इस देश में Sex Crimes में सबसे ज्‍यादा भारतीयों को होती है सजा, डेटा देख चकरा जाएगा माथा

Crime News: यूके की न्याय मंत्रालय विदेशी नागरिकों को अलग-अलग मामलों में सजा मिलने के आंकड़ें जारी किए. जिसमें गंभीर अपराधों में भी भारतीयों की सजा दर में 115% तक की बढ़ोतरी आई. साल 2021 में 273 से बढ़कर 2024 में 588 हुई है.;

( Image Source:  canava )

Crime News: विदेशों में भारतीय नागरिकों पर हमले और मारपीट के मामले बढ़ते जा रहे हैं. किसी न किसी या भेदभाव की वजह से भी भारत के लोगों को प्रताड़ित किया जाता है. लंदन में स्थिति बेहद गंभीर है. हाल ही में यूके की न्याय मंत्रालय ने भारतीय से जुड़े अपराध और अत्याचार को लेकर एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.

रिपोर्ट में 2021 से 2024 के आंकड़ों को शामिल किया गया है. इनमें यौन अपराधों में दोष साबित होने के मामले में विदेशी नागरिकों में सबसे तेजी देखी गई. यह संख्या 28 मामलों से बढ़कर 100 पर पहुंच गई, जो 257 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.

क्या कहती है रिपोर्ट?

रिपोर्ट में पता चला कि ऐसे मामलों में नाइजीरियाई नागरिकों की संख्या 166 प्रतिशत और इराकी नागरिकों में 160 प्रतिशत थी. यह डेटा दोषियों की संख्या नहीं बल्कि सजा सुनाए जाने की घटनाओं की है. डेटा पुलिस राष्ट्रीय कंप्यूटर (PNC) से लिया गया है.

भारतीय नागरिकों के खिलाफ दोष साबित होने के आंकड़े 115 प्रतिशत बढ़े हैं. साल 2021 में 273 से बढ़कर 2024 में यह संख्या 588 हो गई. केवल मिस्र और अल्जीरिया के नागरिकों में इस श्रेणी में और अधिक वृद्धि देखी गई है.

अवैध प्रवासी के आंकड़े

रिपोर्ट में पता चला कि 2024 में लगभग 38,000 लोग छोटे नावों के जरिए यूके में अवैध तरीके से आए. बता दें कि 86 % अवैध प्रवासी इसी रास्ते यहां पहुंचते हैं. इनमें ज्यादातर अफगानी, ईरानी, इराकी, सीरियाई और वियतनामी नागरिक है. वहीं भारतीय नागरिक छोटी नाव से आते थे. इसके अलावा मार्च 2025 तक वीजा के आवेदन भी बड़ी संख्या में हुए. लगभग 109,000 लोगों ने वीजा के लिए आवेदन किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 17 % अधिक थे.

भारतीय के साथ यौन अपराध के मामले बढ़े

यूके की न्याय मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2021 से 2024 के बीच भारतीय नागरिकों को यौन अपराधों में सजा मिलने में सबसे अधिक बढ़ोतरी दर्ज हुई, जो विदेशी नागरिकों की श्रेणी में सबसे ज्यादा है. इस अवधि के दौरान ऐसे केसों में 257% की वृद्धि देखी गई. यह 28 से बढ़कर 100 हो गया है. नाइजीरियाई (166%) और ईराकी (160%) नागरिकों में भी सजा दरों में वृद्धि हुई, फिर भी भारतीयों की संख्या सबसे ऊपर रही.

यौन अपराधों के अलावा, गंभीर अपराधों में भी भारतीयों की सजा दर में 115% तक की बढ़ोतरी आई. साल 2021 में 273 से बढ़कर 2024 में 588 हुई है. केवल मिस्र और अल्जीरिया की सजा दर में भारतीयों से ज्यादा रिकॉर्ड किए गए.

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