कभी आर्किटेक्ट बनना चाहती थी Aishwarya Rai! 18 की उम्र में छू लिया आसमान; मंगलौर से मिस वर्ल्ड तक की अनकही जर्नी
ऐश्वर्या राय बच्चन बर्थडे स्पेशल: आर्किटेक्चर की छात्रा से मिस वर्ल्ड तक! 18 की उम्र में फोर्ड सुपरमॉडल जीत, पेप्सी गर्ल से ग्लोबल आइकन बनीं. जानें उनकी अनकही जर्नी
 
  बॉलीवुड की अमिट खूबसूरती और ग्लोबल आइकन ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) अपना 52वां बर्थडे मनाएंगी. दुनिया उन्हें 'विश्व की सबसे खूबसूरत महिलाओं' में से एक के रूप में जानती है, लेकिन उनकी कहानी सिर्फ सौंदर्य की नहीं, बल्कि मजबूत इरादे, एजुकेशन और सपनों की उड़ान की है. जन्म से लेकर मिस वर्ल्ड 1994 का ताज पहनने तक, और फिर फिल्मों में कदम रखने तक की यह जर्नी इंस्पिरेशन से भरी है. आज, उनकी बर्थडे स्पेशल स्टोरी के जरिए हम आपको ले चलते हैं उस दौर में, जब एक छोटे शहर की लड़की ने दुनिया को अपना जादू दिखाया.
1 नवंबर 1973 को कर्नाटक के मंगलौर शहर में एक तुलुवा हिंदू परिवार में ऐश्वर्या का जन्म हुआ. उनके पिता कृष्णराज राय भारतीय सेना में बायोलॉजिस्ट थे, जबकि मां वृंदा एक हाउसवाइफ थी. परिवार में एक छोटा भाई आदित्य राय भी थे, जो बाद में इंडियन नेवी में इंजीनियर बने. मंगलौर की हरी-भरी वादियों और पारंपरिक मूल्यों से घिरे बचपन में ऐश्वर्या ने सपनों को पंख दिए.
आर्किटेक्चर बनना चाहती थी एक्ट्रेस
बचपन से ही वे डॉक्टर, जूलॉजी या आर्किटेक्चर जैसे क्षेत्रों में करियर बनाना चाहती थी. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. मुंबई शिफ्ट होने के बाद, उन्होंने सिद्धार्थ हाई स्कूल से स्कूलिंग पूरी की और फिर मुंबई के फेमस जोसेफ कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर से आर्किटेक्चर में डिप्लोमा कोर्स शुरू किया. लेकिन पढ़ाई के साथ-साथ उनके हरे-नीले रंग की आंखें और प्यारी सी स्माइल ने जल्द ही मॉडलिंग की दुनिया की ओर उनका ध्यान खींच लिया. नौवीं क्लास में ही उन्होंने मॉडलिंग की शुरुआत कर दी थी, जो एक पार्ट-टाइम जॉब की तरह थी.
दोस्त के कहने पर 'मिस इंडिया' का बनी हिस्सा
कॉलेज के दिनों में ऐश्वर्या ने कई टीवी कमर्शियल्स में काम किया. 1991 में, महज 18 साल की उम्र में उन्होंने फोर्ड मोटर कंपनी के ऑर्गनाइज इंटरनेशनल सुपरमॉडल कॉन्टेस्ट जीता, जिसके बाद वे अमेरिकन वोग मैगजीन की कवर गर्ल बनी. यह उनकी पहली बड़ी सफलता थी, जिसने उन्हें इंटरनेशनल पटल पर पहचान दिलाई. लेकिन असली धमाका 1993 में हुआ, जब वे आमिर खान और महिमा चौधरी के साथ पेप्सी के एक विज्ञापन में नजर आईं. विज्ञापन में उनका डायलॉग- 'हाय, आई एम संजना' रातोंरात हिट हो गया. लाखों घरों में यह लाइन गूंजने लगी, और ऐश्वर्या एक घरेलू नाम बन गईं. गार्डन सारी जैसे ब्रांड्स के विज्ञापनों ने भी उनकी पॉपुलैरिटी को बढ़ाया. लेकिन वे आर्किटेक्चर की पढ़ाई छोड़ना नहीं चाहती थी. एक दोस्त के कहने पर ही उन्होंने 1994 का मिस इंडिया पेजेंट में हिस्सा लिया, जो उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ.
मिस इंडिया वर्ल्ड ही नहीं इतने ख़िताब है जीते
1994 का फेमिना मिस इंडिया पेजेंट ऐश्वर्या के लिए यादगार रहा. वे सुष्मिता सेन से थोड़े नम्बर्स से पीछे रहीं और फर्स्ट रनर-अप बनी. लेकिन सुष्मिता मिस यूनिवर्स के लिए चुनी गईं, तो ऐश्वर्या को 'मिस इंडिया वर्ल्ड' का खिताब मिला. इसके अलावा, उन्होंने मिस कैटवॉक, मिस मिरेकुलस, मिस फोटोजेनिक, मिस परफेक्ट टेन और मिस पॉपुलर जैसे पांच सब-टाइटल भी जीते. उसी साल नवंबर में, सन सिटी, साउथ अफ्रीका में ऑर्गनाइज 'मिस वर्ल्ड' 1994 पेजेंट में ऐश्वर्या ने इतिहास रच दिया. 19 नवंबर को, उन्होंने न सिर्फ मिस वर्ल्ड का ताज जीता, बल्कि मिस फोटोजेनिक और मिस वर्ल्ड कॉन्टिनेंटल क्वीन ऑफ ब्यूटी एशिया एंड ओशिनिया जैसे खिताब भी अपने नाम किए.
आंखों के दान
यह भारत के लिए दोहरा जश्न था, क्योंकि सुष्मिता ने मिस यूनिवर्स भी जीता था. ऐश्वर्या ने ताज पहनते ही कहा, 'यह सिर्फ सौंदर्य का ताज नहीं, बल्कि शांति का दूत बनने का मौका है.' लंदन में एक साल की अपनी रीजेंसी के दौरान उन्होंने आंखों के दान और पोलियो जैसे सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाई. 'मिस वर्ल्ड' बनने के बाद, हॉलीवुड और बॉलीवुड के बड़े बैनरों ने उन्हें साइन करने की होड़ मचाई. लेकिन ऐश्वर्या ने जल्दबाजी नहीं की. उन्होंने मॉडलिंग जारी रखी और एजुकेशन पर फोकस किया.
फिल्मों में एंट्री
'मिस वर्ल्ड' की सफलता ने ऐश्वर्या को फिल्म इंडस्ट्री के दरवाजे खोल दिए. 1997 में, उन्होंने मणि रत्नम की तमिल फिल्म 'इरुवर' से एक्टिंग डेब्यू किया. उसी साल, बॉबी देओल के साथ उनकी पहली हिंदी फिल्म 'और प्यार हो गया' रिलीज हुई. हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं कर पाई, लेकिन ऐश्वर्या की अपीयरेंस ने दर्शकों को अपना फैन बना लिया. 'जींस' (1998) जैसी तमिल फिल्म ने उन्हें कमर्शियल सिनेमा में स्टैब्लिश किया, जहां उन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर भी सराहना बटोरी. आज, ऐश्वर्या राय बच्चन न सिर्फ अभिषेक बच्चन की पत्नी और आराध्या की मां हैं, बल्कि संयुक्त राष्ट्र की गुडविल एंबेसडर भी.







