'नरसंहार का मास्टरमाइंड है यूनुस', हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर शेख हसीना का फूटा गुस्सा

Sheikh Hasina attacks Muhammad Yunus: शेख हसीना न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में वर्चुअल संबोधन में सम्मिलित हुईं. इस दौरान उन्होंने मुहम्मद यूनुस पर "नरसंहार" करने और हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया. भारत आने के बाद शेख हसीना का यह पहला सार्वजनिक संबोधन था, हालांकि उन्होंने बांग्लादेश की समग्र स्थिति पर टिप्पणी की थी.;

( Image Source:  Credit- ANI )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 5 Dec 2024 10:55 AM IST

Sheikh Hasina attacks Muhammad Yunus: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद लगातार हिन्दुओं पर अत्याचार किया जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में लगातार हिन्दू धर्म के लोगों और मंदिर पर हमले हो रहे हैं. अब पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का वर्तमान सरकार पर गुस्सा फूटा है. उन्होंने अल्पसंख्यकों के कथित उत्पीड़न को लेकर देश के अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस पर तीखा हमला किया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शेख हसीना न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में वर्चुअल संबोधन में सम्मिलित हुईं. इस दौरान उन्होंने मुहम्मद यूनुस पर "नरसंहार" करने और हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि उनके पिता शेख मुजीबुर रहमान की तरह ही उनकी और उनकी बहन शेख रेहाना की हत्या की योजना बनाई जा रही है.

बहन की हत्या की साजिश

पूर्व पीएम ने कहा कि मुहम्मद यूनुस मेरे पिता की तरह की मेरी बहन शेख रेहाना को मारना चाहते हैं, इसके लिए वह लोग प्लानिंग की जा रही है. क्योंकि यूनुस सत्ता के भूखे हैं, इसीलिए वह पूजास्थलों को हमलों से बचा नहीं पा रहे हैं. मुजीबुर रहमान की 1975 में हत्या कर दी गई थी.

भारत में रह रही हैं शेख हसीना

रिपोर्ट के मुताबिक शेख हसीना ने में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वह भारत में शरण लेकर रह रही हैं. भारत आने के बाद शेख हसीना का यह पहला सार्वजनिक संबोधन था. हालांकि, उन्होंने बांग्लादेश की समग्र स्थिति पर टिप्पणी की थी.

आधिकारिक आवास पर हुए हमले का जिक्र

शेख हसीना के 5 अगस्त को ढाका में अपने आधिकारिक आवास पर हुए हमले का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा, 'हथियारबंद प्रदर्शनकारियों को गणभवन की ओर भेजा गया. अगर सुरक्षा गार्डों ने गोलियां चलाई होतीं, तो कई लोगों की जान जा सकती थी. यह 25-30 मिनट का मामला था, और मुझे वहां से जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. मैंने उनसे कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, वे गोलियां न चलाएं.' उन्होंने कहा, 'आज मुझ पर नरसंहार का आरोप लगाया जा रहा है, लेकिन सच यह है कि यूनुस एक सुनियोजित तरीके से नरसंहार में शामिल रहा है. इस नरसंहार के पीछे मास्टरमाइंड छात्र संगठन और मोहम्मद यूनुस हैं.' शेख हसीना ने आगे कहा कि उन्होंने हिंसा रोकने के के लिए अगस्त में बांग्लादेश छोड़ दिया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

चिन्मय कृष्ण दास पर बोलीं पूर्व पीएम

शेख हसीना ने हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी का पर कहा, 'हिंदू, बौद्ध, ईसाई...किसी को भी नहीं बख्शा गया. 11 चर्च को ध्वस्त कर दिया गया, मंदिरों और बौद्ध तीर्थस्थलों को तोड़ दिया गया. जब हिंदुओं ने इसका विरोध किया तो इस्कॉन के नेता को गिरफ्तार कर लिया गया.' उन्होंने कहा, 'अल्पसंख्यकों पर यह अत्याचार क्यों किया जा रहा है? उन पर बेरहमी से अत्याचार और हमले क्यों किए जा रहे हैं?' मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में तनाव आ गया है.

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