Akshay Khanna के बालों का झड़ना बन गया था करियर का रोड़ा, कहा- फिल्में पाने के लिए बाल बहुत जरुरी है
हाल ही में अक्षय खन्ना ने शेयर किया कि कम उम्र में उनके बालों का झड़ना कितना दुखद था. अक्षय ने कहा, 'यह इतनी कम उम्र में ही होने लगा था और यह एक पियानोवादक की उंगलियों को खोने जैसा था. उन दिनों ऐसा ही महसूस होता था. अक्षय इन दिनों 'छावा' में औरंगजेब की भूमिका के लिए क्रिटिस और दर्शकों से खूब तारीफ बटोर हैं.
बॉलीवुड एक्टर अक्षय खन्ना (Akshay Khanna) इन दिनों छावा में औरंगजेब की भूमिका के लिए क्रिटिस और दर्शकों से खूब तारीफ बटोर हैं. हाल ही में उन्होंने कम उम्र में गंजेपन का सामना करने अनुभव शेयर किया. उन्होंने कहा कि एक एक्टर के लिए प्रोजेक्ट पाने के लिए बाल होना बहुत जरुरी हैं उन्हें अपने गंजेपन को देखकर लगता था जैसे कोई पियानो प्लेयर अपनी उंगलियां खो चुका है.
मिड-डे से बात करते हुए अक्षय ने कहा, 'यह इतनी कम उम्र में ही होने लगा था और यह एक पियानो प्लेयर की उंगलियों को खोने जैसा था. उन दिनों ऐसा ही महसूस होता था. मेरा मतलब है, जब तक आप वास्तव में इसके साथ समझौता नहीं कर लेते और यह आपको कम परेशान करना शुरू नहीं कर देता. आप जानते हैं, सुबह उठकर, अखबारों को देखते हुए और यह कहते हुए कि, 'मैं यह नहीं पढ़ सकता, क्या लिखा है? मुझे चश्मे की ज़रूरत है.. यह आपको प्रभावित करेगा, है न? मेरे साथ क्या हो रहा है? मेरी आंखें काम नहीं कर रही हैं?.'
एक्टर की तरह दिखना बहुत जरुरी है
उन्होंने कहा, 'आप स्पोर्ट्समैन, क्रिकेटर या फुटबॉलर हो सकते हैं और आपको एहसास होता है कि आपको घुटने की सर्जरी की ज़रूरत हो सकती है, तो यह दिल तोड़ने वाला है, आप अपने करियर के एक या दो साल खो सकते हैं. इसलिए, जैसा कि मैंने कहा, यह एक पियानो प्लेयर की तरह है जो अपनी उंगलियां खो देता है, क्योंकि एक एक्टर के रूप में आप जिस तरह दिखते हैं, वह बहुत जरुरी है.'
यह बहुत दिल तोड़ने वाला था
अक्षय खन्ना ने यह भी बताया कि फ़िल्में पाने के लिए एक एक्टर के लिए फिजिकल अपीयरेंस कितनी जरुरी है. उन्होंने कहा, 'खास तौर पर फेस, हां बॉडी को आप फिर भी कवर सकते है लेकिन 19-20 साल की उम्र में बालों का खत्म होना यह बहुत ज्यादा दिल तोड़ने वाला होता है और यह आपको मानसिक रूप से मार डालता है.'
इन फिल्मों में आएं नजर
अक्षय दिवगंत दिग्गज स्टार विनोद खन्ना के बेटे हैं, उन्होंने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 1997 में फिल्म 'हिमालय पुत्र' से की थी. हालांकि, उन्होंने वास्तविक पहचान और सफलता 2001 की फिल्म 'ताल' से हासिल की, जिसमें वे ऐश्वर्या राय के साथ लीड रोल में थे. अक्षय खन्ना ने अपने करियर में अलग भूमिकाएं निभाकर स्टारडम हासिल किया. चाहे वह रोमांटिक ड्रामा हो, थ्रिलर, या कॉमेडी. उन्होंने 'दिल चाहता है', 'हंगामा', 'रेस', '36 चाइना टाउन', 'गांधी मई फादर' जैसी फिल्मों में काम किया है.
विभिन्न प्रकार की भूमिकाएँ निभाई हैं, चाहे वह रोमांटिक ड्रामा हो, थ्रिलर, या कॉमेडी। उनकी प्रमुख फिल्मों में "Dil Chahta Hai", "Hungama", "Race", "36 China Town", और "Gandhi, My Father" जैसी फिल्में शामिल हैं।





