यूक्रेन के पास नई 'महाशक्ति'! नया लेजर हथियार ट्राइजब 2 Km तक के टारगेट को करता है तबाह
Russia-Ukraine war: यूक्रेन के नए लेजर हथियार ट्राइज़ब को लेकर अधिक जानकारी तो सामने नहीं आई है, लेकिन दावा है कि इस हथियार से यूक्रेन की ताकत और लड़ने की शक्ति बढ़ने वाली है.;
Russia-Ukraine war: यूक्रेन ने अपने हथियारों में नई शक्ति के शामिल होने का दावा किया है. यूक्रेन ने बताया कि उसने एक उन्नत लेजर हथियार 'ट्रायज़ब' को विकसित किया है और दावा किया है कि यह एक मील से भी अधिक दूरी पर हवाई लक्ष्यों को बेअसर कर सकता है.
यूक्रेन के मानवरहित सिस्टम के आर्म्ड फोर्स के कमांडर वादिम सुखारेवस्की ने कहा, 'आज हम इस लेजर से 2 किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर विमान को मार गिरा सकते हैं.' यूक्रेनी भाषा में इसका नाम 'त्राइज़ब' है, जिसका अर्थ है 'त्रिशूल' होता है. इसे शक्ति और एकता का प्रतीक माना जाता है.
ट्राइज़ब की क्या है खासियत?
हालांकि, ट्राइज़ब के डिजाइन और कार्यप्रणाली को लेकर अधिक जानकारी सामने नहीं आई है. आर्मामेंट रिसर्च सर्विसेज के पैट्रिक सेनफ़्ट ने बताया कि इस तरह के निर्देशित-ऊर्जा हथियार (DEW) व्यावसायिक रूप से उपलब्ध तकनीकों का उपयोग करके विकसित किए जा सकते हैं.
सेनफ़्ट ने CNN को बताया, 'यूक्रेन के लिए ऊर्जा हथियार विकसित करना पूरी तरह से संभव है जो कुछ हवाई लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम हो.' उन्होंने इस तकनीक की तुलना अमेरिकी नौसेना के लेजर हथियार प्रणाली (LaWS) से की.
सेनफ़्ट ने बताया कि इन हथियारों को दो मुख्य चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. एक तो वे तेज़ गति से चलने वाले लक्ष्यों को टारगेट करते हैं और लंबी दूरी पर अपनी शक्ति कायम रखते हैं. उन्होंने कहा कि तोपखाने के गोले या बैलिस्टिक मिसाइल जैसे लक्ष्यों को आसानी से नष्ट कर देते हैं.
किन देशों के पास है लेजर हथियार?
लेजर हथियार फिलहाल अमेरिका, चीन और इजरायल समेत कुछ ही देशों के पास हैं. ब्रिटेन भी ड्रैगनफायर नामक अपनी प्रणाली पर काम कर रहा है, जिसके 2027 तक तैयार होने की उम्मीद है.