बच्चों ने टीचर मांगा तो भड़के डीओ, कहा- जेल भेज दूंगा...
दो साल से टीचर नहीं हैं. इसकी वजह से कक्षाएं नहीं लग पा रही हैं और बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. इस समस्या को लेकर यहां के लोग कई बार शिकायत दे चुके हैं.

छत्तीसगढ़ के राजनादगांव में जिला शिक्षा अधिकारी की हरकत ने पूरे शिक्षा विभाग को शर्मसार कर दिया है. डीईओ के पास डोंगरगढ़ विकासखण्ड में आलिवारा शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक स्कूल के बच्चे पहुंचे थे. इन बच्चों ने बताया कि सकूल में दो साल से कई विषयों के शिक्षक नहीं है. यह सुनते ही डीईओ भड़क गए. उन्होंने छात्रों को भाग जाने को कहते हुए धमकी दी कि वह अभी यहां से उठवाकर जेल भेज देंगे. यह सभी बच्चे कलेक्टर से मिलने के बाद उन्हीं के कहने पर डीईओ के पास आए थे. अब डीईओ से मिलने के बाद इन बच्चों ने रोते हुए पूरा घटनाक्रम मीडिया में बयां किया है.
वहीं बच्चों के इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन और खुद डीईओ भी अब समस्या के समाधान के लिए आगे आए हैं. कलेक्टर ने दो दिन के अंदर शिक्षकों की व्यवस्था करने का दावा किया है. वहीं डीईओ ने भी कहा कि शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने सफाई दी कि बच्चों को जेल भेजने की धमकी नहीं दी, बल्कि उन्हें समझाया कि कानून हाथ में ना लें. दरअसल बच्चे शिक्षकों की व्यवस्था नहीं होने पर धरना प्रदर्शन और तालाबंदी की बात कर रहे थे. उधर, बच्चों ने बताया कि वह पहले भी डीईओ से गुहार लगा चुके हैं.
कलेक्टर के कहने पर डीईओ के पास गए थे बच्चे
उनके ना सुनने पर वह कलेक्टर के पास गए थे. कलेक्टर ने उनकी बात सुनी और डीईओ के पास भेज दिया. अपने पेरेंट्स के साथ डीईओ ऑफिस पहुंचे इन छात्रों ने ज्ञापन दिया और तीन दिन के अंदर स्कूल में शिक्षक भेजने की मांग की. जब डीईओ ने बच्चों की बातों को हल्के में लिया तो बच्चों ने भी कह दिया कि तीन दिन में टीचर नहीं मिलेंगे तो वह धरना प्रदर्शन करेंगे. इतनी बात पर डीईओ भी रौब में आ गए और बच्चों को ऑफिस से बाहर भागने को कह दिया. साथ ही कहा कि अभी वह पुलिस बुलाकर सभी को जेल भिजवा देंगे. बच्चों के परिजनों ने बताया कि दो साल से इस स्कूल में टीचर नहीं हैं. इसकी वजह से कक्षाएं नहीं चल रही हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है.