Haryana Election 2024: भाजपा में नहीं थम रहा है बगावत, मंत्री रणजीत चौटाला और विधायक लक्ष्मण नापा ने दिया इस्तीफा
Haryana Election 2024: भारतीय जनता पार्टी की विधानसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण के साथ ही पार्टी में बगावत तेज हो गई है. मंत्री रणजीत चौटाला और विधायक लक्ष्मण नापा समेत कई नेता खफा हैं, जिनमें कुछ ने इस्तीफा तक दे दिया है.

Haryana Election 2024: हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी को 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करते ही पार्टी को बगावत का सामना करना पड़ रहा है. टिकट नहीं मिलने के कारण नाराज मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और विधायक लक्ष्मण दास नापा ने पार्टी छोड़ दी. ऐसे में रणजीत सिंह चौटाला समेत कई पार्टी के बागी नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. इस लिस्ट में नाम पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल का भी है. उन्होंने कहा कि मैं तो चुनाव लड़ूंगी.
पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पुत्र और ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद लिया है और अब वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे. वहीं विधायक लक्ष्मण नापा ने टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ दी. नापा ने पार्टी छोड़ने के बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से राष्ट्रीय राजधानी स्थित उनके आवास पर मुलाकात की और बाद में कहा कि वह अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल होंगे. इसके साथ ही पूर्व मंत्री कर्ण देव काम्बोज ने भी पार्टी की ओर से टिकट नहीं मिलने के भारतीय जनता पार्टी की विधानसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण के साथ ही पार्टी में बगावत तेज हो गई है. मंत्री रणजीत चौटाला और विधायक लक्ष्मण नापा समेत कई नेता खफा हैं, जिनमें कुछ ने इस्तीफा तक दे दिया है.बाद प्रदेश भाजपा के ओबीसी मोर्चा के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया.
रणजीत चौटाला ने समर्थकों के साथ की बैठक
रणजीत चौटाला ने उम्मीदवारी को नजरअंदाज़ किए जाने के बाद अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई. चौटाला से जब उनके इस कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैंने अपने समर्थकों से सलाह-मशविरा करने के बाद यह फ़ैसला लिया.' उन्होंने कहा, 'मेरे भाजपा से अच्छे संबंध थे. उन्होंने मुझे हिसार से लोकसभा का टिकट दिया था, लेकिन पता नहीं उन्होंने किसकी सलाह पर काम किया. मैं कहूंगा कि जिसने भी उन्हें यह सलाह दी है, उसने पार्टी को नुकसान पहुंचाया है.' बता दें कि रणजीत हिसार से लोकसभा चुनाव हार गए थे.
बीजेपी की पहली सूची जारी होते ही कई नेता नाराज
उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने के बाद भाजपा को एक और झटका देते हुए पूर्व मंत्री कर्ण देव काम्बोज ने कहा कि उन्होंने हरियाणा भाजपा के ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पद और पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. मंत्री संजय सिंह और पूर्व मंत्री संदीप सिंह समेत कुछ मौजूदा विधायकों के नाम भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची में नहीं हैं.
सीएम सैनी ही हैं मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार
भाजपा की नजर हरियाणा में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने पर है लेकिन उसे कांग्रेस से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस राज्य में सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव की मतगणना 8 अक्टूबर को होगी.