पाकिस्तान में फिर ज़हर उगलने लौटा 'पहलगाम हत्याकांड' का गुनहगार, हाफिज सईद का बेटा भी साथ; कौन है सैफुल्लाह कसूरी?

पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा कमांडर सैफुल्ला कसूरी पाकिस्तान में खुलकर मंचों पर चढ़ रहा है. जिस आतंकी पर भारत में मासूमों की हत्या का आरोप है, उसे पाकिस्तान ने नेता बना दिया है. ये रैली नहीं, पाकिस्तान की आतंकपरस्ती का जिंदा सबूत थी.;

Edited By :  प्रवीण सिंह
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Who is Saifullah Kasuri: पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हो गया है. इस बार उस चेहरे के ज़रिए, जिसे पूरी दुनिया पहलगाम के 'हत्यारे' (Pahalgam attack) के रूप में जानती है. लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) का टॉप कमांडर सैफुल्लाह कसूरी उर्फ खालिद (Saifullah Kasuri), जो जम्मू-कश्मीर के खूनी हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है, पाकिस्तान में खुलेआम एक राजनीतिक रैली में मंच पर चढ़ा और भारत विरोधी जहर उगला.

यह वही मुल्क है जो हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंक से पल्ला झाड़ता है, लेकिन हकीकत में आतंकियों को नेता बना देता है. खालिद की यह सार्वजनिक मौजूदगी पाकिस्तान के आतंकपरस्ती चरित्र की जीती-जागती मिसाल है. मंच पर उसके साथ हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद भी मौजूद था, जिससे साफ है कि पाकिस्तान में आतंक अब राजनीति की मुख्यधारा बन चुका है. यह तमाचा है उन सब पर जो अब तक पाकिस्तान को एक "पीड़ित राष्ट्र" मानते आए हैं.

क्या है पूरा मामला?

यह रैली पाकिस्तान मरकज़ी मुस्लिम लीग (PMML) द्वारा Youm-e-Takbeer - पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण दिवस - के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी. लेकिन यह दिन एक जश्न-ए-आतंक में तब्दील हो गया, जब मंच से 'नारा-ए-तकबीर', 'कश्मीर बनेगा पाकिस्तान' और 'भारत मुर्दाबाद' जैसे भड़काऊ नारे लगाए गए.

कौन है सैफुल्लाह खालिद?

  • खालिद, जिसे सैफुल्लाह कसूरी के नाम से भी जाना जाता है, पाकिस्तान के पेशावर में लश्कर के मुख्यालय में उच्च पद पर कार्यरत है.
  • 2017 में उसे 'मिल्ली मुस्लिम लीग (MML)' का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, यह वही संगठन है जिसे अमेरिका ने लश्कर का राजनीतिक फ्रंट करार दिया है.
  • वह पहले जमात-उद-दावा (JuD) के कोऑर्डिनेशन कमेटी में भी था. JuD को अमेरिका ने 2016 में लश्कर का मुखौटा संगठन घोषित किया था.
  • उसके संबंध हाफिज सईद जैसे कट्टर आतंकियों से बताए जाते हैं और उस पर समुदायों के बीच नफरत भड़काने वाले भाषण देने का आरोप भी है.

हाफिज सईद का बेटा भी मैदान में

इस रैली में हाफिज सईद के बेटे तल्हा सईद ने भी भाषण दिया, जो भारत की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में 32वें नंबर पर है. उसने 2024 के पाकिस्तान आम चुनाव में लाहौर से चुनाव भी लड़ा था और अब PMML का चेहरा बना हुआ है, वही पार्टी जिसे LeT का राजनीतिक मुखौटा माना जाता है.

भारत का विरोध और अंतरराष्ट्रीय चिंता

भारत ने इस रैली और पाकिस्तान की "आतंकी मुख्यधारा" को लेकर गंभीर आपत्ति जताई है. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, "पाकिस्तान आतंकवादियों को राजनीतिक मंच और सार्वजनिक वैधता देकर केवल अपने दोहरे चेहरे को उजागर कर रहा है.'' भारत के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकी यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद IC-814 हाइजैकिंग और पुलवामा बम धमाके जैसे हमलों से जुड़े थे.

पाकिस्तान भले ही अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंक से दूरी की बात करे, लेकिन ज़मीनी हकीकत यह है कि आतंकी वहां अब नेता बन चुके हैं. सैफुल्लाह खालिद का फिर से सार्वजनिक रूप से सामने आना, और तल्हा सईद जैसे आतंकियों का राजनीतिकरण, यह दिखाता है कि पाकिस्तान अब आतंकवाद को सिर्फ पाल नहीं रहा, उसे वोटों में बदलने की तैयारी कर रहा है.

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