क्या होता है 'Earthquake बम' जिसका इजरायल ने सीरिया में किया इस्तेमाल?
इजराइल ने सीरिया के टॉर्टस शहर को निशाना बनाया और 12 साल बाद काफी बड़ा हमला किया है. आपको बता दें कि ये हमला इतना भयानक था कि इलाके में भूकंप आ गया.इस हमले के बाद आग का विशाल गोला देखा गया. इसके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आ चुके हैं.;
इजराइल ने सीरिया के तटीय इलाकों पर बड़ा हवाई हमला किया है. यह हवाई हमला इतना भयानक और बड़ा था कि इससे जमीन हिल गई और भूकंप सेंसर ने विस्फोट को रिएक्टर पैमाने पर दर्ज किया है. आपको बता दें कि 2012 के बाद क्षेत्र में सबसे तेज बमबारी थी. इस हमले में मिलिट्री साइट्स, डिफेंस यूनिट्स को निशाना बनाया है. इसका एक वीडियो भी सामने आया है.
दरअसल सीरिया में बशर अल असद के शासन को खत्म करने के बाद से ही इजराइल द्वारा सीरिया पर हवाई हमले जारी है. इसी क्रम में सोमवार को भी अपने वॉर प्लेन्स भेजकर सीरिया के तटीय इलाकों को निशाना बनाया गया. साथ ही भयानक हवाई हमले किए गए.
रिक्टर स्केल पर दर्ज किया गया विस्फोट
इस भयानक और विशाल विस्फोट पर रिसर्चर रिचर्ड कॉर्डारो के अनुसार विस्फोट का पता पश्चिमी तुर्की के इस्निक में 820 किमी दूर एक मैग्नेटोमीटर स्टेशन द्वारा लगाया गया था. यही नहीं इसके झटके को रिक्टर स्केल पर भी महसूस किया गया. सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि सीरिया के टार्टस में विस्फोट का पता 820 किमी दूर तुर्किये मैग्नेटोमीटर स्टेशन पर लगा. जानकारी के अनुसार डीपो में मौजूद हथियारों के कारण कई धमाके हुए. इसके कारण विस्फोट और भी भयानक हो गया. इसके वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं. वीडियो में देखा गया कि बहुत बड़ी चमकीली चमक दिखाई दी. इन विस्फोट से हवा में धुएं का एक विशाल बादल छा गया.
टार्टस क्षेत्र को निशाना बनाया
वहीं इजराइल ने इस हमलों में टार्टस क्षेत्र को निशाना बनाया गया था. आपको बता दें कि टार्टस क्षेत्र रूसी सैन्यों का अड्डा है. वहीं 2012 के बाद ये अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला बताआ जा रहा है. जिसे इजराइल की ओर से सिरिया पर किया गया.
क्या होता है भूकंप बम?
भूकंप बम को ब्रिटिश एरोनॉटिकल इंजीनियर बानर्स वालिस द्वारा बनाया गया था. इसे योरोप में रणनीतिक लक्ष्यों के खिलाफ युद्ध के दौरान इस्तेमाल के लिए तैयार किया गया था. भूकंप बम को काफी उंचाई से गिराया जाता है. ताकी गिरते समय ये काफी तेज स्पीड पकड़ ले और बाद में गहराई में जाकर फट जाए. जिससे विशाल गुफाएं या क्रेटर बन जाएं जिन्हें कैमोफलेट के रूप में जाना जाता है. यह ठीक उसी तरह होता है जिस तरह परमाणू हमला होता है.