जोहरान ममदानी बने न्यूयॉर्क सिटी के मेयर, यह पद संभालने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी मुस्लिम
भारतीय मूल के जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क सिटी के नए मेयर चुने गए हैं. वे इस पद पर पहुंचने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी मुस्लिम हैं. डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार ममदानी ने पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो और रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा को हराया. 34 वर्षीय ममदानी प्रसिद्ध फिल्मकार मीरा नायर और लेखक महमूद ममदानी के बेटे हैं.;
भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने इतिहास रच दिया है. 34 वर्षीय ममदानी न्यूयॉर्क सिटी के नए मेयर चुने गए हैं. वे इस पद पर पहुंचने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी मुस्लिम हैं. डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार ममदानी ने बुधवार को हुए चुनाव में बाजी मारी, जिसमें उन्होंने पूर्व न्यूयॉर्क गवर्नर एंड्रयू कुओमो (जो बतौर स्वतंत्र उम्मीदवार उतरे थे) और रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा को हराया.
पूर्व मेयर एरिक एडम्स ने सितंबर में ही चुनावी दौड़ से नाम वापस ले लिया था, जिसके बाद यह मुकाबला तीन दावेदारों के बीच दिलचस्प बन गया था. मतदान मंगलवार सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक चला. इससे पहले 25 अक्टूबर से शुरू हुई अर्ली वोटिंग रविवार को खत्म हुई थी. खास बात यह रही कि यह चुनाव अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान हुए पहले राष्ट्रीय चुनाव थे.
कौन हैं जोहरन ममदानी?
जोहरान ममदानी का जन्म युगांडा में हुआ था, लेकिन उनका बचपन और राजनीतिक सफर न्यूयॉर्क में बीता. वे न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के सदस्य रहे हैं और खुद को डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट कहते हैं. ममदानी मशहूर भारतीय फिल्मकार मीरा नायर और युगांडाई लेखक महमूद ममदानी के बेटे हैं. राजनीति में आने से पहले उन्होंने सामाजिक न्याय और आवास संकट पर लंबे समय तक काम किया. उनके विचार प्रगतिशील हैं और वे शहर की नीतियों में आम नागरिकों की भागीदारी बढ़ाने के पक्षधर माने जाते हैं.
मेयर बनने के बाद ममदानी के वादे
मेयर के रूप में ममदानी ने अपनी प्राथमिकताओं को साफ करते हुए कहा कि वे सबसे पहले सभी rent-stabilised tenants के किराए को फ्रीज करेंगे ताकि न्यूयॉर्क में बढ़ते मकान किराए पर रोक लगाई जा सके. उन्होंने कहा कि शहर को ऐसे घरों की जरूरत है जिन्हें लोग वास्तव में वहन कर सकें, और इसके लिए हर संसाधन का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने सार्वजनिक परिवहन को लोगों के लिए अधिक सुलभ बनाने का भी वादा किया है. उनकी योजना के मुताबिक, वे सिटी बसों का किराया स्थायी रूप से खत्म करेंगे और बसों को तेज चलाने के लिए नए प्रायोरिटी लेन, बस क्यू जंप सिग्नल और लोडिंग जोन बनवाएंगे ताकि ट्रैफिक में रुकावट न हो.
ममदानी ने यह भी घोषणा की कि वे 6 हफ्ते से लेकर 5 साल तक के हर बच्चे के लिए फ्री चाइल्डकेयर प्रोग्राम शुरू करेंगे, जिससे हर परिवार को उच्च गुणवत्ता वाली प्रारंभिक शिक्षा और देखभाल मिले.
महंगाई और खाद्य संकट पर बड़ी योजना
महंगाई और बढ़ती खाद्य कीमतों से जूझते शहर के लिए ममदानी की योजना बेहद महत्वाकांक्षी है. वे सिटी-ओन्ड ग्रॉसरी स्टोर्स की एक श्रृंखला बनाना चाहते हैं, जो मुनाफे के बजाय कम कीमतों पर ध्यान देंगी. उनकी टीम का कहना है कि इससे जीवनयापन की लागत घटाने में मदद मिलेगी. ममदानी का कहना है कि “न्यूयॉर्क सिर्फ अमीरों का शहर नहीं रहेगा. हम इसे कामगारों, परिवारों और सपने देखने वालों का शहर बनाएंगे.”
मेयर चुने जाने के बाद उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक वीडियो जारी कर कहा, “यह सिर्फ मेरी जीत नहीं, बल्कि उस हर न्यूयॉर्कवासी की जीत है जो सस्ता घर, मुफ्त बस और बेहतर भविष्य चाहता है.” जोहरन ममदानी का यह ऐतिहासिक चुनाव न सिर्फ भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि न्यूयॉर्क की राजनीति में एक नई विचारधारा के उभरने का संकेत भी देता है.