जेल में तिल-तिलकर मर रहा हूं, जहर दे दो...कोर्ट में फूट-फूटकर रोए एक्टर, बोले- कई दिनों से सूरज की रोशनी नहीं देखी
कन्नड़ फिल्मों के मशहूर अभिनेता दर्शन ने रेनुकास्वामी मर्डर केस की मासिक सुनवाई के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अदालत में पेश होकर अपने हालात बयां किए. उन्होंने जज से शिकायत की कि जेल में उनकी हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. दर्शन ने कहा कि उन्होंने कई दिनों से सूरज की रोशनी नहीं देखी, उनके हाथों में फंगस हो गया है और कपड़ों से बदबू आ रही है. अभिनेता ने भावुक होते हुए कहा-'मैं अब ऐसे नहीं जी सकता, कृपया मुझे जहर दे दीजिए. यहां की जिंदगी असहनीय हो गई है.

कन्नड़ फिल्मों के मशहूर अभिनेता दर्शन ने रेनुकास्वामी मर्डर केस की मासिक सुनवाई के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अदालत में पेश होकर अपने हालात बयां किए. उन्होंने जज से शिकायत की कि जेल में उनकी हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. दर्शन ने कहा कि उन्होंने कई दिनों से सूरज की रोशनी नहीं देखी, उनके हाथों में फंगस हो गया है और कपड़ों से बदबू आ रही है. अभिनेता ने भावुक होते हुए कहा-'मैं अब ऐसे नहीं जी सकता, कृपया मुझे जहर दे दीजिए. यहां की जिंदगी असहनीय हो गई है.
दर्शन की बातों ने अदालत का माहौल पल भर के लिए गंभीर बना दिया. उन्होंने साफ कहा कि वह अब इन हालातों में जिंदा नहीं रह सकते. 'कम से कम मुझे जहर दे दीजिए, मैं ऐसे आगे नहीं जी पाऊंगा.' इस पर जज ने जवाब दिया. 'ऐसी बातें संभव नहीं हैं, यह नहीं किया जा सकता.'
किस मामले में जेल में हैं दर्शन?
जून 2024 में अभिनेता दर्शन को रेनुकास्वामी हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि 33 वर्षीय फैन रेनुकास्वामी ने दर्शन की करीबी सहयोगी पवित्रा गौड़ा को आपत्तिजनक संदेश भेजे थे. इसी बात से नाराज़ होकर रेनुकास्वामी का अपहरण किया गया और बेंगलुरु के एक शेड में बेरहमी से प्रताड़ित करने के बाद उसकी लाश नाले से बरामद हुई.
सुप्रीम कोर्ट ने क्यों किया था बेल कैंसिल?
दर्शन को दिसंबर 2024 में कर्नाटक हाई कोर्ट से जमानत मिल गई थी. लेकिन 14 अगस्त 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी बेल रद्द कर दी. अदालत ने गवाहों से छेड़छाड़ और विशेष सुविधाएं मिलने की आशंका जताते हुए आदेश दिया कि दर्शन को जेल में किसी तरह का स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया जाएगा. इसके बाद अभिनेता को दोबारा गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
अदालत की अगली सुनवाई कब?
सुनवाई के दौरान अदालत ने आरोपी नंबर 13 और 14 की डिस्चार्ज याचिका भी सुनी और 19 सितंबर को आरोप तय करने की तारीख मुकर्रर की. वहीं, दर्शन की बेड और गद्दे की मांग और बल्लारी जेल ट्रांसफर से बचने की अर्जी पर सुनवाई दोपहर 3 बजे तक स्थगित कर दी गई. दर्शन के बयान के बाद सोशल मीडिया और कन्नड़ इंडस्ट्री में हलचल मच गई है. फैंस उनकी हालत पर चिंता जता रहे हैं, वहीं विरोधियों का कहना है कि अदालत को किसी भी दबाव में आकर राहत नहीं देनी चाहिए.