भ्रष्टाचार या सोशल मीडिया बैन, नेपाल में Gen Z ने सरकार के खिलाफ क्‍यों खोला मोर्चा? प्रदर्शनकारियों के संसद में घुसने के बाद लगा कर्फ्यू

नेपाल में जनरेशन Z के युवाओं ने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया. न्यू बनेश्वर में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बैरिकेड्स तोड़ दीं और संसद परिसर में घुस गए. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. ‘नेपो किड’ और ‘नेपो बेबीज़’ जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं.;

( Image Source:  X/@de_broglie23 )
Edited By :  प्रवीण सिंह
Updated On : 8 Sept 2025 2:52 PM IST

नेपाल के न्यू बनेश्वर में सोमवार को भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ जनरेशन Z (Gen Z) के प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसपैठ कर दी. रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने क्षेत्र की सीमा तय करने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें धक्का देकर तोड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया.

प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी झड़पें हुईं. कई प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पेड़ की शाखाएं और पानी की बोतलें फेंकीं. इस दौरान वे सरकार विरोधी नारे लगाते रहे. कुछ प्रदर्शनकारी संसद भवन के परिसर में भी घुस गए, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और चुनौतीपूर्ण हो गई और कर्फ्यू लगाना पड़ गया.

सोशल मीडिया बैन ने विरोध को दी हवा

रिपोर्ट्स के अनुसार, यह विरोध केवल स्थानीय मुद्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यापक असंतोष का हिस्सा बन चुका है. सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर युवा वर्ग का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार की नीतियों से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर खतरा है और भ्रष्टाचार ने युवाओं का भविष्य प्रभावित किया है.

‘नेपो किड’ और ‘नेपो बेबीज़’ हैशटैग हुए ट्रेंड

प्रदर्शन सुबह 9 बजे काठमांडू के मैतीघर क्षेत्र में शुरू हुआ, जहां बड़ी संख्या में युवाओं ने एकत्र होकर अपनी आवाज़ बुलंद की. पिछले कुछ दिनों में ‘नेपो किड’ और ‘नेपो बेबीज़’ जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं, जो युवाओं की नाराज़गी को दर्शाते हैं जो सरकार की नीतियों से प्रभावित हो रहे हैं.

'हामी नेपाल' ने आयोजित की थी रैली

काठमांडू जिला प्रशासन कार्यालय के अनुसार, ‘हामी नेपाल’ नामक संगठन ने इस रैली का आयोजन किया था, जिसके लिए पूर्व अनुमति ली गई थी. संगठन के अध्यक्ष सुधन गुरुङ ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन भ्रष्टाचार और सरकारी दमन के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि देशभर में इसी तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं और युवाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है.

डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से सड़क पर पहुंचा आंदोलन

प्रदर्शनकारियों को मार्ग और सुरक्षा संबंधी जानकारी देने के लिए आयोजकों ने सोशल मीडिया का उपयोग किया. छात्रों से अपील की गई कि वे अपने स्कूल यूनिफॉर्म में शामिल हों और किताबें लेकर विरोध में हिस्सा लें, ताकि यह स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि यह प्रदर्शन शिक्षा और भविष्य की रक्षा के लिए है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस विरोध ने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से शुरू होकर सड़कों पर उग्र रूप ले लिया है. सरकार के खिलाफ आक्रोश को लेकर प्रदर्शनकारी लगातार नारे लगा रहे हैं और सोशल मीडिया पर अभियान चला रहे हैं. पुलिस और प्रशासन स्थिति पर नियंत्रण पाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन प्रदर्शनकारियों का मनोबल बढ़ा हुआ है.

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