हम ट्रम्प से नहीं डरते... अमेरिका पर क्यों भड़के ईरानी राष्ट्रपति पेजेश्कियान?
Iran President To Trump: अमेरिका ईरान पर परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. इस संबंध में डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को एक पत्र बी भेजा था. साथ ही ईरान पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. अब ईरान ने अमेरिका को करारा जबाव दिया है. राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने कहा कि ईरान धमकी दिए जाने पर अमेरिका के साथ बातचीत नहीं करेगा. चाहे ट्रम्प कुछ भी कर लें.;
Iran President To Trump: ईरान और अमेरिका के बीच पिछले कुछ दिनों से तनाव देखने को मिल रहा है. डोनाल्ड्र ट्रम्प के सत्ता में आने के बाद वह लगातार ईरान पर दबाव बना रहे हैं. जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. अब ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने मंगलवार को ट्रम्प को जबाव दिया है. क्योंकि अमेरिका की तरह से ईरान को धमकी दी जा रही थी.
राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने कहा कि ईरान धमकी दिए जाने पर अमेरिका के साथ बातचीत नहीं करेगा. उन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प से कहा कि आप जो चाहें कर लें. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए अस्वीकार्य है कि अमेरिका आदेश दें और धमकियां दें. मैं आपसे बातचीत भी नहीं करूंगा. फिर चाहे जो हो.
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ईरान का अमेरिका को करारा जबाव
राष्ट्रपति पेजेशकियन ने कहा, हम अमेरिका की धमकी से नहीं डरते. ईरान के अयातुल्ला अली खामेनेई ने शनिवार को कहा कि तेहरान को बातचीत के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा. इससे पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि उन्होंने ईरान को एक नए परमाणु समझौते पर बातचीत करने के लिए आग्रह करते हुए एक पत्र भेजा है. बता दें कि ट्रम्प ने पहले कार्यकाल में ईरान को वैश्विक अर्थव्यवस्था से अलग-थलग करने और उसके तेल निर्यात को शून्य की ओर ले जाने के लिए लागू किया था.
डोनाल्ड्र ट्रम्प के पत्र भेजने वाली बात पर ईरान ने प्रतिक्रिया दी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाघई ने कहा कि देश के परमाणु कार्यक्रम के संवाद के लिए हमें कोई पत्र नहीं मिला है. ईरान ने बातचीत के लिए अपना दरवाजा बंद नहीं किया है. लेकिन धमकी और दबाव के भरे वार्ता प्रस्ताव को हम स्वीकार नहीं करते.
अमेरिका बना रहा दबाव
डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को इराक को ईरान से बिजली खरीदने की मंजूरी दी थी. इस पर ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि हम दबाव और धमकी पर अमेरिका से कोई संवाद नहीं करेंगे. साल 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ईरान और अन्य देशों के साथ परमाणु को लेकर बड़ा समझौता किया था. जिसमें ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने के बदले लगाए गए प्रतिबंधों पर राहत देने का वादा किया गया था. लेकिन ट्रम्प सरकार के पहले कार्यकाल में यह डील टूट गई थी.