कौन हैं Ghazala Hashmi? हैदराबाद की जन्मी जो अमेरिका में बन सकती हैं लेफ्टिनेंट गवर्नर, John Reid से होगी कड़ी टक्कर

हैदराबाद में जन्मी घज़ाला हाश्मी अमेरिका की राजनीति में नया मुकाम हासिल करने के करीब हैं. वह संभावित रूप से अमेरिका की लेफ्टिनेंट गवर्नर बन सकती हैं और इस दौड़ में उन्हें जाने-माने राजनेता जॉन रीड के साथ कड़ी टक्कर का सामना करना होगा.;

( Image Source:  X-@bluevirginia )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 25 Oct 2025 11:31 AM IST

गजाला हाशमी अब अमेरिका की राजनीति में इतिहास रचने की कगार पर हैं. उन्होंने वर्जीनिया राज्य के लेफ्टिनेंट गवर्नर पद के लिए डेमोक्रेटिक नामांकन जीतकर यह साबित कर दिया कि भारतीय-अमेरिकी और मुस्लिम समुदाय के लोग भी अमेरिकी राजनीति में अहम भूमिका निभा सकते हैं.

61 साल की गजाला ने चार साल की उम्र में अमेरिका आकर अपने परिवार के साथ नई जिंदगी शुरू की थी और इसके बाद शिक्षा क्षेत्र में लंबा करियर बनाने के साथ-साथ राजनीति में भी अपने कदम जमा लिए. चलिए जानते हैं गजाला ने यहां तक का सफर कैसे तय किया?

कौन हैं गजाला हाशमी?

गजाला हाशमी का सफर भारत के हैदराबाद से शुरू हुआ. महज चार साल की उम्र में वे अपनी मां और बड़े भाई के साथ अमेरिका चली गईं. शुरुआती जीवन में नए देश, नई भाषा और नई संस्कृति ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया. लेकिन उनके भीतर जो बात हमेशा जीवित रही, वह थी शिक्षा के ज़रिए बदलाव लाने की इच्छा.

कब रखा राजनीति में कदम?

2019 का साल गजाला हाशमी की जिंदगी में यादगार साबित हुआ, जब उन्होंने इतिहास रचते हुए वर्जीनिया सीनेट का चुनाव जीता.  वह पहली मुस्लिम और पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी बनीं जिन्हें वर्जीनिया सीनेट में चुना गया. उस वक्त उन्होंने वर्जीनिया की एजुकेशन सिस्टम और हेल्थ सर्विस में सुधार को अपना मिशन बताया था. उनकी बातों में सच्चाई और जमीनी समझ थी, जिससे लोगों का भरोसा उन पर और मजबूत हुआ.

लेफ्टिनेंट गवर्नर पद की रेस

अब 2025 में गजाला हाशमी ने फिर एक बड़ा कदम बढ़ाया है. उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की प्राइमरी जीतकर लेफ्टिनेंट गवर्नर की दौड़ में जगह बनाई है. इस जीत को आसान नहीं कहा जा सकता, क्योंकि उन्होंने पांच उम्मीदवारों को हरा कर यह नॉमिनेशन जीता, जिनमें पूर्व रिचमंड मेयर लेवर स्टोनी जैसे दिग्गज भी शामिल थे. वर्जीनिया की राजनीतिक हलचल बताती है कि यह मुकाबला बेहद नज़दीकी था. हाशमी ने सिर्फ एक प्रतिशत से भी कम अंतर से जीत हासिल की.

रिपब्लिकन जॉन रीड से होगा मुकाबला

अब नवंबर में होने वाले चुनावों में उनका सामना रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉन रीड से होगा. रीड खुद इतिहास रच चुके हैं क्योंकि वे वर्जीनिया में किसी बड़ी पार्टी से नामांकित होने वाले पहले खुले तौर पर समलैंगिक पुरुष हैं. यह चुनाव न सिर्फ वर्जीनिया बल्कि पूरे अमेरिका की राजनीति की दिशा तय कर सकता है, क्योंकि हर बार की तरह इस बार भी वर्जीनिया के नतीजे राष्ट्रीय संकेत माने जा रहे हैं.

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