मुश्किल होता था.

अनीस थे जूनियर आर्टिस्ट

यह बात कम लोग जानते हैं कि अनीस ने शुरुआत में छोटे-मोटे काम के जरिए अपना गुजारा किया था. उन्होंने बताया कि शत्रुघ्न सिन्हा के साथ चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर रोल प्ले करने से पहले मैं जूनियर आर्टिस्ट हुआ करता था. उस समय मुझे घर चलाने के लिए पैसों की जरूरत थी. उस दौरान मैं 15 रुपये कमाता था. उसमें से मुझे सैलरी देने वाला 2 रुपये काट लेता था. तब से 13 मेरे लिए लकी नंबर बन गया. जैसे-जैसे मैं बड़ा हुआ मुझे काम मिलना बंद हो गया. फिर मैंने साउंड रिकॉर्डिंग का काम किया और इसके लिए मुझे 5 रुपये मिलते थे.”

अनीस बज्मी के साथ हुई थी लूटपाट

इस इंटरव्यू में अनीस ने अपने साथ हुई लूटपाट के बारे में बताया. यह बात उस समय कि है, जब वह मुंबई के मालवानी नगर में रहते थे और आधी रात को उनके साथ लूटपाट की गई थी. अनीस ने बताया कि, मालवानी नगर की गलियां बहुत सुनसान हुआ करती थी. एक बार चाकू की नोंक पर मुझसे लूटपाट की गई थी. उन्होंने मुझे पीटा क्योंकि मेरे पास पैसे नहीं थे. मेरे पास कुछ भी नहीं था ,जिसे वह चुरा सकता था. वहां पांच-छह लोग थे. मैंने बचाव नहीं किया, क्योंकि मुझे नहीं लगा कि यह सेफ है.

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