Israel Strikes Iran: कौन थे मोहम्मद बाघेरी और हुसैन सलामी जिनकी इजरायली हमले में हो गई मौत? संकट में ईरान
IRGC Chief Hossein Salami Death: इजरायल ने ईरान के तीन शीर्ष सैन्य नेताओं जनरल कासिम सुलेमानी, मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी और मेजर जनरल हुसैन सलामी को मार गिराया है. तीनों को ईरान के सुप्रीम लीडर का करीबी भी माना जाता था. इजरायल की इस रणनीति ने ईरान को सैन्य संचालन की दृष्टि से गंभीर संकट में डाल दिया है.;
Israel Iran War: ईरान ने शुक्रवार (13 जून) को इजरायली के हमले को 'युद्ध की घोषणा' करार दिया है. दरअसल, इजरायली सेना ने अपने ताजा हमले में ईरान के परमाणु सुविधाओं सहित लगभग 100 लक्ष्यों को निशाना बनाया है. इजरायली हमले में आर्मी चीफ मोहम्मद बाघेरी और IRGC चीफ ऑफ स्टाफ जनरल हुसैन सलामी की मौत से ईरान को बड़ा झटका लगा है. अब इसके बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
फिलहाल, इजरायली सेना की ईरान पर हमले के बाद से नए सिरे से दोनों देश के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. इजरायल की सटीक सैन्य कार्रवाई ने ईरान के सैन्य नेतृत्व को संकट में डाल दिया है. ऐसा इसलिए कि हाल के वर्षों में इजरायल ने ईरान के तीन शीर्ष सैन्य नेताओं जनरल कासिम सुलेमानी, मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी और मेजर जनरल हुसैन सलामी को मार गिराया है, तीनों को ईरान के सुप्रीम लीडर का करीबी भी माना जाता था.
इजरायल इस रणनीति को ईरान की सैन्य शक्ति को कमजोर करने वाला माना जा रहा है. इजरायल के अपने हमलों से न केवल ईरान के सैन्य ढांचे को झटका दिया है, बल्कि क्षेत्रीय भू-राजनीति में भी हलचल मचा दी है. जानें- कौन हैं मोहम्मद बाघेरी और हुसैन सलामी जिनकी हत्या ने ईरान को मुश्किलों की बढ़ाने के साथ सैन्य दृष्टि से कमजोर भी कर दिया है.
हुसैन सलामी
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर हुसैन सलामी की शुक्रवार की सुबह इजरायल के सैन्य हमलों में मौत हो गई. तेहरान टाइम्स ने सलामी की मृत्यु की पुष्टि की है. हुसैन सलामी 2019 से IRGC का नेतृत्व कर रहे थे. वह खामनेई के विश्वासपात्र थे और ईरान की क्षेत्रीय नीतियों को लागू करने में अहम भूमिका निभाते थे.
आईआरजीसी चीफ सलामी की मृत्यु ने IRGC की कमान और नियंत्रण प्रणाली को कमजोर कर दिया है. अब इजरायल को ईरान के प्रॉक्सी नेटवर्क पर दबाव बनाने का मौका मिल गया है. सलामी इजरायल के ताजा हमलों में मारे जाने वाले सबसे वरिष्ठ ईरानी नेता थे. सलामी 65 साल के थे. वह इजरायल और अमेरिका के खिलाफ ईरान की ओर से हार्ड लाइन लेने के लिए जाने जाते थे. हुसैन सलामी ने मई 2025 चेतावनी दी थी कि अगर दोनों में से कोई भी देश हमला करता है तो तेहरान 'नरक के द्वार खोल देगा.
मोहम्मद बाघेरी
मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर में एक ईरानी सैन्य अधिकारी थे. उन्होंने ईरान के इस्लामी गणराज्य के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम कर रहे थे. बाघेरी ईरान-इराक युद्ध के समय से अनुभव रखने वाले एक सैन्य खुफिया विशेषज्ञ लोकप्रिय थे. 1980 में वह आईआरजीसी में शामिल हुए थे.
इजरायल के ऑपरेशन ‘स्ट्रेंथ ऑफ लायन’ के तहत हवाई हमले मारे गए मोहम्मद बाघेरी वहां के सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर थे. वह ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामनेई के करीबी माने जाते थे. इजरायल ने दावा किया कि यह हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए किया है. बाघेरी परमाणु हथियारों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे.